08-02-2019, 04:23 PM
Update 23
अब तक-:
राहुल और तनु पहली बार आपस में इतने प्यार से बात कर रहे थे । एक तरफ राहुल इतना सब होने के बाद भी खुश था तो दूसरी तरफ तनु एक उलझन थी । वो समझ नहीं पा रही थी कि वो क्यों राहुल के इतने करीब जा रही है जबकि वो मनोज के साथ रिलेशनशिप में है ।
अब आगे-:
रमा और गरिमा लगभग एक साथ 3.30 घर पहुँची ,तब तक राहुल ,तनु को खाना देकर ट्यूशन जा चुका था और तनु अपने कमरे में थी ।रमा को डर था कि कहीं गरिमा या तनु को शक न हो जाए इसलिए उसने जानबूझ तोड़े गुस्से में गरिमा से पूछा " गरिमा इतनी देर कँहा थी तू ? आजकल तेरा घूमना फिरना कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है "
गरिमा- सहेली के घर चली गयी थी इसलिए लेट हो गयी ।
रमा(उसे गरिमा के सीधे साफ जवाब से खुशी भी और गुस्सा भी आया )-देख रही हूं जैसे-2 एग्जाम पास आ रहें तू कुछ ज्यादा ही घूमने लगी है ।
गरिमा(रमा के पास आकर उसके चेहरे पर किस करते हुए)-टेंशन मत लो मां इस बार भी क्लास में फर्स्ट ज़रूर आऊँगी ।तुम तो ऐसे ही शक करती रहती हो ।
रमा(उसे अनजान बनने में बड़ा मजा आ रहा था)- जा तनु को बुला ला मैं तुम दोनों के लिए खाना निकाल लाती हूँ ।
गरिमा- मेरे लिए मत निकलना मैंने फ्रेंड के घर खा लिया है । फिर वो तनु को आवाज़ लगाती है " तनु नीचे आ मम्मी खाने के लिए बुला रही हैं ।
तनु-मैंने खा लिया है तुम दोनों खा लो ।
रमा- ठीक है , ट्यूशन होमवर्क कर के फिर मनोज आता होगा चार बजने वाले हैं ।मैं अपने रूम में रेस्ट करने जा रही हूँ मुझे तंग मत करना ।
रमा अपने कमरे में चली गयी और गरिमा तनु के पास आ गयी ।
तनु-कँहा थी तू ? तेरा तो हॉफ डे था आज ?
गरिमा(वो अपनी छोटी बहन का उतरा हुआ चेहरा देखकर पहचान गयी कि आज नकचढ़ी का मूड खराब है)-क्या बात है नकचढ़ी तेरा मूड क्यों खराब है ? मनोज आज पढ़ाने नहीं आ रहा क्या ?
तनु-मेरा मूड बिल्कुल ठीक है ,बस मैं कुछ सोच रही हूँ।
गरिमा-अच्छा तो नकचढ़ी सोचती भी है ।
तनु-देखो मेरा मज़ाक मत उड़ाओ नहीं तो मैं बात नहीं करूँगी ।
गरिमा-अच्छा बाबा माफ कर दे मुझे गलती हो गई चल अब यह बता क्या सोच रही थी ।
तनु-तुझे नहीं लगता कि राहुल अचानक बदल गया है ।
गरिमा-हम्म अब कपड़े तो ढंग से पहनता है ।
तनु-नहीं यार ....
तनु पिछली रात वाली घटना गरिमा को बताने ही जा रही थी कि मनोज आ गया ।
गरिमा-तू आज गेस्ट रूम में ही पढ़ ले मैं बहुत थक गई हूँ यार ।
तनु-ठीक है ,पर आज रात तू घरपर ही है ना ?
