28-01-2020, 08:57 PM
(25-01-2020, 12:31 PM)komaalrani Wrote:
लगता है आपने सिर्फ पन्ने गिन लिए , ... कहानी की पोस्टेड लम्बाई , कहानी के साथ कमेंट्स और पाठकों की उपस्थिति से भी बढ़ती है , कई बार एक पेज पर पोस्ट्स , के बाद पोस्ट्स लोगों के कमेंट्स और जवाब से ही भर जाते हैं और कहानी की लम्बाई ज्यादा लगती है ,
इस कहानी में भी नूतन नवीन प्रसंग जुड़े हैं , हाँ बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन हैं , ... और पिछली बार के कोई प्रसंग नहीं कटे हैं , आप अगर याद दिला देंगे तो मैं निश्चित रूप से जोड़ दूंगी , ...
नमूने के तौर पर रीतू भाभी का ये प्रसंग इसी बार जोड़ा गया है ,
https://xossipy.com/showthread.php?tid=2352&page=15
१४१ से १४५ तक
उसी तरह सास के दृश्य में भी पेज १२ पर
मैंने होली पर अनेक कहानियां लिखी पर मजा पहली होली का ससुराल में इस लिए अलग है की इसमें मैंने लहभग सभी किंक ,... पार किये और अपने ढंग से , दामाद -सास का प्रसंग भी पहली बार इसी कहानी में था ,
इसलिए आप ऐसे रसिक , सहृदय और दिल से जुड़े पाठक कुछ कहते हैं तो ,...
मुझे विश्वास है आप समझेँगे
@कुछ कहते है तो....खुल के बरस जाओ फिर आज ???