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Adultery पूर्वी दीदी
#37
…..सी सी सी सी…तुम्हारी जीभ तो पागल कर रहे है….और चाटो मेरी बुर को ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ” पूर्वी दीदी कहने लगी और अपना पेट उपर को उठाने लगी

मैंने भी उनकी चूत की खूब दावत उडाई। मुंह में लेकर खूब चूसा और चाटा।

उसको पीठ के बल लिटा दिया और उसकी दोनो टांगे खोल दी...और अपने लंड को बीच मे रखकर उसके उपर झुक गया...केशव का लंड एक बार फिर से सरसराता हुआ उसके अंदर प्रवेश कर गया...और आनंद मे भरकर काजल की आँखे अपने आप बंद हो गयी...उसने अपनी दोनो टांगे फेला दी..और अपने हाथ भी दोनो दिशा मे फेला कर अपने आप कोमेरे भूपेन्द्र! के सामने पूरा खोल कर रख दिया..। मैं लंड को पकड़कर उनकी चूत में डालने लगा। पर पर छेद इतना कसा था जैसे कोई कुवारी बिना चुदी औरत हो। मुझे काफी तेज धक्का मारना पड़ा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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Messages In This Thread
पूर्वी दीदी - by neerathemall - 04-02-2020, 04:44 PM
RE: पूर्वी दीदी - by neerathemall - 06-02-2020, 05:30 PM
RE: पूर्वी दीदी - by Shree007 - 07-02-2020, 08:12 AM
RE: पूर्वी दीदी - by PAATROW - 07-02-2020, 09:10 AM



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