गरिमा-हाँ यार तू जा न जल्दी वरना वो ऊपर आ जायेगा । उसे कहना कि गरिमा को बुखार है और वो सो रही है ।
तनु-ठीक है ।
तनु को तो केवल शक था और अपनी भावनाओं को दबाने के लिए वो अपने इस शक को बढ़ावा दे रही थी लेकिन कोई था जो राहुल के बारे में इन सबसे ज्यादा ही नहीं बल्कि उसके अतीत के साथ वो यह भी जानता था कि राहुल अनाथ कैसे हुआ और वो इस समय एक गुप्त जगह पे बैठा एक गहरी साजिश रच रहा था । उसके कई गुलामों में से एक था मित्तल ।
अँधरे से भरी एक गुफा में जो दूर कहीं अनजानी जगह पर थी मित्तल एक अजीब सी आकृति के सामने सिर झुकाए खड़ा था । वो अजीब सी आकृति दिखने में तो इंसान ही लग रही थी पर उसका बदन ऐसा था मानो सफेद धुँए का बना हो उसके आरपार देखा जा सकता था आर पार जाया जा सकता था वो थी एक आत्मा ....खूंखार कंसक की आत्मा ।
कंसक- मेरे बच्चे बता क्या खबर है ।
मित्तल-छे और लड़कियों को लाया जा चुका है ।
कंसक- काम बहुत ही धीरे हो रहा है मैंने तुम्हें इतनी दौलत दी है उसका प्रयोग करो लड़कियों को खरीदो जँहा से खरीद सकते हो क्योंकि तुम जानते हो कि मैं सिर्फ औरतों का दूध पी कर ही ज़िंदा रह सकता हूँ ।
मित्तल-भगवन बिना बदन के आप कभी शक्तिशाली नहीं हो सकते ,अब जब वो खास लड़का मिल चुका है तो हमें वो प्रकिया शुरू कर देनी चाहिए ।
कंसक-यह मैं जानता हूँ मुझे मत सिखा , उस प्रक्रिया से पहले उस लड़के का 29 लड़कियों से संभोग करना ज़रूरी है तभी वो प्रक्रिया सफल होगी । लेकिन इस रूप में मैं इतना शक्तिशाली नहीं कि उसके दिमाग पर पूरी तरह से काबू पा सकूँ । लेकिन उसका भी उपाय मैंने सोच लिया है ।
मित्तल- क्या उपाय है ? भगवन
कंसक-पहले मेरे लिए दूध लाओ मुझे कमज़ोरी महसूस हो रही है । एक भूरे बालों वाली अंग्रेजन कमरे में एक बड़ा सा जग लेकर दाखिल होती है ।
मित्तल ऐसी जगह पर एमी जैक्सन जैसी सुपर मॉडल और फिल्मों की अदाकारा को देखकर हैरान रह जाता । एमी जैक्सन सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी वो बिना किसी शर्म लिहाज के चलती हुई कंसक के पास आ गयी और उसे दूध से भरा हुआ जग दिया और कंसक के अगले हुक्म का इंतजार करने लगी ।
मित्तल उसके खूबसूरत चेहरे मादक बदन को भेड़िये जैसी नज़रों से घूर रहा था ।
कंसक-इस समय किसका दूध लाई हो एमी ?
एमी-भगवन इस समय अमीषा पटेल और सलमा हायेक का है ।
मित्तल के मन में तो बस एमी और उसका सेक्सी बदन घूम रहा था उसकी सेक्सी फोटोज़ देख देखकर मित्तल ने खूब मुठ मारी थी ।
कंसक-मित्तल लगता है तुझे हमारी नई बच्ची पसन्द है ।
मित्तल(डरते हुए)- भगवन इस सुंदरी को कौन नहीं पसंद करेगा ?
कंसक(एमी के तोता पुरी आमों जैसे स्तंनो को सहलाते हुए)-जा बच्ची जितनी देर मैं यह देसी-विदेशी मिक्स दूध पीता हूँ तू मेरे इस गुलाम के लिंग को शांत कर अभी इसे मेरे कई काम करने हैं ।पर ध्यान रहे दूध के खत्म होने से पहले इसकी कामवासना खत्म हो जानी चाहिये । इतना कहकर कंसक पत्थर के बने एक बड़े से सिंहासन पर बैठ गया और चुस्कियां लेकर दूध पीने लगा ।
एमी ने मित्तल का हाथ पकड़कर उसे एक कुर्सी पर बिठा दिया और मित्तल पास नीचे जमीन पर घुटनों के बल बैठते हुए धीरे-2 बड़ी लगन से उसकी पैंट की ज़िप खोलकर मित्तल का 10इंची लन्ड बाहर निकाल लिया और उसके टट्टे सहलाते हुए उसके लिंग पर जँहा-तहां चूमने लगी ।"आह...आह..."मित्तल सिसक उठा ।एमी ने अपने सेक्सी होंठ हल्के से खोलते हुए मित्तल के लन्ड के टोपे को मुँह में भर लिया और होंठों से उसके लन्ड पर दबाव बनाते हुए उसे चूसने लगी मित्तल अपने लौड़े पर एमी के नरम और सेक्सी होंठो की गर्मी और दबाव को बड़ी मुश्किल से सहन कर पा रहा था ..."उफ्फ...एमी क्या चूसती हो...आह ...आह..." मित्तल मदहोश सा बोलता जा रहा था । अभी एमी को चुसाई शुरू किए पाँच मिनट भी नहीं हुए थे कि मित्तल एक लम्बी आह के साथ झड़ गया । एमी ने उसके वीर्य की एक बूँद भी बेकार जाने नहीं दी और सारा वीर्य गटक गई ।
