07-02-2020, 08:55 PM
(This post was last modified: 07-05-2021, 09:47 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
गारी , बड़ी प्यारी
मुझे लगा की अब जीजू की हालत खराब होगी लेकिन वो भी एक बार उन्होंने मुस्करा के मेरी ओर देखा , लेकिन
मुझे चिढाते हुए अपने एक दोस्त से कहने लगे , यार ये तो भजन मार्का गाना था। कुछ लोग बहुत कहते थे की उन्हें नान वेज पसंद है लेकिन यहाँ तो लहसुन प्याज भी नहीं,
संध्या भाभी इशारा समझ गयीं।
उन्होंने बसन्ती की ओर देखा ,चल शुरू होजा अपने लेवल पर ,असली देहाती गारी.
अब ढोलक मेरे पास आगयी ,बसन्ती जीजू को चिढा चिढा के गा रही थी और हम लोग साथ दे रहे ,
सारे बरात में आयी लड़कियों का नाम ले ले के।
चिट्ठी आय गयी सहर बनारस से ,चिट्ठी आय गयी
अरे दूल्हा बहन चोद ,अरे दूल्हा मादरचोद ,अरे कमल बहनचोद ,
चिट्ठी पढला की ना ,चिट्ठी बन्चला की ना ,
तोहरी बहनी छिनार , तोहरी ज्योति छिनार , तोहरी नीतू छिनार,
कइलीं हमरो भतार , कयलि भतरो के सार , कयलि लौंडन हजार
एक जाय आगे दूसर पिछवाड़े , बचल नाहीं कोई नौआ कहार।
चूत चुदवावे ,खूब मरवावे अरे मीता छिनार,अरे नीतू छिनार ,अरे ज्योति छिनार।
मुझे लगा की अब जीजू हारी मान जायँगे लेकिन वो तो एकदम , अब वो बिचारे तो ज्यादा कुछ बोल नहीं सकते थे शादी की रस्में शुरू हो गयी थीं तो उन्हें अपने दोस्तों से कुछ कानाफूसी की ,मुझे दिखा के
फिर तो वो सब मेरे पीछे पड़ गए।
" अरे बिचारा बॉलर ,दो ही ओवर में ,बॉलर चेंज कर दिया , रिटायर्ड हर्ट हो गया। "
एक ने बोला।
" कही बॉल तो नहीं उसकी ..घिस गयी ,"
दुसरे ने शक जाहिर किया।
" अरे बॉल तो उसकी एकदम मस्त है , देख नहीं रहे हो , एकदम न्यू बाल है, टनाटन .
लगता है कहीं गले में खराश आ गयी होगी। "
तीसरा मेरे उभारों को देख के छेड़ रहा था।
" अरे खराश का इलाज तो है अपने पास , वो स्पेशल मरहम सीधे गले के अंदर सफ़ेद क्रीम , स्पेशल वाली खूब गाढ़ी थक्केदार। बस एक बार लगवा लें तो बस गला एकदम नया ,तसल्ली बखश इलाज। "
पहला फिर से बोला।
जीजू मुझे देख के मुस्करा रहे थे, बरातियों का काउंटर अटैक।
और अब बरात में आयी लड़कियां भी चालू हो गयीं , चकर मकर।
पीछे से मेरी भौजाइयों ने काउंटर डिफेन्स करने की कोशिश की, उन्हें छेड़ा
"अरे लगता है अपनी बहनों के गले में अच्छी तरह से क्रीम लगाई है , तभी इतनी सुरीली आवाज निकल रही है इन सबकी। "
और हमारी ओर की लड़कियों की हंसी गूँज उठी ,लेकिन फिर से एक लड़का उधर से बोल उठा ,
" अरे भौजी , बस सबेरे आप की ननद को ले जाएंगे न , बस अगली सुबह पूछ लीजियेगा उन से क्रीम का हाल चाल।
कितनी बार ,कहाँ कहाँ ,उनसे बोलियेगा तो फोटो भी खीच कर व्हाट्सअप कर देंगी। "
और अब मीता, कमल जीजू की षोडसी बहन जो चोली और लहंगे में सबका जान मार रही थी और मेरे जीजू से एकदंडह से देह रगडती बैठी थी,बोली
" अरे हमारी नयी भाभी बिचारी अगर बहुत थकी ,लस्त पस्त होंगी तो उनकी उस वाली मुंह दिखाई की फोटो मैं व्हाट्सएप कर दूंगी ,
घबड़ाइये मत। एकदम क्लोज अप और उस स्पेशल क्रीम के साथ क्रीम के साथ। "
जीजू का एक और दोस्त बोल उठा ,
" अरे मीता कल की बात तो कल की रात।
स्पेशल ऑफर आज की रात , आज की रात ही आप में से जिन जिन को क्रीम चाहिए हाथ उठा के मांग ले ,
आज इस्तेमाल की कोई कीमत नहीं पैसा नहीं। पसन्द आये तो अपनी ननदों को भौजाइयों को रिकमेंड करिये , शर्तिया मजा आएगा,....
