04-02-2020, 02:50 PM
अब पापा ने बुआ को कुर्सी के सहारे झुका कर खड़ी किया और पीछे से बुआ की चूत चोदने लगे। बुआ भी गांड उचका उचका कर चूत चुदवाने लगी। अचानक दोनों के जिस्म अकड़ने लगे और ठंडी आहह के साथ झड़ गए। पापा का लंड बुआ की चूत से बाहर आ गया और पापा का वीर्य बुआ की चूत से नीचे टपकने लगा।
बुआ ने पापा का लंड चाट कर साफ कर दिया और पापा को आई पिल लाने को बोला। तब उनकी बात से मालूम हुआ कि बुआ का बेटा भी पापा की औलाद है। पापा बाईक लेकर आई पिल लेने चले गए और बुआ रूम में जाकर लेट गई। मैं धीरे से घर से निकली और अपने एक यार से चुदवा कर गर्मी निकाली।
मैं छुट्टी के टाईम घर आकर लेट गई और आज की चुदाई के बारे में सोचने लगी। बुआ और पापा की चुदाई के बारे सोचते-सोचते एक दम से याद आया कि मेरी मम्मी भी मेरे मामा के रूम में बहुत देर तक दरवाजा बंद करके मामा के साथ रहती है। मुझे उन पर भी शक हुआ और उन पर भी नज़र रखने लगी।
बुआ ने पापा का लंड चाट कर साफ कर दिया और पापा को आई पिल लाने को बोला। तब उनकी बात से मालूम हुआ कि बुआ का बेटा भी पापा की औलाद है। पापा बाईक लेकर आई पिल लेने चले गए और बुआ रूम में जाकर लेट गई। मैं धीरे से घर से निकली और अपने एक यार से चुदवा कर गर्मी निकाली।
मैं छुट्टी के टाईम घर आकर लेट गई और आज की चुदाई के बारे में सोचने लगी। बुआ और पापा की चुदाई के बारे सोचते-सोचते एक दम से याद आया कि मेरी मम्मी भी मेरे मामा के रूम में बहुत देर तक दरवाजा बंद करके मामा के साथ रहती है। मुझे उन पर भी शक हुआ और उन पर भी नज़र रखने लगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