कंसक-वाह एमी वाह तूने मुझे भी पछाड़ दिया है तुझे इस काम के लिए चुनकर मैंने कोई गलती नहीं कि ।
एमी ने मित्तल का मुरझाया हुआ लन्ड वापिस उसकी पैंट में खोंसते हुए उसकि ज़िप बन्द कर दी और कंसक के पास जाकर बोली "कौनसे काम के लिए भगवन"
कंसक-मित्तल अब यह बबिता की जगह लेगी और बाकी सबको बताएगी की बबिता की दूसरे शहर में नोकरी लग गयी है इसलिए वो वँहा चली गयी है ।
मित्तल- भगवन मैं समझा नहीं ,बबिता क्यों जाएगी दूसरे शहर ।
कंसक-यह काम हो चुका है ,एक बड़ी कंपनी का मालिक तेरी ही तरह मेरा गुलाम । मेरे कहने पर उसने बबिता को ज्यादा तनख्वाह का लालच देकर बुला लिया है और बबिता निकल भी चुकी है दूसरे शहर जाने के लिए । तेरा काम यह है कि तूने मनोज से बबिता को फ़ोन करवाना है ताकि बबिता अपने सभी छात्रों के फोन करे और उनसे कहे कि अब उसकी जगह उसकी बहन तनीषा यानी हमारी एमी उन्हें पढ़ाएगी ।
कंसक-एमी 4 बजने में कुछ ही समय रह गया है तुम जल्दी से बबिता के घर जाओ और उसकी जगह लो ....और काम पूरा करो ।
एमी-भगवन इतने कम समय में मैं बबिता के घर नहीं पहुँच सकती ।
कंसक-तो मैं पहुँचा देता हूँ । कंसक इतना कहकर चुटकी बजता है और एमी गायब हो जाती है ।
मित्तल-भगवन एक शंका है ।
कंसक-पूछो ।
मित्तल-भगवन बबिता का मकान मालिक कोई अड़चन न पेश कर दे ।
कंसक-ऐसा होने से बबिता खुद रोकेगी ।
मित्तल-वो कैसे ।
कंसक-मनोज के कहने पर वो अपने मकान मालिक को भी फोन करके बताएगी की अब उसकी जगह कुछ दिनों के लिए उसकी बहन तनीषा रहेगी ।
मित्तल-भगवन मेरे लिए कोई हुक्म ।
कंसक- मित्तल तुम हमसे एक अप्सरा को छुपा के रखोगे इसकी उम्मीद नहीं कि थी मैंने ।
मित्तल-भगवन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया कोई गलतफहमी है ।
कंसक-हम तुम्हारी बेटी प्रिया की बात कर रहे हैं वो हमें पसंद है उसे त्यार करो हमारे लिए ।
मित्तल-पर वो मेरी बात मानती ही नहीं है ,आप तो जानते ही हैं मनोज जैसे कई केस हो चुके हैं उसके साथ ।
कंसक-तो उसे करो त्यार और जल्दी ।
मित्तल-वो बेटी है मेरी ।
कंसक(वो दो बार ताली बजता है ,उसके हाथ में हीरों से भरी हुई एक थैली प्रकट हो जाती है)- मित्तल यह लो हमारी तरफ से और प्रिया जल्दी मान जानी चाहिए ।
मित्तल(हीरों को देखकर उसकी आँखें फटी की फटी रह जाती हैं ,वो सोचता है कई करोड़ के होंगे यह तो)- जी भगवन काम हो जाएगा ,मेरी बेटी आपकी सेवा करेगी इससे अच्छी बात उसके लिए कुछ हो ही नहीं सकती ।
दूसरी तरफ इस साजिश से अनजान राहुल ट्यूशन के लिए बबिता के घर पहुंचा तो बबिता की जगह एक तौलिए में लिपटी एक अनजानी लड़की को देखकर वो हैरान रह गया ।
राहुल -जी दीदी हैं मेरी क्लास थी ।
लड़की-मेरा नाम तनीषा है ,मैं बबिता की छोटी बहन हूँ आओ अंदर आओ । ठीक इसी समय उसका तौलिया कुछ नीचे खिसकने के कारण उसके गोरे स्तन कुछ उघड़ जाते हैं ।वो शर्माते हुए तौलिए को ठीक करती है ।
राहुल-मैं बाद में आऊँ क्या दीदी ?
तनीषा-नहीं नहीं अंदर आओ और मुझे दीदी नहीं मैम कहा करो,आज से मैं ही तुम्हें पढ़ाऊंगी ।
राहुल(तनीषा की मादक अदायों के कारण कुछ झेंपते हुए अन्दर जाता है)- बबिता दीदी कँही गयीं हैं क्या (वो सोच रहा था आज मुझे बबिता से कोई काम दिलवाने की बात करनी थी और बबिता को आज ही जाना था).
