04-02-2020, 02:46 PM
बुआ : क्या हुआ भईया, कहां खो गए।
पापा : कुछ नहीं किरन, आज पहली बार तुझे ऐसी ड्रेस में देखा है। तुम बहुत सेक्सी लग रही हो। पहले तुझे सिर्फ सलवार कमीज में ही देखा है।
बुआ : आज घर में कोई नहीं है तो मैंने सोचा ऐसी ड्रेस ट्राई करके देखती हूं। पहले अर्श के घर होने से छुपकर चुदाई करनी पड़ती थी और आज खुल कर मजे लेंगें।
पापा : उफफ अर्श का नाम मत लो किरन, मुझे कुछ-कुछ होने लगता है। साली अपनी मां की तरह बहुत गर्म माल है। जब सामने होती है तो उसकी चाल और अदा में मुझे एक चुद्दकड़ रंडी दिखती है। दिल करता है साली को चोद दूं। मैंने उसे गर्म करने की बहुत बार कोशिश भी की है लेकिन पटी नही। अगर मेरी बेटी न होती तो कब का उसके सेक्सी बदन के मजे ले लेता।
पापा के मुंह से ये बात सुनकर मैं दंग रह गई। मुझे ख्याल आया कि पापा मेरे गुदगुदी करते रहते हैं और मेरे बूब्ज, गांड और मेरी चूत पर भी हाथ फेर देते हैं। मुझे लगता था ऐसे ही हाथ लग जाता होगा लेकिन अब मालूम हुआ कि वो मेरे बदन का मजा लेने केलिए और मुझे गर्म करने केलिए करते थे ताकि मुझे चोद सकें। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
बुआ : बेटी है तो क्या हुआ, मैं भी तुम्हारी बहन हूं। मुझे चोद सकते हो तो वो भी चुद जाएगी।
पापा : तुम्हारी बात अलग है किरन, तुम तो चुदने केलिए तैयार थी और जब हम खेल खेल में एक-दूसरे से चिपक गए थे, तुम तभी गर्म हो गई थी और रात को सील भी तुड़वा ली थी। लेकिन अर्श गर्म होकर भी लाईन नहीं दे रही और मुझे लगता है वो पहले से ही चुदी हुई है।
बुआ : अरे भईया अर्श को बाद में पटा लेना, आज नहीं तो कल आपका लंड उसकी चूत में होगा। आप उसे चोदोगे जरूर। आप जैसे चोदू आदमी से कब तक भागेगी। खुद को शरीफ कहलाने वाली मेरी सहेलियां भी आपके लंबे मोटे लंड के सामने लार टपकाती हुई चुदने लगती थीं। अब उसको भूल जाओ और मजे करते हैं। बहुत साल बाद ऐसे खुल्लमखुल्ला चुदाई करने का मौका नसीब हुआ है।
पापा : हां किरन तुम्हारी शादी से पहले हम खेत वाले रूम में ऐसे खुल्लमखुल्ला चुदाई करते थे। चलो फिर से वही मजा करते हैं।
पापा कुर्सी पर बैठे हुए थे और बुआ ने सामने खड़ी होकर अपनी शर्ट के बटन खोल दिए। बूआ ने लाल रंग की हॉफ़ ब्रा पहनी हुई थी जिस में बुआ के आधे से ज्यादा बूब्ज बाहर झलक रहे थे। बुआ ने अपनी शर्ट उतार कर पापा पर फेंक दी और पापा के सामने बूब्ज और गांड हिलाते हुए सेक्सी डांस करने लगी। पापा उसको सेक्सी नज़रों से निहारते हुए अपनी लोअर से अपना लंड निकाल कर सहलाने लगे।
बुआ पापा के पास आई और पापा के लंड पर चुम्मा लेकर लोअर एवं अंडरवियर निकाल दिया। पापा ने बुआ की जींस का बटन और जिप खोलकर जींस को निकाल कर फेंक दिया। बुआ ने पैंटी नहीं पहनी थी और पापा ने बुआ की शेवड चिकनी चूत पर चुम्मा ले लिया। बुआ ने पापा की टी शर्ट निकाल कर उनकी छाती को सहलाया। पापा नए बुआ के ब्रा की हुक खोलकर ब्रा निकाल कर सूंघते हुए फेंक दिया और बारी बारी से बुआ के दोनों बूब्ज़ को चूमा।