और वो मीता वो चुप होने का नाम ही नहीं ले रही थी , उस लड़के की बात बीच में काट के बोली ,
" पक्की गारंटी , ठीक ९ महीने बाद आज से मेरे भैय्या के ससुराल में सोहर होगा , केहां केहां ,...
और एक बार फिर बरातियों की ओर से ठहाके गूंजने लगे।
जीजू ने मीता को बुला के कान में कुछ कहा , और मीता बाकी लड़कियों ,लड़कों के कान में कुछ कहने लगी।
मुझे लगा जीजू उसे हडका रहे होंगे , पर ,....
इधर बसन्ती आँचल में अपनी हंसी दबाते छंदा भाभी से बोली ,
,
" अइसन बराती तो ना देखले रहनी "
" अरे बहुत दिन बाद आज तो मजा आ रहा है शादी में ,कोई जवाब देने वाला तो मिला वरना आज कल तो गारी शुरू होते ही बंद करा देते हैं। "
छंदा भाभी के चेहरे से ख़ुशी छलक रही थी।
जीजू के मन्त्र का असर चालू हो गया था , मीता ,नीतू ,ज्योती बरात की की सारी लड़कियां ,
" वी वांट साली " " वी वांट साली "
और अब जीजा के दोस्त भी चालू हो गए , एक ने मुझे देखते हुए उसमें जोड़ भी दिया ,
" वी वांट साली , पीले कुर्ते वाली , " वी वांट साली ,पीले कुर्ते वाली " सब मेरे पीछे पड़ गए।
और मैंने जीजू की ओर देखा तो वो तो और एकटक मेरी ओर देख रहे थे ,मुस्करा रहे थे ,एकदम दुष्ट बदमाश।
" चल सूना दे कोमल , इनलोगों की माँ बहन का हाल , अब अगर ये तेरे ही मुंह से सुनना चाहते हैं असली वाली। "
पीछे से एक भौजी ने मुझे ललकारा।
संध्या भाभी ने भी मेरी ओर उम्मीद से देखा और ढोलक अपनी ओर खींच लिया ,यानी फैसला हो गया।
ढोलक की जिम्मेदारी उनकी ,गाने की मेरी।
रोज हम दोनों अलग अलग टीम में होते थे वो भौजाइयों की टीम की लीडर और मैं ननदों की लेकिन आज एक साथ , पर रतजगे की बात और होती थी ,वहां सिर्फ औरतें लड़कियां होती थीं ,
और वो भी घर की तो वहां सब शर्म लिहाज भूल के मैं भी थोड़ा बहुत नान वेज गाने सीख गयी थी , पर यहाँ सब के सामने ,
और मैंने एक बार फिर कमल जीजू की ओर देखा , बहुत हलके से शरारत भरी मुस्कान के साथ फुसफुसाते से बोले ,
" प्योर नान वेज "
किसी और ने सूना हो न सूना हो लेकिन मैंने तो कान पारे हुए थे , सुन लिया।
मेरी और कमल जीजू की परफेक्ट ट्यूनिंग हो चुकी थी , मैं जीजू की बात कैसे टालती ,मेरे एकलौते हैंडसम सेक्सी जीजू ,
और मैंने गांडीव सम्हाल लिया , छंदा भाभी और बसन्ती से मैने फुसफूसा के बोला कौन वाला ,
और मैं चालु हो गयी।
चीनू अब आके उनके बगल में बैठ गयी थी।
उसने भी झुकी निगाह से मेरी ओर देख के सिग्नल दे दिया ,
संध्या भाभी की ढोलक की टनाकेदार थाप , पीछे से मेरी कजिन्स की ,भौजाइयों की तालियां और किसी ने मंजीरा भी सम्हाल लिया था ,
कामदानी दुपट्टा हमारा है ,कामदानी दुपट्टा हमारा है ,
अरे कामदानी दुपट्टा हमारा है ,कामदानी ,
दूल्हे की बहना ने ,अरे जीजू की बहना ने ,
मीता छिनार ने , अरे ज्योती छिनार ने ,
एक किया दो किया साढ़े तीन किया , कोरी चमार किया ,
हिन्दू * किया , तुरक पठान किया, अरे ,
अरे ९०० पण्डे बनारस के , अरे ९०० छैले लखनऊ के।
