04-02-2020, 10:29 PM
रिशा ने अपनी आँखे बंद कर ली और अपनी उँगलियों से वो सुशांत के बाल सहलाने लगी. उसके मुंह से एक सिसकी निकल गयी जब सुशांत ने उसके गले पर अपने दांत से थोडा सा काटा. फिर सुशांत ने उसके होठो को और गाल को चुमते हुए फिर एक बार रिशा के होठ अपने होठो पर टिकाये और उसे पागलो की तरह चूसने लगा. थोड़ी देर उसके होठ चूसने के बाद सुशांत रुका और उसके हाथ उसने साडी के ऊपर से ही रिशा के तने हुए स्तनों पर रखे और उन्हें हिलाया. ”कितना दूध है तेरे इन मम्मो में?” रिशा ने उसकी आंखो में देखा और फिर उसने उसकी साडी की पिन निकाल दी और फिर साडी का पल्लू को अपने हाथो से खिंचकर निचे गिरा दिया. “खुद ही देख लो कितना दूध है.” सुशांत थोडा झुका और फिर उसने रिशा के स्तनों की बिच वाली लाईन अपना मुंह दबाया. रिशा ने अपनी आंखे बंद कर ली और अपने आप को सुशांत के हवाले कर दिया. सुशांत के दातो का स्पर्श अपनी त्वचा पर लगते ही रिशा सिहर उठी. सुशांत उसके मम्मो को चाटने लगा. थोड़ी देर चाटने के बाद वो रुका और उसने अपने हाथ से उसके ब्लाउज के हूक खोलना शुरू किया. रिशा के बड़े बड़े स्तन ऊपर निचे हो रहे थे. सुशांत ने अपने हाथो से उसकी त्वचा को सहलाया. सुशांत ने उसकी ब्लाउज के सब हुक्स खोल दिए और उसके दोनों भागो की अलग किया तो उसे रिशा की नीले रंग की ब्रा दिखी. वो सैटिन लो थी और बहुत पारदर्शक थी. “अच्छी ब्रा है लेकिन उसके अंदर जो है वो उससे भी ज्यादा अच्छे है.” सुशांत ने रिशा की ब्रा पर अपनी उंगलिया फिरायी. उसने अपनी उंगलियो से ब्रा की पट्टी खिंची. “मेरे पतिदेव ने कहा था की तुम्हारे लिए कुछ खास पहनो. उसने ही लाकर दी है.” रिशा ने कहा लेकिन ये झूठ था. उसने सिर्फ सुशांत का मन बहलाने के लिए कहा. रिशा ने अपने दोनों हाथ सुशांत के गले में डालते हुए कहा. सुशांत ने वापस उसे अपने पास खिंचा तो रिशा के स्तन सुशांत की छाती पर दब गए. उसने रिशा के होठो को चूमा और अपने हाथो से रिशा का ब्लाउज पीछे की तरफ खींचने लगा. रिशा ने सुशांत को चुमते हुए अपने दोनों हाथ सर के ऊपर उठा लिए. सुशांत ने उसका ब्लाउज खिंचा और धीरे से उसे रिशा के हाथो से निकल दिया और ब्लाउज को निचे फेक दिया. फिर सुशांत ने रिशा के दोनों स्तन उसके ब्रा की कप से बाहर निकाले. रिशा की आंखे बंद थी और वो अब किसी मदमस्त रति की तरह झूम रही थी. वो अपनी जांघे एक के ऊपर एक रगड़ रही थी. सुशांत ने रिशा के दोनों स्तनों को एक एक करके चाटना शुरू किया. उसकी खुरदरी जीभ का स्पर्श रिशा के स्तनों पर होते ही रिशा दीवानी हो गयी. उसने अपने दोनों हाथ सुशांत के सर के पीछे डाले और उसके चेहरे को अपने स्तनों पर रगड़ने लगी. सुशांत की दाढ़ी के बाल उसके स्तनों पर लगते ही रिशा सिहर उठती थी. अब उसके यौवन रस उसकी जांघो को गिला कर रहे थे. सुशांत अब पागल की तरह रिशा के स्तनों पर टूट पड़ा. उसने दातो से रिशा की चुचियो को काटा तो रिशा के मुंह से एक सिसकी निकल गयी. फिर उसने रिशा की चुचियो को जीभ से चाटना शुरू किया. अब रिशा की आंखो में एक पागलपन था. उसने कभी भी कल्पना नहीं की थी की वो किसी मर्द के सिर्फ एक घंटे पहले मिलने के बाद उसके मुंह में अपने स्तन दे सकती है. लेकिन अब वो एक गंदे से गैरेज में सुशांत के साथ खड़ी होकर अपने स्तन उसके मुंह में ठूस रही थी. सुशांत रिशा के स्तनों को अपने दातो से हलके हलके काट रहा था. उसके दातो के निशान रिशा की मुलायम त्वचा पर दिखने लगे थे.