तनीषा(अपने होंठों को दांतों से काटते हुए) -हम्म बबिता की दूसरे शहर में जॉब लग गयी है इसलिए वो चली गई और कह के गयीं हैं कि उनके सब बच्चों को आज से मैं ही पढ़ाऊंगी । तुम बैठो मैं कपड़े पहनकर आती हूँ ।
राहुल कि नज़र न चाहते हुए भी तनीषा के कामुक और तराशे हुए बदन से नहीं हट रही थीं उसकी नज़र दूसरे कमरे की तरफ जा रही तनीषा कि उठी हुई गाँड़ और गोरी लम्बी टाँगों पे जा रही थी ।
तनीषा ने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया पर कुंडी नहीं लगाई और दरवाजा तोड़ा सा खुला रह गया था जिसमें से उसकी पीठ सोफ़े पर बैठे राहुल को नज़र आ रही थी । राहुल की नज़र उसपर चिपक गयी थी । राहुल ने तनीषा को तौलिया खोलते देख एक बार अपनी नज़र दूसरी तरफ घुमा ली पर फिर वो तनीषा की तरफ चली गयी वो तनीषा को पीछे से देख रहा था गोरी पीठ पर काली ब्रा की डोरियां ऐसे लग रही थीं मानों गिफ्ट पैकेट को बांधने वाले रिबन हों ,उसकी पतली ,कर्वी कमर और छोटी से पैंटी से दिखती उसकी गोरी-गोरी ,गोल उठी हुई गाँड़ देखकर राहुल का लन्ड पाजामे में सख्त होने लगपडा ।
राहुल यह तो जानता नहीं था कि तनीषा जो असली में एमी जैक्सन थी जानबूझकर उसे उत्तेजित कर रही थी ।एमी ने कनखियों से देखा कि राहुल ने मुँह दूसरी और घुमा लिया है तो वो अपनी सफलता पे मुस्कुरा उठी और अपने कपडे पहने लगी ।
"अपने आप पर काम और वासना को हावी मत होने देना" राहुल को पिंकि के शब्द याद आ रहे थे । "सही है पहले जो हो गया सो हो गया यह मेरी टीचर है इसको मुझे बुरी नज़र से नहीं देखना चाहिए" उसने मन में सोचा ।
"राहुल तू नादान है जो उस पिंकि की बातों में आ रहा है वासना भागने की नहीं बल्कि मज़े की चीज़ है ...तू सोच तनीषा के नरम होंठ तेरे लन्ड को जब चूमेंगे तो तुझे कितना मज़ा आएगा" फिर वही अदृश्य आवाज़ उसके दिमाग में गूंज उठी । "राहुल वासना ने ही तो तुझे ठीक किया है तुझे इतनी शक्तियों का मालिक बनाया है और तू इसी से भाग रहा है....देख उसको उसके अपार सौंदर्य को ...आज तक तुझे मिला ही क्या है ? बूढ़ी रमा ? या वो छिनाल बबिता " अदृष्य आवाज़ राहुल के दिलो दिमाग पर छा सी गयी ।
राहुल ने अपना सिर उठाकर तनीषा के कमरे की तरफ देखा मिनी सफेद रंग की सीलव लेस टॉप और उसके ऊपर काला कोट जो खुला हुआ था जो मानो राहुल से कह रहा था " राहुल अगर मेरे बटन बंद होते तो क्या तू इस सुंदर नेवल को देख पाता?"
तनीषा(कमरे से बाहर आते हुए ) - सॉरी मुझे देर लग गयी मुझे क्लास का टाइम पता नहीं था न ।
राहुल(राहुल की नज़र न चाहते हुए भी ,तनीषा की क्लीवेज पे अटक गई थी , उसने दूसरी ओर देखने की कोशिश करते हुए कहा)- नहीं मैम इट्स ओके ।
तनीषा-(राहुल के गाल को खींचते हुए )- बड़े प्यारे हो तुम अगर तुम बुरा न मानों तो क्या मैं कॉफी बना लूँ ?
राहुल(उसे तनीषा का स्पर्श किसी बिजली के झटके सा लगा था ,इस समय तनीषा उससे जान भी मांगती तो राहुल जान भी दे देता)- बना लो मैम ।
तनीषा-तुम भी चलो किचेन में इतनी देर कॉफी बनती मैं तुमसे पूछ लूँगी की तुम क्या क्या पढ़ चुके हो और क्या पढ़ना है ।
राहुल उसके पीछे-2 चल पड़ा । "कौनसी क्लास में हो तुम " तनीषा ने गैस पे बर्तन चढ़ाते हुए पूछा ।
राहुल(उफ्फ इसकी गाँड़ कितनी गोल है..मन में सोच रहा था)- बाहरवीं ।
तनीषा(राहुल को घूरते हुए)-काफी बड़े हो । नाम क्या है तुम्हारा ?
