04-02-2020, 04:27 PM
फिर दीदी ने अपनी सलवार निकल दी ओर पैंटी भी ओर मेरे भी सारे कपड़े निकल दिए अब मैं बिलकुल नंगा था ओर दीदी ने सिर्फ़ ब्रा ओर सूट पहन रखा था. फिर मैंने कहा दीदी सूट को भी निकल दो तो कुछ देर के बाद दीदी ने सूट भी निकल दिया पर ब्रा नहीं निकल ओर दीदी बेड पर लेट गयी ओर मुझे अपने ऊपर आने को कहा मैं दीदी के ऊपर चढ़ गया ओर दीदी ने मेरे लंड को हाथ में लिया ओर दीदी के हाथ लगते ही लड़ कड़ा होने लगा ओर देखते ही देखते लंड 7 इंच लंबा हो गया दीदी ने कहा तेरा तो बहुत लंबा हे ओर फिर दीदी ने लंड को चुत के मुंह पर रख ओर रगड़ने लगी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.