25-01-2020, 11:09 AM
(24-01-2020, 11:26 PM)Black Horse Wrote: पिछले साल इसी महीने में बाजी लगी थी , मैंने बोला था की ये सबके सामने न सिर्फ आम खाएंगे , बल्कि गुड्डी के हाथ से और उसे भी खिलाएंगे। अगर मैं हार गयी तो मेरे गले का हार उसका और वो हार गयी तो ८ घंटे तक उसे मेरी हर बात माननी होगी।
ये ४ घंटे से ८ घंटे कैसे हो गए। आप जैसी भाभी के लिए ४ घंटे ही काफी है।
एकदम सही कहा आपने , बाज़ी ४ घण्टे की ही थी , लेकिन यादों की धमाचौकड़ी में कई बार गड़बड़ हो जाती है , और असल में ननद एक बार पकड़ में आ जाए फिर तो ४ क्या , शायद दो घण्टे ही काफी हों , उसके बाद तो मोबाइल की फोटुएं , वीडियों ,... वही काफी हो जाते हैं , ... और अगर वो खुद मन ही मन वही बात चाहती हो , जो आपने पिछली पोस्ट्स में नोट किया होगा ... फिर तो ,...