राहुल- राहुल ।
तनीषा-ओह तुम हो राहुल , बबिता बड़ी तारीफ करती थी तुम्हारी देखते हैं कैसे स्टूडेंट साबित होते हो तुम ।
राहुल- अच्छा होने की कोशिश करूँगा ,पूरा मन लगाकर पढ़ूँगा ।
तनीषा पूरी क्लास के टाइम किसी न किसी तरह राहुल की सिड्यूस करती रही थी ,कभी झुककर अपनी क्लीवेज दिखाती तो कभी मुँह में उँगली डालकर सेक्सी मुँह बनाती । तनीषा चाहती तो राहुल को आज ही सेक्स के लिए मजबूर कर देती पर वो चाहती थी कि राहुल के सिर पर सेक्स का भूत ऐसा सवार हो कि उसे हर लड़की में सिर्फ चूत-मोम्मे और गाँड़ नज़र आएं । राहुल क्लास से बाहर निकला तो उसका लौड़ा इतना टाइट हो चुका था कि कच्छे में दुखने लगा था । वो घर पहुंचा तो तनु बज़ार जाने के लिए तैयार बैठी थी पर वो तनु को अनदेखा कर सीधे बाथरूम में घुस गया ताकि मुठ मारकर अपनी गर्मी शांत कर सके ।
अब तक-:
राहुल और तनु पहली बार आपस में इतने प्यार से बात कर रहे थे । एक तरफ राहुल इतना सब होने के बाद भी खुश था तो दूसरी तरफ तनु एक उलझन थी । वो समझ नहीं पा रही थी कि वो क्यों राहुल के इतने करीब जा रही है जबकि वो मनोज के साथ रिलेशनशिप में है ।
अब आगे-:
रमा और गरिमा लगभग एक साथ 3.30 घर पहुँची ,तब तक राहुल ,तनु को खाना देकर ट्यूशन जा चुका था और तनु अपने कमरे में थी ।रमा को डर था कि कहीं गरिमा या तनु को शक न हो जाए इसलिए उसने जानबूझ तोड़े गुस्से में गरिमा से पूछा " गरिमा इतनी देर कँहा थी तू ? आजकल तेरा घूमना फिरना कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है "
गरिमा- सहेली के घर चली गयी थी इसलिए लेट हो गयी ।
रमा(उसे गरिमा के सीधे साफ जवाब से खुशी भी और गुस्सा भी आया )-देख रही हूं जैसे-2 एग्जाम पास आ रहें तू कुछ ज्यादा ही घूमने लगी है ।
गरिमा(रमा के पास आकर उसके चेहरे पर किस करते हुए)-टेंशन मत लो मां इस बार भी क्लास में फर्स्ट ज़रूर आऊँगी ।तुम तो ऐसे ही शक करती रहती हो ।
रमा(उसे अनजान बनने में बड़ा मजा आ रहा था)- जा तनु को बुला ला मैं तुम दोनों के लिए खाना निकाल लाती हूँ ।
गरिमा- मेरे लिए मत निकलना मैंने फ्रेंड के घर खा लिया है । फिर वो तनु को आवाज़ लगाती है " तनु नीचे आ मम्मी खाने के लिए बुला रही हैं ।
तनु-मैंने खा लिया है तुम दोनों खा लो ।
रमा- ठीक है , ट्यूशन होमवर्क कर के फिर मनोज आता होगा चार बजने वाले हैं ।मैं अपने रूम में रेस्ट करने जा रही हूँ मुझे तंग मत करना ।
रमा अपने कमरे में चली गयी और गरिमा तनु के पास आ गयी ।
तनु-कँहा थी तू ? तेरा तो हॉफ डे था आज ?
गरिमा(वो अपनी छोटी बहन का उतरा हुआ चेहरा देखकर पहचान गयी कि आज नकचढ़ी का मूड खराब है)-क्या बात है नकचढ़ी तेरा मूड क्यों खराब है ? मनोज आज पढ़ाने नहीं आ रहा क्या ?
तनु-मेरा मूड बिल्कुल ठीक है ,बस मैं कुछ सोच रही हूँ।
गरिमा-अच्छा तो नकचढ़ी सोचती भी है ।
तनु-देखो मेरा मज़ाक मत उड़ाओ नहीं तो मैं बात नहीं करूँगी ।
गरिमा-अच्छा बाबा माफ कर दे मुझे गलती हो गई चल अब यह बता क्या सोच रही थी ।
तनु-तुझे नहीं लगता कि राहुल अचानक बदल गया है ।
गरिमा-हम्म अब कपड़े तो ढंग से पहनता है ।
तनु-नहीं यार ....
तनु पिछली रात वाली घटना गरिमा को बताने ही जा रही थी कि मनोज आ गया ।
गरिमा-तू आज गेस्ट रूम में ही पढ़ ले मैं बहुत थक गई हूँ यार ।
तनु-ठीक है ,पर आज रात तू घरपर ही है ना ?
