29-01-2020, 01:12 PM
फिर वो बोला – ज्योति मुझे पैसे देगी या तेरा दूध?
मैं – जो तेरी मर्जी हो ले ले सब कुछ तेरा ही है, वैसे भी मैं तेरी बेगम से कम थोड़ी हूं।
फिर मैं उसे घर के अंदर अपने बेडरूम में ले गई, और पता नहीं कैसे पर मैंने अपनी बच्ची को अलग रख कर अपने सारे कपड़े उतारना चालू कर दिया। आखिरकार मैंने उसके होठों को चुंबन देना शुरू किया और मैं उससे लिपट गयी।
मैं उससे ऐसे लिपट गई मानो जैसे कई सालों बाद उससे मिली हो, उसने भी अपने सारे कपड़े उतार है मेरी चूत मुझे चोदना चालू कर दिया। फिर पता नहीं कब उसने अपना वीर्य मेरी चूत में डाल दिया, और फिर उसने मुझे कहा।
वो – अभी कुछ घंटों बाद नरगिस आएगी तुझसे मिलने वह जैसा कहें तू वैसा कर देना मैंने हां कहा।
फिर कुछ घंटों बाद नरगिस आई और उसने अपने मोबाइल में मुझे मेरी नंगी तस्वीरें दिखाई और वो मुझसे बोली।
नरगिस – मेरी सौतन ज्योति यह तस्वीरें तुझे इसलिए दिखा रही हूं, क्योंकि मुझे पता है तू तो मेरे पति का बिस्तर गरम करती रहेगी पर मुझे तुझसे कोई शिकवा नहीं है। अगर तुम मेरा बस एक काम कर दे, तो मैं तेरी तस्वीर ये इंटरनेट पर नही डालूंगी।
मैं – क्या काम करना है?
नरगिस – मेरा भाई सादिक जिस कॉलेज में पढ़ता है, उस कालेज में मेरी बहन सुनीता प्रोफेसर है। वो दोनो अभी कुंवारे है, और मेरा भाई सादिक का दिल तेरी बहन सुनीता पर आया है। और वह उससे निकाह करना चाहता है।
मै – नरगिस सुनीता की तो सगाई हो चुकी है, कुछ ही दिनों में शादी हो जाएगी। यह तो संभव ही नहीं है और वैसे भी वह उम्र में तो सुनीता से छोटा है।
मैं – जो तेरी मर्जी हो ले ले सब कुछ तेरा ही है, वैसे भी मैं तेरी बेगम से कम थोड़ी हूं।
फिर मैं उसे घर के अंदर अपने बेडरूम में ले गई, और पता नहीं कैसे पर मैंने अपनी बच्ची को अलग रख कर अपने सारे कपड़े उतारना चालू कर दिया। आखिरकार मैंने उसके होठों को चुंबन देना शुरू किया और मैं उससे लिपट गयी।
मैं उससे ऐसे लिपट गई मानो जैसे कई सालों बाद उससे मिली हो, उसने भी अपने सारे कपड़े उतार है मेरी चूत मुझे चोदना चालू कर दिया। फिर पता नहीं कब उसने अपना वीर्य मेरी चूत में डाल दिया, और फिर उसने मुझे कहा।
वो – अभी कुछ घंटों बाद नरगिस आएगी तुझसे मिलने वह जैसा कहें तू वैसा कर देना मैंने हां कहा।
फिर कुछ घंटों बाद नरगिस आई और उसने अपने मोबाइल में मुझे मेरी नंगी तस्वीरें दिखाई और वो मुझसे बोली।
नरगिस – मेरी सौतन ज्योति यह तस्वीरें तुझे इसलिए दिखा रही हूं, क्योंकि मुझे पता है तू तो मेरे पति का बिस्तर गरम करती रहेगी पर मुझे तुझसे कोई शिकवा नहीं है। अगर तुम मेरा बस एक काम कर दे, तो मैं तेरी तस्वीर ये इंटरनेट पर नही डालूंगी।
मैं – क्या काम करना है?
नरगिस – मेरा भाई सादिक जिस कॉलेज में पढ़ता है, उस कालेज में मेरी बहन सुनीता प्रोफेसर है। वो दोनो अभी कुंवारे है, और मेरा भाई सादिक का दिल तेरी बहन सुनीता पर आया है। और वह उससे निकाह करना चाहता है।
मै – नरगिस सुनीता की तो सगाई हो चुकी है, कुछ ही दिनों में शादी हो जाएगी। यह तो संभव ही नहीं है और वैसे भी वह उम्र में तो सुनीता से छोटा है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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