04-02-2020, 04:27 PM
न्हें रोता देख कर मैं भी रोने लगा ओर फिर मैंने दीदी से कहा प्लीज़ आप रोना बंद करो मैं आप को छोड कर कहीं नहीं जाऊंगा लेकिन मुझे एक बार करने दो प्लीज़ ओर दीदी ने कहा भाई ये सब भाई बहन के बीच नहीं होता हे अब मैं तुम्हें कैसे समझाऊ. ओर फिर मेरे बार बार बोलने पर दीदी मान गयी लेकिन बोली सिर्फ़ एक ही बार कमरा ओर जैसे मैं बोलू वैसे ही मैंने कहा ठीक हे दीदी ओर दीदी को थॅंक्स बोला.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.