04-02-2020, 04:26 PM
दीदी बोली ओके मैं बताती हूँ पर तू ऐसे उदास मत हो ओर फिर दीदी ने मुझे से कहा जब मेल का लंड फ़ीमेल की चुत में जाता हे ओर अपना पानी छोड देता हे तो उस पानी से फ़ीमेल को बच्चा होता हे ओर जो रात को तेरा निकला था उसी पानी से बच होता हे. मैं फिर से उदास हो कर बैठ गया तो दीदी बोली अब क्या हुआ मैंने सब बता तो भैया'. फिर मैंने कहा मुझे एक बार करके देखना हे तो दीदी ने कहा मेरे साथ नहीं अपनी वाइफ के साथ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.