25-01-2020, 01:11 PM
(25-01-2020, 11:09 AM)komaalrani Wrote: एकदम सही कहा आपने , बाज़ी ४ घण्टे की ही थी , लेकिन यादों की धमाचौकड़ी में कई बार गड़बड़ हो जाती है , और असल में ननद एक बार पकड़ में आ जाए फिर तो ४ क्या , शायद दो घण्टे ही काफी हों , उसके बाद तो मोबाइल की फोटुएं , वीडियों ,... वही काफी हो जाते हैं , ... और अगर वो खुद मन ही मन वही बात चाहती हो , जो आपने पिछली पोस्ट्स में नोट किया होगा ... फिर तो ,...
पटाखे को आग दिखाने की जिम्मेदारी, आप बखुबी निभा रही हैं।