“सुशांत, अब क्या मेरे मम्मो को पूरा लाल ही करके रखोगे क्या? जरा मेरे बेचारे पती की तो सोचो. जब वो तुम्हारे इन लव बाईट को देखेगा तो क्या कहेगा?” रिशा ने सुशांत को उकसाने के लिए कहा. उसे भी पता था की उसका पती ही उसे यहा लाया है. लेकिन उसी वक्त वो सुशांत के सर को अपने दोनों हाथो से पकड़ कर अपने स्तनों पर धीरे धीरे मसल रही थी. “वो क्या कहेगा? वो खुद ही तो तुझे यहाँ लेकर आया है.” सुशांत ने अपनी दाढ़ी रिश के स्तनों पर घिसते हुये कहा. सुशांत के सर पर अब जैसे कोई भुत सवार हो गया था. उसका लिंग एकदम खड़ा हो चूका था. उसने एक सेकंड के लिए अपने आप को रोका और फिर अपने दोनों हाथ रिशा की पीठ पर लेकर गया. फिर उसने रिशा के दोनों ब्रा हुक्स निकल दिये. रिशा मुस्करायी और उसने थोडा पीछे हटकर ब्रा निकलकर निचे फेंक दी. अब सुशांत ने रिशा की साडी उसकी कमर से खिंची और उसे उतारना शुरू किया. रिशा ने भी उसे मदद करने के लिये जहां साड़ी कमर पर बंधी थी वहा से निकल दी. फिर सुशांत ने रिशा को गोल गोल घुमाया ताकि साडी को पूरी तरह निकल सके. पूरी तरह साडी निकल कर उसने उसे भी निचे फेंक दिया. अब रिशा सिर्फ एक पेटीकोट पहने हुये कड़ी थी. सुशांत का मुंह उसके स्तनों से हटने के बाद अब उसका उन्माद थोडा कम हुआ था. उसने शरमाते हुये अपने दोनों हाथो से अपने स्तन ढकने का प्रयास किया. लेकिन सुशांत अब कहा माने वाला था. उसने रिशा के दोनों हाथ अपने हाथो में लेकर उन्हें हटाया और वो रिशा के स्तनों को निहारने लगा. “तुम ऐसे बहुत सेक्सी दिखती हो रिशा.” रिशा के गाल शर्म से गुलाबी हो गये थे. सुशांत ने उसकी उंगलियों से रिशा के होठो पर एक लकीर खिंची और उसके होठो को अपने अंगूठे से दबाया.
फिर उसके होठो को चुमते हुये सुशांत ने अपने हाथ रिशा के स्तनों पर ले गया और उन्हें मसलने लगा. उसने अपने बड़े हाथो से रिशा के मम्मो को निचोड़ा तो रिशा के मुंह से एक आह निकल गयी. “उई माँ, अब क्या पूरा दूध आज ही निकल लोगे क्या?” रिशा ने हाँफते हुये पूछा. “डार्लिंग , दूध मुझे तेरा नहीं , तुझे मेरा निकालना है.” उसने रिशा के कंधों पर हाथ रखे और धीरे से उसे निचे की तरफ धकेलने लगा. रिशा को समझ आ गया की उसे क्या चाहिये. वो मुस्करायी और फिर निचे झुकी और जमीन पर बैठ गयी. उसने ऊपर देखते हुये सुशांत को एक स्माइल दी. फिर उसने अपने हाथ से सुशांत की पैंट की बेल्ट निकाली और उसकी ज़िप खोल दी. उसने धीरे से उसकी पैंट को निचे खिंचा तो एक झटके में सुशांत का बड़ा लिंग ज़िप से बहार आ गया. उसे देखते ही रिशा के होश ही उड़ गये. उसका लिंग कम से कम दस इंच का था और काफी मोटा था. उसके चेहरे के भाव देखकर सुशांत मुस्कराया. “लगता है आज तक तुमने इतना बड़ा लिंग नहीं देखा कभी.” रिशा ने ऊपर देखा और वो भी मुस्करायी. फिर उसने बिना कुछ कहे सुशांत के लिंग को धीरे से अपने हाथ में लिया और उसे सहलाने लगी. रिशा के मुलायम हाथो का स्पर्श होते ही सुशांत का लिंग और भी तन गया. उसके मुंह से एक सिसकी निकल गयी. रिशा ने हलके हाथो से उसके लिंग को हिलाना शुरू किया. “तुम्हारा बहुत ही बड़ा है.” उसने शरमाते हुए सुशांत की तरफ देखा. रिशा अब काफी गीली हो चुकी थी और उसके बदन में चिंगारिया जाग रही थी. उसे ऐसा लग रहा था जैसे की उसका बदन प्यास से जल रहा है.
