04-02-2020, 04:22 PM
ओर हम बाथरूम में चले गये ओर दीदी ने मेरी निक्कर ओर आंडरवेयर निकल दिए ओर साइड में रख कर मेरे लंड पर हाथ लगाया तो मैंने कहा दीदी रात को पहले मुझे कभी सो सो नहीं आया था फिर आज कैसे. दीदी ने पानी से मेरे लंड को साफ कर दिया ओर बोली इस उमर में कभी कभी ऐसा हो जाता हे चलो सो जाते हे. फिर नेक्स्ट मॉर्निंग मैंने उठा ओर दीदी मुझे बात के लिए बाथरूम में ले गयी ओर मेरे सारे कपड़े निकल दिए ओर मुझे बात देने लगी फिर दीदी का हाथ मेरे लंड पर लगा ओर दीदी लंड ली सफाई करने लगी ओट तभी लंड कड़ा होने लगा लेकिन मुझे कुछ नहीं पता था की क्या हो रहा हे.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.