गरिमा-हाँ यार तू जा न जल्दी वरना वो ऊपर आ जायेगा । उसे कहना कि गरिमा को बुखार है और वो सो रही है ।
तनु-ठीक है ।
तनु को तो केवल शक था और अपनी भावनाओं को दबाने के लिए वो अपने इस शक को बढ़ावा दे रही थी लेकिन कोई था जो राहुल के बारे में इन सबसे ज्यादा ही नहीं बल्कि उसके अतीत के साथ वो यह भी जानता था कि राहुल अनाथ कैसे हुआ और वो इस समय एक गुप्त जगह पे बैठा एक गहरी साजिश रच रहा था । उसके कई गुलामों में से एक था मित्तल ।
अँधरे से भरी एक गुफा में जो दूर कहीं अनजानी जगह पर थी मित्तल एक अजीब सी आकृति के सामने सिर झुकाए खड़ा था । वो अजीब सी आकृति दिखने में तो इंसान ही लग रही थी पर उसका बदन ऐसा था मानो सफेद धुँए का बना हो उसके आरपार देखा जा सकता था आर पार जाया जा सकता था वो थी एक आत्मा ....खूंखार कंसक की आत्मा ।
कंसक- मेरे बच्चे बता क्या खबर है ।
मित्तल-छे और लड़कियों को लाया जा चुका है ।
कंसक- काम बहुत ही धीरे हो रहा है मैंने तुम्हें इतनी दौलत दी है उसका प्रयोग करो लड़कियों को खरीदो जँहा से खरीद सकते हो क्योंकि तुम जानते हो कि मैं सिर्फ औरतों का दूध पी कर ही ज़िंदा रह सकता हूँ ।
मित्तल-भगवन बिना बदन के आप कभी शक्तिशाली नहीं हो सकते ,अब जब वो खास लड़का मिल चुका है तो हमें वो प्रकिया शुरू कर देनी चाहिए ।
कंसक-यह मैं जानता हूँ मुझे मत सिखा , उस प्रक्रिया से पहले उस लड़के का 29 लड़कियों से संभोग करना ज़रूरी है तभी वो प्रक्रिया सफल होगी । लेकिन इस रूप में मैं इतना शक्तिशाली नहीं कि उसके दिमाग पर पूरी तरह से काबू पा सकूँ । लेकिन उसका भी उपाय मैंने सोच लिया है ।
मित्तल- क्या उपाय है ? भगवन
कंसक-पहले मेरे लिए दूध लाओ मुझे कमज़ोरी महसूस हो रही है । एक भूरे बालों वाली अंग्रेजन कमरे में एक बड़ा सा जग लेकर दाखिल होती है ।
मित्तल ऐसी जगह पर एमी जैक्सन जैसी सुपर मॉडल और फिल्मों की अदाकारा को देखकर हैरान रह जाता । एमी जैक्सन सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी वो बिना किसी शर्म लिहाज के चलती हुई कंसक के पास आ गयी और उसे दूध से भरा हुआ जग दिया और कंसक के अगले हुक्म का इंतजार करने लगी ।
मित्तल उसके खूबसूरत चेहरे मादक बदन को भेड़िये जैसी नज़रों से घूर रहा था ।
कंसक-इस समय किसका दूध लाई हो एमी ?
एमी-भगवन इस समय अमीषा पटेल और सलमा हायेक का है ।
मित्तल के मन में तो बस एमी और उसका सेक्सी बदन घूम रहा था उसकी सेक्सी फोटोज़ देख देखकर मित्तल ने खूब मुठ मारी थी ।
कंसक-मित्तल लगता है तुझे हमारी नई बच्ची पसन्द है ।
मित्तल(डरते हुए)- भगवन इस सुंदरी को कौन नहीं पसंद करेगा ?
कंसक(एमी के तोता पुरी आमों जैसे स्तंनो को सहलाते हुए)-जा बच्ची जितनी देर मैं यह देसी-विदेशी मिक्स दूध पीता हूँ तू मेरे इस गुलाम के लिंग को शांत कर अभी इसे मेरे कई काम करने हैं ।पर ध्यान रहे दूध के खत्म होने से पहले इसकी कामवासना खत्म हो जानी चाहिये । इतना कहकर कंसक पत्थर के बने एक बड़े से सिंहासन पर बैठ गया और चुस्कियां लेकर दूध पीने लगा ।
एमी ने मित्तल का हाथ पकड़कर उसे एक कुर्सी पर बिठा दिया और मित्तल पास नीचे जमीन पर घुटनों के बल बैठते हुए धीरे-2 बड़ी लगन से उसकी पैंट की ज़िप खोलकर मित्तल का 10इंची लन्ड बाहर निकाल लिया और उसके टट्टे सहलाते हुए उसके लिंग पर जँहा-तहां चूमने लगी ।"आह...आह..."मित्तल सिसक उठा ।एमी ने अपने सेक्सी होंठ हल्के से खोलते हुए मित्तल के लन्ड के टोपे को मुँह में भर लिया और होंठों से उसके लन्ड पर दबाव बनाते हुए उसे चूसने लगी मित्तल अपने लौड़े पर एमी के नरम और सेक्सी होंठो की गर्मी और दबाव को बड़ी मुश्किल से सहन कर पा रहा था ..."उफ्फ...एमी क्या चूसती हो...आह ...आह..." मित्तल मदहोश सा बोलता जा रहा था । अभी एमी को चुसाई शुरू किए पाँच मिनट भी नहीं हुए थे कि मित्तल एक लम्बी आह के साथ झड़ गया । एमी ने उसके वीर्य की एक बूँद भी बेकार जाने नहीं दी और सारा वीर्य गटक गई ।