कामदानी दुपट्टा हमारा है अरे कामदानी ,
अब मौक़ा था हमारी ओर की लड़कियों का शोर करने का ,
" अरे बड़ी कैपेसिटी है इस गुलाबी लहंगे वाली की , मीता की ,९०० पूरे। "
बसन्ती ने मिर्च डाली ,
" अरे तो झांट आने के पहले से ही अपने भैया से मरवा रही है। बचपन की चुदक्कड़ है ये छिनार। "
लेकिन मीता बजाय बुरा मानने के खिलखिला रही थी , हंस के मुझसे बोली ,
" अरे तभी तो आपकी चीनू दी को लेजारही हूँ , बस परसों सुबह उनकी कैपिसिटी पता चल जायेगी ,
सबेरे सबेरे फोन कर के जरूर पूछियेगा। "
मैं समझ गयी थी ये इत्ती आसानी से नहीं मानने वाली है , मैंने गाना आगे बढ़ाया ,
कामदानी दुपट्टा हमारा है ,अरे कामदानी ,
मीता छिनार ने ( मीता चूतमरानो ने ,बंसती ने जोड़ा ) नीतू छिनार ने अरे एक किया दो किया साढ़े तीन किया ,
अरे ९०० भंडुए कानपुर के ( मीता कानपूर की थी ) अरे ९०० गँड़ुये कानपुर के
कामदानी दुपट्टा हमारा है।
मुझे लगा की वो सब अब सरेंडर करदेंगी ,लेकिन जीजू भी न , उन्होंने ज्योति से बोला ,
" क्यों ज्योति मिर्च थोड़ी कम थी न "
जवाब मीताने दिया ,
मिर्च थी भी क्या ,अरे मुझे तो एकदम बेस्वाद लगा फीका फीका।
" भैया आपकी साली बिचारी साली शहरवाली,उसे क्या मालूम देहाती गारी वारी ,
कहिये उसे तो बेबीडॉल पर डांस कर के भले दिखा दे। "
ज्योति ने और पलीता लगाया।
मुझे लगा की अब जीजू की हालत खराब होगी लेकिन वो भी एक बार उन्होंने मुस्करा के मेरी ओर देखा , लेकिन
मुझे चिढाते हुए अपने एक दोस्त से कहने लगे , यार ये तो भजन मार्का गाना था। कुछ लोग बहुत कहते थे की उन्हें नान वेज पसंद है लेकिन यहाँ तो लहसुन प्याज भी नहीं,
संध्या भाभी इशारा समझ गयीं।
उन्होंने बसन्ती की ओर देखा ,चल शुरू होजा अपने लेवल पर ,असली देहाती गारी.
अब ढोलक मेरे पास आगयी ,बसन्ती जीजू को चिढा चिढा के गा रही थी और हम लोग साथ दे रहे ,
सारे बरात में आयी लड़कियों का नाम ले ले के।
चिट्ठी आय गयी सहर बनारस से ,चिट्ठी आय गयी
अरे दूल्हा बहन चोद ,अरे दूल्हा मादरचोद ,अरे कमल बहनचोद ,
चिट्ठी पढला की ना ,चिट्ठी बन्चला की ना ,
तोहरी बहनी छिनार , तोहरी ज्योति छिनार , तोहरी नीतू छिनार,
कइलीं हमरो भतार , कयलि भतरो के सार , कयलि लौंडन हजार
एक जाय आगे दूसर पिछवाड़े , बचल नाहीं कोई नौआ कहार।
चूत चुदवावे ,खूब मरवावे अरे मीता छिनार,अरे नीतू छिनार ,अरे ज्योति छिनार।
मुझे लगा की अब जीजू हारी मान जायँगे लेकिन वो तो एकदम , अब वो बिचारे तो ज्यादा कुछ बोल नहीं सकते थे शादी की रस्में शुरू हो गयी थीं तो उन्हें अपने दोस्तों से कुछ कानाफूसी की ,मुझे दिखा के
फिर तो वो सब मेरे पीछे पड़ गए।
" अरे बिचारा बॉलर ,दो ही ओवर में ,बॉलर चेंज कर दिया , रिटायर्ड हर्ट हो गया। "
एक ने बोला।
" कही बॉल तो नहीं उसकी ..घिस गयी ,"
दुसरे ने शक जाहिर किया।
" अरे बॉल तो उसकी एकदम मस्त है , देख नहीं रहे हो , एकदम न्यू बाल है, टनाटन .
