07-02-2019, 08:17 PM
मैं सो रहा था कि कोई मुझे उठा रहा था हे हेलो मुकेश उठ जाओ प्लेन लैंड हो चुका है... तनु ने मुझे पुकारा.. यह सुनते ही मैं तुरंत उठ गया.. क्या हम लैंड कर चुके हैं मैं तनु से पूछा.. हां पिछले 5 मिनट से मैं तुमको उठा रही हूं लेकिन तुम तो कुंभकर्ण की तरह सोए पड़े हो.. तनु ने मुस्कुराते हुए कहां... सॉरी मुझे पता ही नहीं चला कि कब इतनी गहरी नींद आ गई... फिर हम दोनों प्लेन से बाहर चल दिए... अपना सामान वगैरह.. लेकर हम एयरपोर्ट से बाहर आ गए ...... एग्जिट के पास पहुंचकर मैं सीधा चला जा रहा था की तनु ने मुझे रुकते हुए कहा... हेलो मिस्टर देखो तुम्हारा नाम लिए कोई खड़ा है... शायद तुम्हें लेने के लिए आया है... मैंने उससे कहा कहा.. तो उसने मुझे इशारा करके एक तरफ एक आदमी अपने हाथ में मेरा नाम लिख कर खड़ा था.... शायद प्रिया ने से भेजा होगा .... मैं भी यही कह रहा था कि कुछ आदमियों ने हमें घेर लिया.. सॉरी सॉरी मुझे नहीं तनु को घेर लिया.. यह शायद उसकी कंपनी के लोग थे जो तनु को वेलकम करने के लिए आए थे.... तनु को भी जी देख मैं उस व्यक्ति के पास चल दिया जो मुझे पिक करने के लिए आया था... उसके पास पहुंच कर मैंने कहा... हेलो दिस इज माय नेम... आप मुझे पिक करने के लिए आए हैं... उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा... यश मिस्टर मुकेश... प्रिया मैडम ने मुझे यहां भेजा है आपको लाने के लिए... और इतना कहकर हम दोनों.. बाहर चल दिए.. नाच के साथ साथ चल रहा था... पर.. हरियाली को देखते हुए.. क्यों मस्त फिगर वाली लड़कियां थी.. पिछवाड़ा किसी का अगोड़ा. क्या मस्त था... मैं इन चक्रों में उस आदमी से पीछे रह गया... उसने मुझे पीछे मुड़कर देखा तो मैं इधर उधर देख रहा था... वह मेरे पास आया और एनी प्रॉब्लम सर.. नो मैंने उससे कहा.. लाइव स्कोर... हम पोर्ट के गेट पर खड़े थे के एक लग्जरी गाड़ी हमारे सामने आकर रुकी... देखते ही मेरे मुंह से निकल गया... साला कमाल है फिल्मों में देखते हैं कि सोचा भी नहीं था यह दिन भी देखना पड़ेगा.. अगर तुम मेरा दोस्त ना होता ना आसमान की तरफ देख कर... तो कोई और नहीं होता.... तनु को जब उन आदमियों से फुर्सत मिली तो... उसका ध्यान मेरी तरफ गया.. और मुझे इधर-उधर देखने लगी
लेकिन उसे कहीं नहीं मिला.... यहां मैं लंदन के नजारे देख रहा था.... कि हम एक बहुत बड़ी बिल्डिंग के सामने गाड़ी रुकी... उतरने के बाद मैं बिल्डिंग के छोर को देखने लगा... भाई आदमी टेढ़ा हो जाए पर बिल्डिंग का छोर ना दिखएं... कम दिस वे .. एक लड़की ने मुझे कहा.. और मैं उसके साथ बिल्डिंग के अंदर चल पड़ा.... वह मेरे आगे आगे चल रही थी और मैं उसके पीछे पीछे... पर उस लड़की को क्या पता कि मैं ठहरा देसी छोरा..... नजर तो उड़ी जावेगी जहां पर पहाड़ ऊपर नीचे हो गए... बस यह मस्त नजारा देखते हुए हम लिफ्ट से ऊपर जाने लगे... यह कोई ऑफिस टाइप बिल्डिंग थी ... क्योंकि वह बहुत वहां बहुत सारे लोग काम कर रहे थे... अपने अपने डैक्स पर बैठे हुए ... फिर वह मुझे एक कमरे के पास ले जाकर... उसने नोक किया.. तो अंदर से एक आवाज आई कम इन... और इसी के साथ हम अंदर दाखिल हुए... क्या शानदार ऑफिस था... यह देख कर मैं बहुत ही खुश हो रहा था... लेकिन जैसे ही मेरी नजर सामने बैठी ममता पर गई.. सारी खुशी.. छूमंतर हो गई... मुझे ऐसे देख कर... ममता मुस्कुराने लगी... उसने अपने हाथ का इशारा किया तो दूसरी लड़की कमरे से बाहर चली गई... ममता खड़ी होकर मेरे पास आई... और मुझे सोफे पर बैठते हुए कहां बैठो ..... सोफे पर बैठ गया... कैसा लगा लंदन... ममता ने मुझसे पूछा... अच्छा है.. मैंने जवाब दिया... मैं अपने मन में सोच रहा था. कि इस ममता को क्या हुआ.. एमजी देखकर ऐसे क्यों कैसे... बिल्कुल खुश नजर आ रही है.. कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं कहीं दोबारा तो मेरे को मारने नहीं लगेगी.. यह शंका अपने मन से निकालने के लिए मैंने ममता से पूछा.. तुम इतनी खुश क्यों हो मुझे देख कर... कहीं दोबारा मारने का तो तुम्हारा मन नहीं कर रहा है.. यह बात सुनकर ममता हा हा हा हा हा हा हा.. जोर जोर से हंस पड़ी... और उठ कर चलते हुए मेरे पास आई और बिल्कुल मेरे पास आकर... मेरी गोद में बैठ गई अपने दोनों हाथ मेरे गले में डाल कर बैठ गई... उसकी यह हरकत देखकर. मेरे पसीने छूटने लगे.. घबराता देखकर.. ममता ने प्यार से मेरा गाल खींचते हुए कॉल पर किस कर .. मुझसे कहा अब इन सब की आदत डाल लो क्योंकि अब तूने सिर्फ प्रिया को नहीं बोल के मुझे भी अपनी जिंदगी में चुना है.. तुम दुनिया की सबसे लकी लड़के हो.. जिसे एक साथ बिन मांगे तीन तीन लड़कियां मिल गई... त..तततततत... तीन लड़कियां... ममता मुझे ऐसा मजाक बिल्कुल पसंद नहीं... सो प्लीज डोंट जोक विद मी.. मैंने गंभीरता से ममता को कहा..... इसी बात पर ममता ने मेरा कॉलर पकड़कर....