कंसक-वाह एमी वाह तूने मुझे भी पछाड़ दिया है तुझे इस काम के लिए चुनकर मैंने कोई गलती नहीं कि ।
एमी ने मित्तल का मुरझाया हुआ लन्ड वापिस उसकी पैंट में खोंसते हुए उसकि ज़िप बन्द कर दी और कंसक के पास जाकर बोली "कौनसे काम के लिए भगवन"
कंसक-मित्तल अब यह बबिता की जगह लेगी और बाकी सबको बताएगी की बबिता की दूसरे शहर में नोकरी लग गयी है इसलिए वो वँहा चली गयी है ।
मित्तल- भगवन मैं समझा नहीं ,बबिता क्यों जाएगी दूसरे शहर ।
कंसक-यह काम हो चुका है ,एक बड़ी कंपनी का मालिक तेरी ही तरह मेरा गुलाम । मेरे कहने पर उसने बबिता को ज्यादा तनख्वाह का लालच देकर बुला लिया है और बबिता निकल भी चुकी है दूसरे शहर जाने के लिए । तेरा काम यह है कि तूने मनोज से बबिता को फ़ोन करवाना है ताकि बबिता अपने सभी छात्रों के फोन करे और उनसे कहे कि अब उसकी जगह उसकी बहन तनीषा यानी हमारी एमी उन्हें पढ़ाएगी ।
कंसक-एमी 4 बजने में कुछ ही समय रह गया है तुम जल्दी से बबिता के घर जाओ और उसकी जगह लो ....और काम पूरा करो ।
एमी-भगवन इतने कम समय में मैं बबिता के घर नहीं पहुँच सकती ।
कंसक-तो मैं पहुँचा देता हूँ । कंसक इतना कहकर चुटकी बजता है और एमी गायब हो जाती है ।
मित्तल-भगवन एक शंका है ।
कंसक-पूछो ।
मित्तल-भगवन बबिता का मकान मालिक कोई अड़चन न पेश कर दे ।
कंसक-ऐसा होने से बबिता खुद रोकेगी ।
मित्तल-वो कैसे ।
कंसक-मनोज के कहने पर वो अपने मकान मालिक को भी फोन करके बताएगी की अब उसकी जगह कुछ दिनों के लिए उसकी बहन तनीषा रहेगी ।
मित्तल-भगवन मेरे लिए कोई हुक्म ।
कंसक- मित्तल तुम हमसे एक अप्सरा को छुपा के रखोगे इसकी उम्मीद नहीं कि थी मैंने ।
मित्तल-भगवन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया कोई गलतफहमी है ।
कंसक-हम तुम्हारी बेटी प्रिया की बात कर रहे हैं वो हमें पसंद है उसे त्यार करो हमारे लिए ।
मित्तल-पर वो मेरी बात मानती ही नहीं है ,आप तो जानते ही हैं मनोज जैसे कई केस हो चुके हैं उसके साथ ।
कंसक-तो उसे करो त्यार और जल्दी ।
मित्तल-वो बेटी है मेरी ।
कंसक(वो दो बार ताली बजता है ,उसके हाथ में हीरों से भरी हुई एक थैली प्रकट हो जाती है)- मित्तल यह लो हमारी तरफ से और प्रिया जल्दी मान जानी चाहिए ।
मित्तल(हीरों को देखकर उसकी आँखें फटी की फटी रह जाती हैं ,वो सोचता है कई करोड़ के होंगे यह तो)- जी भगवन काम हो जाएगा ,मेरी बेटी आपकी सेवा करेगी इससे अच्छी बात उसके लिए कुछ हो ही नहीं सकती ।
दूसरी तरफ इस साजिश से अनजान राहुल ट्यूशन के लिए बबिता के घर पहुंचा तो बबिता की जगह एक तौलिए में लिपटी एक अनजानी लड़की को देखकर वो हैरान रह गया ।
राहुल -जी दीदी हैं मेरी क्लास थी ।
लड़की-मेरा नाम तनीषा है ,मैं बबिता की छोटी बहन हूँ आओ अंदर आओ । ठीक इसी समय उसका तौलिया कुछ नीचे खिसकने के कारण उसके गोरे स्तन कुछ उघड़ जाते हैं ।वो शर्माते हुए तौलिए को ठीक करती है ।
राहुल-मैं बाद में आऊँ क्या दीदी ?
तनीषा-नहीं नहीं अंदर आओ और मुझे दीदी नहीं मैम कहा करो,आज से मैं ही तुम्हें पढ़ाऊंगी ।
राहुल(तनीषा की मादक अदायों के कारण कुछ झेंपते हुए अन्दर जाता है)- बबिता दीदी कँही गयीं हैं क्या (वो सोच रहा था आज मुझे बबिता से कोई काम दिलवाने की बात करनी थी और बबिता को आज ही जाना था).
