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Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
होली की याद 

[Image: dgh.jpg]








" मुझे मालुम है भाभी आप छोड़ने वाली नहीं  मुझे अब तक होली की याद है।


हंसते हुए वो बोली।

 
सच में होली में , एक तो मेरी ननद रानी सुबह गीली  होली के टाइम आयी नहीं ,मेरे कहने पर भी ,

आखिर मेरी एकलौती ननद थी वो  और शाम को आयी भी तो एकदम ओढ़ बिढ़ कर। 

रोज तो स्कर्ट ,या फ्राक पहनती थी पर उस दिन खूब मोटा मोटा शलवार कुर्ता   

[Image: Salwar-f9638beb7ad57430380ec2b411cd5232.jpg]

लेकिन उसे मालुम नहीं था की उसकी भौजाई किस हद तक जा सकती है , ससुराल में ये  मेरी पहली होली थी।


 
मैंने बसन्ती को पटाया , कामवाली थी लेकिन रिश्ते में बहू होने के नाते वो भी भाभी लगती थी। 



[Image: Geeta-2-28-725-Haripriya-Stills-in-Abbai...Mass-1.jpg]

बस।
 
मैंने गुड्डी को बातों में फुसलाया , डबल भांग की डोज वाली गुझिया 





और ठंडाई खिलाई ,पिलाई।
 
" बस ज़रा सा गुलाल का टीका  , मैं बोली। "
 
गुलाल से गाल पर पहले गुलाल पहुंचा फिर मेरे हाथ , और उसके बाद टाइट कुर्ते से झाँकती गोलाइयों का नम्बर था।
 
वो मेरा हाथ रोक पाती उसके पहले बंसती तैयार खड़ी थी , पीछे से गुड्डी के दोनों नाजुक कलाइयांबसन्ती की संडसी ऐसी पकड़ में।
 
आराम से मैंने कुर्ते के सारे बटन खोले , फिर कुरता हटाकर ब्रा भी हटाई ,


[Image: tits-teen.jpg]
 
वो छटपटाती रही ,
 
लेकिन वो भौजाई भी क्या जो होली में ननद के जोबन मसले रगड़े ,
 
" अरे ननद रानी अपने भैया से तो जाने कबसे मिजवा रगड़वा रही हो अब ज़रा भौजाई के साथ  भी मजा ले लो न।

मैं बोली।


[Image: Girl-Holi-9dcb0f34af23846a8d1ed2d39ace3af4.jpg]
 
तबतक बंसती ने उसके दुपटे से ही गुड्डी के हाथ बाँध दिए ,  

फिर तो बसन्ती के भी दोनोंहाथ खाली हो गए ,
 
वही निहुरा के जबरन उस कच्ची कली के मैंने शलवार का नाड़ा भी खोल दिया

फिर ऊपर की मंजिल बंसती के हाथ और गुलाबी परी मेरे हाथों में ,

[Image: panty-1513955.jpg]
 
पहले तो एक प्लेट गुलाल सीधे गुलाबी परी के ऊपर और फिर मेरे  हाथों ने उसे मसलना शुरू किया।
 
मेरी ननद बिचारि को क्या मालुम की कन्या रस के मामले में मैं ,... 

बोर्डिंग में जो लड़कियां नयी नयी आती , उनकी रैगिंग कर के लेस्बियन कुश्ती सिखा के एकदम ,
 
कुछ देर उसकी कुँवारी चूत का रस लेने के बाद मैंने जब ऊँगली करने की कोशिश की तो मुझे मालुम पड़ गया की कैंडलिंग क्या ,

यहाँ तो कभी कानी ऊँगली का पोर भी नहीं घुसा है।

[Image: Fingering-pussy-G-tumblr-nf6lhd81-G31u08qqmo1-250.gif]
 
और घुसाता कौन , मेरी एकलौती ननद की एकलौती भौजाई भी तो मैं ही थी और  ये हम दोनों  की पहली होली थी।
 
एकदम टाइट , पूरी कसी ,कोरी।
 
 
गुड्डी उसी का जिक्र कर रही थी।
 
और हंसती खिलखिलाती उसने अपना सवाल दाग दिया ,
 
" और अगर होली में आपने जो चेक किया था , वैसे ही कोरी कसी निकली  तो ? "
[Image: cute-3096f29acaf622f9690f1cd704595023.jpg]


 
" तो मैं उसे  बहुत दिन कोरी नहीं रहने दूंगी।  बस दो दिन बाद रही हूँ मैं , परसों के बाद ,नरसों।

मैं भी हंसते हुए बोली।
 
" ये तो बहुत अच्छा हुआ भाभी , यहाँ बहुत बोर हो रही थी मैं।  " 

गुड्डी बोली ,
 
" बोर ,मलतलब किसी से बोरिंग करवा रही थी क्या , लगता है मैंने गलत टाइम पे फोन कर दिया , "