“सुशांत, अब क्या मेरे मम्मो को पूरा लाल ही करके रखोगे क्या? जरा मेरे बेचारे पती की तो सोचो. जब वो तुम्हारे इन लव बाईट को देखेगा तो क्या कहेगा?” रिशा ने सुशांत को उकसाने के लिए कहा. उसे भी पता था की उसका पती ही उसे यहा लाया है. लेकिन उसी वक्त वो सुशांत के सर को अपने दोनों हाथो से पकड़ कर अपने स्तनों पर धीरे धीरे मसल रही थी. “वो क्या कहेगा? वो खुद ही तो तुझे यहाँ लेकर आया है.” सुशांत ने अपनी दाढ़ी रिश के स्तनों पर घिसते हुये कहा. सुशांत के सर पर अब जैसे कोई भुत सवार हो गया था. उसका लिंग एकदम खड़ा हो चूका था. उसने एक सेकंड के लिए अपने आप को रोका और फिर अपने दोनों हाथ रिशा की पीठ पर लेकर गया. फिर उसने रिशा के दोनों ब्रा हुक्स निकल दिये. रिशा मुस्करायी और उसने थोडा पीछे हटकर ब्रा निकलकर निचे फेंक दी. अब सुशांत ने रिशा की साडी उसकी कमर से खिंची और उसे उतारना शुरू किया. रिशा ने भी उसे मदद करने के लिये जहां साड़ी कमर पर बंधी थी वहा से निकल दी. फिर सुशांत ने रिशा को गोल गोल घुमाया ताकि साडी को पूरी तरह निकल सके. पूरी तरह साडी निकल कर उसने उसे भी निचे फेंक दिया. अब रिशा सिर्फ एक पेटीकोट पहने हुये कड़ी थी. सुशांत का मुंह उसके स्तनों से हटने के बाद अब उसका उन्माद थोडा कम हुआ था. उसने शरमाते हुये अपने दोनों हाथो से अपने स्तन ढकने का प्रयास किया. लेकिन सुशांत अब कहा माने वाला था. उसने रिशा के दोनों हाथ अपने हाथो में लेकर उन्हें हटाया और वो रिशा के स्तनों को निहारने लगा. “तुम ऐसे बहुत सेक्सी दिखती हो रिशा.” रिशा के गाल शर्म से गुलाबी हो गये थे. सुशांत ने उसकी उंगलियों से रिशा के होठो पर एक लकीर खिंची और उसके होठो को अपने अंगूठे से दबाया.
फिर उसके होठो को चुमते हुये सुशांत ने अपने हाथ रिशा के स्तनों पर ले गया और उन्हें मसलने लगा. उसने अपने बड़े हाथो से रिशा के मम्मो को निचोड़ा तो रिशा के मुंह से एक आह निकल गयी. “उई माँ, अब क्या पूरा दूध आज ही निकल लोगे क्या?” रिशा ने हाँफते हुये पूछा. “डार्लिंग , दूध मुझे तेरा नहीं , तुझे मेरा निकालना है.” उसने रिशा के कंधों पर हाथ रखे और धीरे से उसे निचे की तरफ धकेलने लगा. रिशा को समझ आ गया की उसे क्या चाहिये. वो मुस्करायी और फिर निचे झुकी और जमीन पर बैठ गयी. उसने ऊपर देखते हुये सुशांत को एक स्माइल दी. फिर उसने अपने हाथ से सुशांत की पैंट की बेल्ट निकाली और उसकी ज़िप खोल दी. उसने धीरे से उसकी पैंट को निचे खिंचा तो एक झटके में सुशांत का बड़ा लिंग ज़िप से बहार आ गया. उसे देखते ही रिशा के होश ही उड़ गये. उसका लिंग कम से कम दस इंच का था और काफी मोटा था. उसके चेहरे के भाव देखकर सुशांत मुस्कराया. “लगता है आज तक तुमने इतना बड़ा लिंग नहीं देखा कभी.” रिशा ने ऊपर देखा और वो भी मुस्करायी. फिर उसने बिना कुछ कहे सुशांत के लिंग को धीरे से अपने हाथ में लिया और उसे सहलाने लगी. रिशा के मुलायम हाथो का स्पर्श होते ही सुशांत का लिंग और भी तन गया. उसके मुंह से एक सिसकी निकल गयी. रिशा ने हलके हाथो से उसके लिंग को हिलाना शुरू किया. “तुम्हारा बहुत ही बड़ा है.” उसने शरमाते हुए सुशांत की तरफ देखा. रिशा अब काफी गीली हो चुकी थी और उसके बदन में चिंगारिया जाग रही थी. उसे ऐसा लग रहा था जैसे की उसका बदन प्यास से जल रहा है.