लेकिन उसे कहीं नहीं मिला.... यहां मैं लंदन के नजारे देख रहा था.... कि हम एक बहुत बड़ी बिल्डिंग के सामने गाड़ी रुकी... उतरने के बाद मैं बिल्डिंग के छोर को देखने लगा... भाई आदमी टेढ़ा हो जाए पर बिल्डिंग का छोर ना दिखएं... कम दिस वे .. एक लड़की ने मुझे कहा.. और मैं उसके साथ बिल्डिंग के अंदर चल पड़ा.... वह मेरे आगे आगे चल रही थी और मैं उसके पीछे पीछे... पर उस लड़की को क्या पता कि मैं ठहरा देसी छोरा..... नजर तो उड़ी जावेगी जहां पर पहाड़ ऊपर नीचे हो गए... बस यह मस्त नजारा देखते हुए हम लिफ्ट से ऊपर जाने लगे... यह कोई ऑफिस टाइप बिल्डिंग थी ... क्योंकि वह बहुत वहां बहुत सारे लोग काम कर रहे थे... अपने अपने डैक्स पर बैठे हुए ... फिर वह मुझे एक कमरे के पास ले जाकर... उसने नोक किया.. तो अंदर से एक आवाज आई कम इन... और इसी के साथ हम अंदर दाखिल हुए... क्या शानदार ऑफिस था... यह देख कर मैं बहुत ही खुश हो रहा था... लेकिन जैसे ही मेरी नजर सामने बैठी ममता पर गई.. सारी खुशी.. छूमंतर हो गई... मुझे ऐसे देख कर... ममता मुस्कुराने लगी... उसने अपने हाथ का इशारा किया तो दूसरी लड़की कमरे से बाहर चली गई... ममता खड़ी होकर मेरे पास आई... और मुझे सोफे पर बैठते हुए कहां बैठो ..... सोफे पर बैठ गया... कैसा लगा लंदन... ममता ने मुझसे पूछा... अच्छा है.. मैंने जवाब दिया... मैं अपने मन में सोच रहा था. कि इस ममता को क्या हुआ.. एमजी देखकर ऐसे क्यों कैसे... बिल्कुल खुश नजर आ रही है.. कहीं कुछ गड़बड़ तो नहीं कहीं दोबारा तो मेरे को मारने नहीं लगेगी.. यह शंका अपने मन से निकालने के लिए मैंने ममता से पूछा.. तुम इतनी खुश क्यों हो मुझे देख कर... कहीं दोबारा मारने का तो तुम्हारा मन नहीं कर रहा है.. यह बात सुनकर ममता हा हा हा हा हा हा हा.. जोर जोर से हंस पड़ी... और उठ कर चलते हुए मेरे पास आई और बिल्कुल मेरे पास आकर... मेरी गोद में बैठ गई अपने दोनों हाथ मेरे गले में डाल कर बैठ गई... उसकी यह हरकत देखकर. मेरे पसीने छूटने लगे.. घबराता देखकर.. ममता ने प्यार से मेरा गाल खींचते हुए कॉल पर किस कर .. मुझसे कहा अब इन सब की आदत डाल लो क्योंकि अब तूने सिर्फ प्रिया को नहीं बोल के मुझे भी अपनी जिंदगी में चुना है.. तुम दुनिया की सबसे लकी लड़के हो.. जिसे एक साथ बिन मांगे तीन तीन लड़कियां मिल गई... त..तततततत... तीन लड़कियां... ममता मुझे ऐसा मजाक बिल्कुल पसंद नहीं... सो प्लीज डोंट जोक विद मी.. मैंने गंभीरता से ममता को कहा..... इसी बात पर ममता ने मेरा कॉलर पकड़कर....
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