02-02-2020, 03:01 AM
“रिशा तमसे मिलके बहुत खुशी हुयी. समीर ने जितना बयान किया है तुम उससे भी ज्यादा खुबसूरत हो.” अपनी तारीफ़ सुनकर रिशा शरमा गयी. सुशांत ने रिशा का हाथ अपने हाथ में ही रखा और उसे सहलाया. रिशा को साफ़ पता चल गया की सुशांत उसके हाथो को छूना चाहता था. “हमें पार्टी में बुलाने के लिए आपका शुक्रिया.” रिशा ने कहा. सुशांत ने फिर भी उसका हाथ नहीं छोड़ा. “अरे शुक्रिया तो उम्हारा ऐडा करना चाहिल्ये की तुमने आने के लिए हां कहा. आओ बैठो.” सुशांत ने सोफे की तरफ इशारा किया. रिशा समीर के बाजु में आकर बैठ गयी और बितिका सुशांत के बाजू में बैठी. “समीर ने तुम्हारी इतनी तारीफ़ की है की तुमसे मिलाने का बहुत जी कर रहा था. पार्टी तो सिर्फ बहाना है. असली वजह तो तुम हो.” सुशांत ने रिशा के साथ फ्लर्ट करते हुए कहा. “अपनी इतनी तारीफ़ सुनाने की आदत नहीं है मेरी.” रिशा ने शरमाते हुए कहा. “अरे क्या समीर , इतनी खुबसूरत और हसीन बीवी है तुम्हारी और तुम उसकी तारीफ़ नहीं करते? ये तो कोई बात नहीं हुयी. अच्छा हुआ की तुम दोनों आज ही आ गए. वर्ना कल तो थोड़ी भी सुकून से बात नहीं होगी. इस बार तो कम से कम ३० लोग आने वाले है. है न बितिका?” बितिका ने समीर की तरफ देखा और बोली. “हां लोग तो काफी है लेकिन खास मेहमान तो तुम और रिशा ही हो.“ समीर मन ही मन में मुस्कराया. उसे पता था की खास मेहमान वो नहीं बल्कि उसकी बीवी थी. “ये तो आपका बड़प्पन है की आपने हमें इस काबिल समझा सुशांत सर.” समीर ने कहा. “अरे ऐसा कुछ अहि है. अब तुम लोग आ गए हो तो चलो अभी पार्टी शुरू करते है. बितिका , कुछ ड्रिंक वगैरा हो जाए.” सुशांत ने बितिका की तरफ देखा तो वो उठी.
“आप लोग बैठिये. मै जरा ड्रिंक्स का इंतेजाम कराती हूँ.” रिशा भी बितिका के साथ उठाने लगी तो सुशांत ने उसका हाथ पकड़ कर कहा. “रिशा तुम कहा जा रही हो? तुम यही बैठो मेरे पास.” ये कहकर सुशांत ने रिशा को अपने पास बिठा लिया. अब रिशा सुशांत के पास बैठी और समीर उसके सामने बैठा था. “और समीर , कैसा चल रहा है तुम्हारा बिजनेस?” सुशांत ने पूछा लेकिन उसे भी पता था की उसका बिजनेस कैसे चल रहा था क्योकि उसीने समीर का बिजनेस चौपट किया था. “बस सर आप की कृपा है. अब अगर आपका ऑर्डर भी मिल जाये तो चार चाँद लग जायेंगे.” समीर ने कहा. “हां हां वो तो तुम्हे ही मिलने वाला है. वैसे तुमने रिशा को सब कुछ बताया है या नहीं?” सुशांत ने रिशा की तरफ देखा तो रिशा ने अपनी आँखे झुका ली. “हाँ सर उसे पता है.” सुशांत ने रिशा का नाजुक हाथ अपने हाथ में लिया तो इस बार रिशा ने उसकी तरफ शरमा कर देखा. सुशांत ने अपना हाथ रिशा की नग्न बाहों पर रखा आर धिरे से उसे सहलाया. “रिशा बितिका को ड्रिंक्स का इंतेजाम करने दो. आओ तब तक मै तुम्हे जरा बाहर की सैर करता हूं. तुम बैठो समीर.” ये कहकर सुशांत उठा तो रिशा भी उठ गयी. अब उसे काफी ज्यादा शर्म आ रही थी. उसने समीर की आँखों में देखा और फिर आगे बढ़ गयी. लेकिन जैसे ही वो आगे गयी तो सुशांत ने उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया. रिशा ने भी उसका हाथ लिया और अपनी उंगलिया सुशांत की उँगलियों में मिला दी. कमरे से बाहर जाने से पहले रिशा ने एक बार फिर से अपने पती की तरफ मुड कर देखा , उससे आँखे मिलायी और फिर वो सुशांत के साथ बाहर निकल गयी.
“आप लोग बैठिये. मै जरा ड्रिंक्स का इंतेजाम कराती हूँ.” रिशा भी बितिका के साथ उठाने लगी तो सुशांत ने उसका हाथ पकड़ कर कहा. “रिशा तुम कहा जा रही हो? तुम यही बैठो मेरे पास.” ये कहकर सुशांत ने रिशा को अपने पास बिठा लिया. अब रिशा सुशांत के पास बैठी और समीर उसके सामने बैठा था. “और समीर , कैसा चल रहा है तुम्हारा बिजनेस?” सुशांत ने पूछा लेकिन उसे भी पता था की उसका बिजनेस कैसे चल रहा था क्योकि उसीने समीर का बिजनेस चौपट किया था. “बस सर आप की कृपा है. अब अगर आपका ऑर्डर भी मिल जाये तो चार चाँद लग जायेंगे.” समीर ने कहा. “हां हां वो तो तुम्हे ही मिलने वाला है. वैसे तुमने रिशा को सब कुछ बताया है या नहीं?” सुशांत ने रिशा की तरफ देखा तो रिशा ने अपनी आँखे झुका ली. “हाँ सर उसे पता है.” सुशांत ने रिशा का नाजुक हाथ अपने हाथ में लिया तो इस बार रिशा ने उसकी तरफ शरमा कर देखा. सुशांत ने अपना हाथ रिशा की नग्न बाहों पर रखा आर धिरे से उसे सहलाया. “रिशा बितिका को ड्रिंक्स का इंतेजाम करने दो. आओ तब तक मै तुम्हे जरा बाहर की सैर करता हूं. तुम बैठो समीर.” ये कहकर सुशांत उठा तो रिशा भी उठ गयी. अब उसे काफी ज्यादा शर्म आ रही थी. उसने समीर की आँखों में देखा और फिर आगे बढ़ गयी. लेकिन जैसे ही वो आगे गयी तो सुशांत ने उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया. रिशा ने भी उसका हाथ लिया और अपनी उंगलिया सुशांत की उँगलियों में मिला दी. कमरे से बाहर जाने से पहले रिशा ने एक बार फिर से अपने पती की तरफ मुड कर देखा , उससे आँखे मिलायी और फिर वो सुशांत के साथ बाहर निकल गयी.