गुड्डी को चिढाती हुयी मैंने बहुत सीरियस हो के बोला।
 
" भाभी ,आपको भी बस एक चीज , यहाँ मैं बोरियत की बात कर रही थी और आप भी आप करवाती रहती है दिन रात बोरिंग इसीलिए ,... "
 
बनावटी गुस्से में गुड्डी बोली।
[Image: cute-5f4a1e7c6a03b683dc4593ca8a5f93ea.jpg]


 
" चल दो दिन की बात  और है फिर तेरी सारी बोरियत दूर कर दूंगी ,मेरे साथ तेरे भैया भी रहे हैं और वो भी पूरे हफ्ते भर के लिए। "
 
 
" सच में भाभी ,..." उसकी ख़ुशी फोन से भी छलक रही थी। लेकिन फिर उदास आवाज में बोलीभैया तो मुझे याद भी नहीं करते।
 
मुझे मौका मिल गया अपनी ननद पर चढ़ाई करने का ,चिढाते हुए मैं बोली।
 
' अरी तू क्या जाने रोज याद करते हैं। "

मैं उसे खुश करने की कोशिश करते बोली।
 
" कब ,मुझसे तो कभी बोले नहीं ,फोन भी नहीं किया। " गुड्डी बोली।
 
" अरे मैं बताती हूँ ,रोज रात को जब मेरे ऊपर चढ़ाई करते हैं तो बस थोड़ी देर में मेरी जगह तेरा नाम ले के ,... ओह्ह गुड्डी बहुत मजा  रहा है ओह्ह और जोर से धक्का मार , कित्ते रसीले हैं तेरे ये होंठ तेरे जोबन , ... बोलते हैं।  सच में विशवास हो तो उन्ही से पूछ लेना।

मैंने उसे चिढाया।
 
 
" धत्त भाभी ,आप  भी , ... " वो थोड़ी शरमाई लजायी।
 
" अरे इसलिए तो ला रही हूँ , उन्हें अगर तू कोरी मिली बस समझ ले तेरा कोरापन बस उन्ही से दूर करवा दूंगी।  बहुत प्यार से फाड़ेंगे तेरी।

" मैंने छेड़ा।
 
" अरे रहने दीजिये भाभी ,अगर ,... फिर आपका   उपवास हो जाएगा। मेरे भैय्या आपको ही मुबारक।  आप को हम तो लाये ही इसीलिए थे की आप पर चढ़ाई करें ,बोरिंग करें , रोज बिना नागा ,... "  

हँसते हुए गुड्डी बोली।  अब वो भी मेरी तरह खुल के मजाक के मूड में थी।
 
" अरे कोई उपवास वुपवास नहीं होगा मेरा ,कुछ रेस्ट मिल जाएगा तेरी भाभी को वरना तो तेरे भैया दिन की छुट्टी में भी नहीं छोड़ते।

मैंने और लेवल बढ़ाया।


[Image: Teej-indian-women-in-saree2.jpg]
 
 
" अरे भाभी तो इसमें मेरे भैया का क्या दोष ,मेरी प्यारी भाभी हैं ही इतनी अच्छी और फिर आप को छोड़ कर , .... " वो मूड में थी।
 
 
" चल लगी बाजीअगर तेरी कोरी निकली तेरे भैया को मैं तेरे ऊपर चढ़ा के ही रहूंगी , अच्छा मौक़ा है अगर तुझे अपने भैया से अच्छा कोई मर्द दिखे तो फड़वा ले उससे अभी भी दो दिन है ,... " मैंने उनकी ओर देखते हुए तीर छोड़ दिया।
 
और गुड्डी का जवाब भी तुरंत मिल गया।
 
 
" अरे भाभी आप भी ,... मेरे भैया से अच्छा कोई नहीं ,वो दुनिया में सबसे अच्छे हैं।  " हँसते हुए मेरी ननदिया बोली। और उसने जोड़ा ,
 
" हाँ भाभी आप बाजी की बात कह रही हैं तो आप कहीं भूल तो नहीं गयी पिछले साल की बाजी , ...बस सात आठ दिन बचे है ,अच्छा है आप रही हैं तो  का भी फैसला हो जाएगा , जहां आप हारी , आप का  हार मेरा।  "  गुड्डी ने मुझे याद दिलाया।
 
( पिछले साल इसी महीने  में बाजी लगी थी , मैंने बोला था की ये सबके सामने सिर्फ आम खाएंगे , बल्कि गुड्डी के हाथ से और उसे भी खिलाएंगे।  अगर मैं हार गयी तो मेरे गले का हार उसका और वो हार गयी तो घंटे तक उसे  मेरी हर बात माननी होगी। ).
…………………..
एकदम याद है लेकिन देख कोई और तुझसे बात करना चाहता है , और मैंने  फोन उन्हें पकड़ा दिया।

मैं चली गयी थी लेकिन एक्सटेंसन पर भाई बहन का संवाद सुन रही थी ,
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ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM
RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 24-01-2020, 07:07 PM



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