पापा : कुछ नहीं किरन, आज पहली बार तुझे ऐसी ड्रेस में देखा है। तुम बहुत सेक्सी लग रही हो। पहले तुझे सिर्फ सलवार कमीज में ही देखा है।
बुआ : आज घर में कोई नहीं है तो मैंने सोचा ऐसी ड्रेस ट्राई करके देखती हूं। पहले अर्श के घर होने से छुपकर चुदाई करनी पड़ती थी और आज खुल कर मजे लेंगें।
पापा : उफफ अर्श का नाम मत लो किरन, मुझे कुछ-कुछ होने लगता है। साली अपनी मां की तरह बहुत गर्म माल है। जब सामने होती है तो उसकी चाल और अदा में मुझे एक चुद्दकड़ रंडी दिखती है। दिल करता है साली को चोद दूं। मैंने उसे गर्म करने की बहुत बार कोशिश भी की है लेकिन पटी नही। अगर मेरी बेटी न होती तो कब का उसके सेक्सी बदन के मजे ले लेता।
पापा के मुंह से ये बात सुनकर मैं दंग रह गई। मुझे ख्याल आया कि पापा मेरे गुदगुदी करते रहते हैं और मेरे बूब्ज, गांड और मेरी चूत पर भी हाथ फेर देते हैं। मुझे लगता था ऐसे ही हाथ लग जाता होगा लेकिन अब मालूम हुआ कि वो मेरे बदन का मजा लेने केलिए और मुझे गर्म करने केलिए करते थे ताकि मुझे चोद सकें। यह कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है..
बुआ : बेटी है तो क्या हुआ, मैं भी तुम्हारी बहन हूं। मुझे चोद सकते हो तो वो भी चुद जाएगी।
पापा : तुम्हारी बात अलग है किरन, तुम तो चुदने केलिए तैयार थी और जब हम खेल खेल में एक-दूसरे से चिपक गए थे, तुम तभी गर्म हो गई थी और रात को सील भी तुड़वा ली थी। लेकिन अर्श गर्म होकर भी लाईन नहीं दे रही और मुझे लगता है वो पहले से ही चुदी हुई है।
बुआ : अरे भईया अर्श को बाद में पटा लेना, आज नहीं तो कल आपका लंड उसकी चूत में होगा। आप उसे चोदोगे जरूर। आप जैसे चोदू आदमी से कब तक भागेगी। खुद को शरीफ कहलाने वाली मेरी सहेलियां भी आपके लंबे मोटे लंड के सामने लार टपकाती हुई चुदने लगती थीं। अब उसको भूल जाओ और मजे करते हैं। बहुत साल बाद ऐसे खुल्लमखुल्ला चुदाई करने का मौका नसीब हुआ है।
पापा : हां किरन तुम्हारी शादी से पहले हम खेत वाले रूम में ऐसे खुल्लमखुल्ला चुदाई करते थे। चलो फिर से वही मजा करते हैं।
पापा कुर्सी पर बैठे हुए थे और बुआ ने सामने खड़ी होकर अपनी शर्ट के बटन खोल दिए। बूआ ने लाल रंग की हॉफ़ ब्रा पहनी हुई थी जिस में बुआ के आधे से ज्यादा बूब्ज बाहर झलक रहे थे। बुआ ने अपनी शर्ट उतार कर पापा पर फेंक दी और पापा के सामने बूब्ज और गांड हिलाते हुए सेक्सी डांस करने लगी। पापा उसको सेक्सी नज़रों से निहारते हुए अपनी लोअर से अपना लंड निकाल कर सहलाने लगे।
बुआ पापा के पास आई और पापा के लंड पर चुम्मा लेकर लोअर एवं अंडरवियर निकाल दिया। पापा ने बुआ की जींस का बटन और जिप खोलकर जींस को निकाल कर फेंक दिया। बुआ ने पैंटी नहीं पहनी थी और पापा ने बुआ की शेवड चिकनी चूत पर चुम्मा ले लिया। बुआ ने पापा की टी शर्ट निकाल कर उनकी छाती को सहलाया। पापा नए बुआ के ब्रा की हुक खोलकर ब्रा निकाल कर सूंघते हुए फेंक दिया और बारी बारी से बुआ के दोनों बूब्ज़ को चूमा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