तनीषा(अपने होंठों को दांतों से काटते हुए) -हम्म बबिता की दूसरे शहर में जॉब लग गयी है इसलिए वो चली गई और कह के गयीं हैं कि उनके सब बच्चों को आज से मैं ही पढ़ाऊंगी । तुम बैठो मैं कपड़े पहनकर आती हूँ ।
राहुल कि नज़र न चाहते हुए भी तनीषा के कामुक और तराशे हुए बदन से नहीं हट रही थीं उसकी नज़र दूसरे कमरे की तरफ जा रही तनीषा कि उठी हुई गाँड़ और गोरी लम्बी टाँगों पे जा रही थी ।
तनीषा ने कमरे में जाकर दरवाजा बंद कर दिया पर कुंडी नहीं लगाई और दरवाजा तोड़ा सा खुला रह गया था जिसमें से उसकी पीठ सोफ़े पर बैठे राहुल को नज़र आ रही थी । राहुल की नज़र उसपर चिपक गयी थी । राहुल ने तनीषा को तौलिया खोलते देख एक बार अपनी नज़र दूसरी तरफ घुमा ली पर फिर वो तनीषा की तरफ चली गयी वो तनीषा को पीछे से देख रहा था गोरी पीठ पर काली ब्रा की डोरियां ऐसे लग रही थीं मानों गिफ्ट पैकेट को बांधने वाले रिबन हों ,उसकी पतली ,कर्वी कमर और छोटी से पैंटी से दिखती उसकी गोरी-गोरी ,गोल उठी हुई गाँड़ देखकर राहुल का लन्ड पाजामे में सख्त होने लगपडा ।
राहुल यह तो जानता नहीं था कि तनीषा जो असली में एमी जैक्सन थी जानबूझकर उसे उत्तेजित कर रही थी ।एमी ने कनखियों से देखा कि राहुल ने मुँह दूसरी और घुमा लिया है तो वो अपनी सफलता पे मुस्कुरा उठी और अपने कपडे पहने लगी ।
"अपने आप पर काम और वासना को हावी मत होने देना" राहुल को पिंकि के शब्द याद आ रहे थे । "सही है पहले जो हो गया सो हो गया यह मेरी टीचर है इसको मुझे बुरी नज़र से नहीं देखना चाहिए" उसने मन में सोचा ।
"राहुल तू नादान है जो उस पिंकि की बातों में आ रहा है वासना भागने की नहीं बल्कि मज़े की चीज़ है ...तू सोच तनीषा के नरम होंठ तेरे लन्ड को जब चूमेंगे तो तुझे कितना मज़ा आएगा" फिर वही अदृश्य आवाज़ उसके दिमाग में गूंज उठी । "राहुल वासना ने ही तो तुझे ठीक किया है तुझे इतनी शक्तियों का मालिक बनाया है और तू इसी से भाग रहा है....देख उसको उसके अपार सौंदर्य को ...आज तक तुझे मिला ही क्या है ? बूढ़ी रमा ? या वो छिनाल बबिता " अदृष्य आवाज़ राहुल के दिलो दिमाग पर छा सी गयी ।
राहुल ने अपना सिर उठाकर तनीषा के कमरे की तरफ देखा मिनी सफेद रंग की सीलव लेस टॉप और उसके ऊपर काला कोट जो खुला हुआ था जो मानो राहुल से कह रहा था " राहुल अगर मेरे बटन बंद होते तो क्या तू इस सुंदर नेवल को देख पाता?"
तनीषा(कमरे से बाहर आते हुए ) - सॉरी मुझे देर लग गयी मुझे क्लास का टाइम पता नहीं था न ।
राहुल(राहुल की नज़र न चाहते हुए भी ,तनीषा की क्लीवेज पे अटक गई थी , उसने दूसरी ओर देखने की कोशिश करते हुए कहा)- नहीं मैम इट्स ओके ।
तनीषा-(राहुल के गाल को खींचते हुए )- बड़े प्यारे हो तुम अगर तुम बुरा न मानों तो क्या मैं कॉफी बना लूँ ?
राहुल(उसे तनीषा का स्पर्श किसी बिजली के झटके सा लगा था ,इस समय तनीषा उससे जान भी मांगती तो राहुल जान भी दे देता)- बना लो मैम ।
तनीषा-तुम भी चलो किचेन में इतनी देर कॉफी बनती मैं तुमसे पूछ लूँगी की तुम क्या क्या पढ़ चुके हो और क्या पढ़ना है ।
राहुल उसके पीछे-2 चल पड़ा । "कौनसी क्लास में हो तुम " तनीषा ने गैस पे बर्तन चढ़ाते हुए पूछा ।
राहुल(उफ्फ इसकी गाँड़ कितनी गोल है..मन में सोच रहा था)- बाहरवीं ।
तनीषा(राहुल को घूरते हुए)-काफी बड़े हो । नाम क्या है तुम्हारा ?
राहुल- राहुल ।
तनीषा-ओह तुम हो राहुल , बबिता बड़ी तारीफ करती थी तुम्हारी देखते हैं कैसे स्टूडेंट साबित होते हो तुम ।
राहुल- अच्छा होने की कोशिश करूँगा ,पूरा मन लगाकर पढ़ूँगा ।
तनीषा पूरी क्लास के टाइम किसी न किसी तरह राहुल की सिड्यूस करती रही थी ,कभी झुककर अपनी क्लीवेज दिखाती तो कभी मुँह में उँगली डालकर सेक्सी मुँह बनाती । तनीषा चाहती तो राहुल को आज ही सेक्स के लिए मजबूर कर देती पर वो चाहती थी कि राहुल के सिर पर सेक्स का भूत ऐसा सवार हो कि उसे हर लड़की में सिर्फ चूत-मोम्मे और गाँड़ नज़र आएं । राहुल क्लास से बाहर निकला तो उसका लौड़ा इतना टाइट हो चुका था कि कच्छे में दुखने लगा था । वो घर पहुंचा तो तनु बज़ार जाने के लिए तैयार बैठी थी पर वो तनु को अनदेखा कर सीधे बाथरूम में घुस गया ताकि मुठ मारकर अपनी गर्मी शांत कर सके ।
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