लगता है कहीं गले में खराश आ गयी होगी। "
तीसरा मेरे उभारों को देख के छेड़ रहा था।
" अरे खराश का इलाज तो है अपने पास , वो स्पेशल मरहम सीधे गले के अंदर सफ़ेद क्रीम , स्पेशल वाली खूब गाढ़ी थक्केदार। बस एक बार लगवा लें तो बस गला एकदम नया ,तसल्ली बखश इलाज। "
पहला फिर से बोला।
जीजू मुझे देख के मुस्करा रहे थे, बरातियों का काउंटर अटैक।
और अब बरात में आयी लड़कियां भी चालू हो गयीं , चकर मकर।
पीछे से मेरी भौजाइयों ने काउंटर डिफेन्स करने की कोशिश की, उन्हें छेड़ा
"अरे लगता है अपनी बहनों के गले में अच्छी तरह से क्रीम लगाई है , तभी इतनी सुरीली आवाज निकल रही है इन सबकी। "
और हमारी ओर की लड़कियों की हंसी गूँज उठी ,लेकिन फिर से एक लड़का उधर से बोल उठा ,
" अरे भौजी , बस सबेरे आप की ननद को ले जाएंगे न , बस अगली सुबह पूछ लीजियेगा उन से क्रीम का हाल चाल।
कितनी बार ,कहाँ कहाँ ,उनसे बोलियेगा तो फोटो भी खीच कर व्हाट्सअप कर देंगी। "
और अब मीता, कमल जीजू की षोडसी बहन जो चोली और लहंगे में सबका जान मार रही थी और मेरे जीजू से एकदंडह से देह रगडती बैठी थी,बोली
" अरे हमारी नयी भाभी बिचारी अगर बहुत थकी ,लस्त पस्त होंगी तो उनकी उस वाली मुंह दिखाई की फोटो मैं व्हाट्सएप कर दूंगी ,
घबड़ाइये मत। एकदम क्लोज अप और उस स्पेशल क्रीम के साथ क्रीम के साथ। "
जीजू का एक और दोस्त बोल उठा ,
" अरे मीता कल की बात तो कल की रात।
स्पेशल ऑफर आज की रात , आज की रात ही आप में से जिन जिन को क्रीम चाहिए हाथ उठा के मांग ले ,
आज इस्तेमाल की कोई कीमत नहीं पैसा नहीं। पसन्द आये तो अपनी ननदों को भौजाइयों को रिकमेंड करिये , शर्तिया मजा आएगा,....
और वो मीता वो चुप होने का नाम ही नहीं ले रही थी , उस लड़के की बात बीच में काट के बोली ,
" पक्की गारंटी , ठीक ९ महीने बाद आज से मेरे भैय्या के ससुराल में सोहर होगा , केहां केहां ,...
और एक बार फिर बरातियों की ओर से ठहाके गूंजने लगे।
जीजू ने मीता को बुला के कान में कुछ कहा , और मीता बाकी लड़कियों ,लड़कों के कान में कुछ कहने लगी।
मुझे लगा जीजू उसे हडका रहे होंगे , पर ,....
