04-02-2020, 02:14 PM
मैं हमेशा पापा को हसरत भरी नजरों से देखती हूं और पापा मुझे। जब पापा अपनी सेक्सी नजरों से मेरा बदन निहारते हैँ तो मेरे तन मन में आग लग जाती है और पापा से चुदाई को बेताब हो जाती हूं। लेकिन पापा को बोल नहीं पाती फिर किसी और मर्द से अपनी चुदाई की आग शांत करती हूं। मैंने पापा के सामने बहुत बार एक्सपोज भी किया ताकि पापा कुछ करें। मैं खुले गले का टॉप पहन कर पापा के सामने झुक जाती हूं और पापा मेरे बडे़ बडे़ बूब्ज़ को निहारते हैं।
जब मैं ऐसे करती हूं तो मेरी नजर पापा के लंड पर होती हैऔर पापा का लंड मेरे बूब्ज़ देखकर खड़ा हो जाता है तथा उनकी पैंट में तंबू बन जाता है। पापा की आयु चाहे 44 साल है लेकिन रोजाना कसरत करने की वजह से उनकी आयु 33-34 साल से ज्यादा नहीं लगती। पापा का लंड काफी मोटा, लंबा एवं दमदार है और पापा चुदाई काफी देर तक करते हैं। अब अपनी कल्पना वाली चुदाई की कहानी पर आती हूं।
जब मैं ऐसे करती हूं तो मेरी नजर पापा के लंड पर होती हैऔर पापा का लंड मेरे बूब्ज़ देखकर खड़ा हो जाता है तथा उनकी पैंट में तंबू बन जाता है। पापा की आयु चाहे 44 साल है लेकिन रोजाना कसरत करने की वजह से उनकी आयु 33-34 साल से ज्यादा नहीं लगती। पापा का लंड काफी मोटा, लंबा एवं दमदार है और पापा चुदाई काफी देर तक करते हैं। अब अपनी कल्पना वाली चुदाई की कहानी पर आती हूं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.