30-01-2020, 09:57 AM
(This post was last modified: 30-01-2020, 09:58 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अब स्टोरी पर आता हु , मेरी बीवी का देहांत 15 साल पहले बीमारी क i वजह से हो गया था तब मेरी बेटी शालू की umr सिर्फ 4 साल की थी , उस समय मुझे बहुत दुःख हुआ था और साथ मई टेंशन भी थी की शालू की देखभाल कौन करेगा .
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.