इधर बसन्ती आँचल में अपनी हंसी दबाते छंदा भाभी से बोली ,
,
" अइसन बराती तो ना देखले रहनी "
" अरे बहुत दिन बाद आज तो मजा आ रहा है शादी में ,कोई जवाब देने वाला तो मिला वरना आज कल तो गारी शुरू होते ही बंद करा देते हैं। "
छंदा भाभी के चेहरे से ख़ुशी छलक रही थी।
जीजू के मन्त्र का असर चालू हो गया था , मीता ,नीतू ,ज्योती बरात की की सारी लड़कियां ,
" वी वांट साली " " वी वांट साली "
और अब जीजा के दोस्त भी चालू हो गए , एक ने मुझे देखते हुए उसमें जोड़ भी दिया ,
" वी वांट साली , पीले कुर्ते वाली , " वी वांट साली ,पीले कुर्ते वाली " सब मेरे पीछे पड़ गए।
और मैंने जीजू की ओर देखा तो वो तो और एकटक मेरी ओर देख रहे थे ,मुस्करा रहे थे ,एकदम दुष्ट बदमाश।
" चल सूना दे कोमल , इनलोगों की माँ बहन का हाल , अब अगर ये तेरे ही मुंह से सुनना चाहते हैं असली वाली। "
पीछे से एक भौजी ने मुझे ललकारा।
संध्या भाभी ने भी मेरी ओर उम्मीद से देखा और ढोलक अपनी ओर खींच लिया ,यानी फैसला हो गया।
ढोलक की जिम्मेदारी उनकी ,गाने की मेरी।
रोज हम दोनों अलग अलग टीम में होते थे वो भौजाइयों की टीम की लीडर और मैं ननदों की लेकिन आज एक साथ , पर रतजगे की बात और होती थी ,वहां सिर्फ औरतें लड़कियां होती थीं ,
और वो भी घर की तो वहां सब शर्म लिहाज भूल के मैं भी थोड़ा बहुत नान वेज गाने सीख गयी थी , पर यहाँ सब के सामने ,
और मैंने एक बार फिर कमल जीजू की ओर देखा , बहुत हलके से शरारत भरी मुस्कान के साथ फुसफुसाते से बोले ,
" प्योर नान वेज "
किसी और ने सूना हो न सूना हो लेकिन मैंने तो कान पारे हुए थे , सुन लिया।
मेरी और कमल जीजू की परफेक्ट ट्यूनिंग हो चुकी थी , मैं जीजू की बात कैसे टालती ,मेरे एकलौते हैंडसम सेक्सी जीजू ,
और मैंने गांडीव सम्हाल लिया , छंदा भाभी और बसन्ती से मैने फुसफूसा के बोला कौन वाला ,
और मैं चालु हो गयी।
चीनू अब आके उनके बगल में बैठ गयी थी।
उसने भी झुकी निगाह से मेरी ओर देख के सिग्नल दे दिया ,
संध्या भाभी की ढोलक की टनाकेदार थाप , पीछे से मेरी कजिन्स की ,भौजाइयों की तालियां और किसी ने मंजीरा भी सम्हाल लिया था ,
कामदानी दुपट्टा हमारा है ,कामदानी दुपट्टा हमारा है ,
अरे कामदानी दुपट्टा हमारा है ,कामदानी ,
दूल्हे की बहना ने ,अरे जीजू की बहना ने ,
मीता छिनार ने , अरे ज्योती छिनार ने ,
एक किया दो किया साढ़े तीन किया , कोरी चमार किया ,
हिन्दू * किया , तुरक पठान किया, अरे ,
अरे ९०० पण्डे बनारस के , अरे ९०० छैले लखनऊ के।
कामदानी दुपट्टा हमारा है अरे कामदानी ,
अब मौक़ा था हमारी ओर की लड़कियों का शोर करने का ,
" अरे बड़ी कैपेसिटी है इस गुलाबी लहंगे वाली की , मीता की ,९०० पूरे। "
बसन्ती ने मिर्च डाली ,
" अरे तो झांट आने के पहले से ही अपने भैया से मरवा रही है। बचपन की चुदक्कड़ है ये छिनार। "
लेकिन मीता बजाय बुरा मानने के खिलखिला रही थी , हंस के मुझसे बोली ,
" अरे तभी तो आपकी चीनू दी को लेजारही हूँ , बस परसों सुबह उनकी कैपिसिटी पता चल जायेगी ,
सबेरे सबेरे फोन कर के जरूर पूछियेगा। "
मैं समझ गयी थी ये इत्ती आसानी से नहीं मानने वाली है , मैंने गाना आगे बढ़ाया ,
कामदानी दुपट्टा हमारा है ,अरे कामदानी ,
मीता छिनार ने ( मीता चूतमरानो ने ,बंसती ने जोड़ा ) नीतू छिनार ने अरे एक किया दो किया साढ़े तीन किया ,
अरे ९०० भंडुए कानपुर के ( मीता कानपूर की थी ) अरे ९०० गँड़ुये कानपुर के
कामदानी दुपट्टा हमारा है।
मुझे लगा की वो सब अब सरेंडर करदेंगी ,लेकिन जीजू भी न , उन्होंने ज्योति से बोला ,
" क्यों ज्योति मिर्च थोड़ी कम थी न "
जवाब मीताने दिया ,
मिर्च थी भी क्या ,अरे मुझे तो एकदम बेस्वाद लगा फीका फीका।
" भैया आपकी साली बिचारी साली शहरवाली,उसे क्या मालूम देहाती गारी वारी ,
कहिये उसे तो बेबीडॉल पर डांस कर के भले दिखा दे। "
ज्योति ने और पलीता लगाया।