24-01-2020, 06:35 PM
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भाई -बहन संवाद
![[Image: f965cc265119bb449e2cdb7b8226c3a9.jpg]](https://i.ibb.co/Y7b7PyZ/f965cc265119bb449e2cdb7b8226c3a9.jpg)
यही ट्रिक तो मैं उनकी छुटकी बहिनिया और अपनी छिनार ननदिया के साथ भी तो कर सकती थी ,और बस अब तीन दिन ही तो बचे थे , भाई बहन की स्क्रिप्ट चालू होने में।
परसों सुबह मम्मी चली जाएंगी और उसके अगले दिन हम लोग उनके मायके , मेरे मन में उसकी बातें अभी फांस की तरह चुभती थी ,
" आप क्या जानेगी , मेरे भैय्या हैं मैं इतने दिनों से जानती हूँ इनको। "
" अरे भाभी आप आम खा रही है ,मेरे भैया तो इसका नाम भी नहीं सुन सकते , इत्ती चिढ है , अच्छी तरह से ब्रश करके जाइयेगा ,
माउथ वाश भी , न हो तो कुछ सौंफ वौंफ भी , ...अरे मुझसे पूछ लेती न पहले , मैं बता देती आपको। "
![[Image: 2e0d04dbb6376cfc2e79914fb7d56b0f.jpg]](https://i.ibb.co/bL4x0Hh/2e0d04dbb6376cfc2e79914fb7d56b0f.jpg)
अब पता चलेगा ,जब उसकी कच्ची अमिया चखाउँगी उन्हें।
थोड़ी उसकी मर्जी से थोड़ी जबरदस्ती ,बल्कि ज्यादा जबरदस्ती।
तभी वो लौटे तैयार होके ,सेकेण्ड हाफ में में आफिस जाना था उन्हें।
और मुझे फिर से उनकी सुबह की फोन वार्ता याद आयी , और मैंने उनकी ओर फोन बढ़ा दिया ,
" हे ज़रा उस एलवल वाली को फोन लगाओ न "
(एलवल वो मोहल्ला था जहाँ ,उनका माल काम ममेरी बहन रहती थी ),
वो थोड़ा सा झिझके तो मैंने हड़का लिया ,
' अरे लगाओ न , फोन लगाने में इत्ता झिझक रहे हो तो उसकी चिकनी जाँघों के बीच कैसे लगाओगे , अरे लगा न ,
लगाना तुम बातें मैं करुँगी। और ये मत कहना की तुझे अपनी उस बहन का नम्बर नहीं मालुम है ,
ब्रा तक का तो उसका नंबर मालूम है तुझे कप सहित तो फोन नम्बर , ... "
चुपचाप नंबर लगा के उन्होंने फोन मेरी ओर बढ़ा दिया , मैंने आँखों ही आँखों में उन्हें चुपचाप मेरे बगल में बैठने का इशारा किया।
दो बार घंटी भी नहीं बजी होगी की उधर से एक मीठी सुरीली सेक्सी आवाज आयी,
" भैय्या,... "
![[Image: 47249139-1577844602316847-4956249310187487232-n.jpg]](https://i.ibb.co/gWhfHcv/47249139-1577844602316847-4956249310187487232-n.jpg)
" भैय्या नहीं भाभी , " खिलखिलाते हुए मैं बोली ,
" अरे दिन रात भैया को याद करती हो , कभी कभी भाभी को भी याद कर लिया कर न "
आफ कोर्स स्पीकर फोन आन था ,उनकी आँखे फोन से ऐसे चिपकी थीं जैसे उसकी आवाज न हो ,वो खुद हो।
" आज कल तो तेरे बड़े मजे हो रहे होंगे , इंटर का कोर्स हो गया और अभी छुट्टियां भी , खूब छैलों के साथ मजे लूट रही होगी मेरी ननदिया। "
मैंने उसे छेड़ा।
![[Image: Teej-nusrat-jahan-saree-style.jpg]](https://i.ibb.co/tXHVRZn/Teej-nusrat-jahan-saree-style.jpg)
" अरे नहीं भाभी ,ऐसी कोई बात नहीं , अभी बस बोर हो रही हूँ , "
बुरा सा मुंह बना के वो बोली।
" मैं मान नहीं सकती तेरा ऐसा माल , ये रूप ये जोबन , और इंटर का कोर्स कर ले बिना इंटरकोर्स किये हुए,
अरे ये बता कितनों के साथ किया , आखिरी बार किसके साथ ,अरे यार भाभी तो सहेली की तरह होती है ,
उससे क्या छिपाना, बोल न ५,१० कितने चढ़े अबतक मेरी बांकी हिरनिया पर। "
मैंने छेड़ना जारी रखा।
" अरे भाभी आप ऐसी किस्मत सबकी थोड़ी होती है ,एक भी नहीं। आपकी ननद अभी तक कोरी है ,एकदम सच्ची। "
अब वो भी रंग में आ रही थी ,लगता है घर में कोई था नहीं।
![[Image: Girls-126.jpg]](https://i.ibb.co/7WBxKVW/Girls-126.jpg)
" मैं मान नहीं सकती , तू तो मुझे जानती है न , एकदम ऊँगली डाल के टेस्ट करुँगी , अगर कोरी न निकली तो कोहनी तक पेल दूंगी अंदर। "
मैंने उसे हड़काया लेकिन मेरे मन की एक चिंता दूर होगयी की कहीं उसकी सोनचिरैया ने चारा तो नहीं चुग नहीं लिया।
और मैंने उनकी ओर देखा तो उनका चेहरा भी ख़ुशी से चमक रहा था।
और फोन पर दूध खील की तरह मेरी किशोर ननद गुड्डी की हंसी छलक रही थी ,दिन में भी कमरे में दूधिया चांदनी की तरह बरस रही थी।
और मेरी ननद थी भी ऐसी , सुरु के पेड़ की तरह छरहरी , ५-३ की लम्बाई , गोरी ऐसी की बस जैसे दूध में किसी ने दो बूँद गुलाबी रंग डाल दिया हो , तन्वंगी ,छरहरी लेकिन कटाव भराव उसके , बस उसके क्लास की लड़कियों से २० नहीं ,२१।
जब लड़कियों के उभार बस दिखने शुरू होते हैं उस समय भी टॉप फाड़ते थे और अब तो परफेक्ट ३२ सी ,
बस एकदम मुट्ठी में आ जाय वैसे ,
![[Image: guddi-college-3-1.jpg]](https://i.ibb.co/KyVCQQ5/guddi-college-3-1.jpg)
और बांकी हिरन सी पतली कमर पर वो और भरे भरे लगते। लंबे काले बाल सीधे नितम्ब तक , लेकिन सबसे कातिल थी उसकी जानमारू अदा ,बांकी चितवन ,जिस अंदाज से वो मुड़ देखती थी और हंसी , हँसते ही गोरे गोरे गालों में गड्ढे पड़ जाते थे।
अगर उसके भैया का दिल उसके ऊपर आ गया था तो उन से ज्यादा ज्यादा दोष उसकी नयी नयी आयी जवानी का था।
" मुझे मालुम है भाभी आप छोड़ने वाली नहीं मुझे अब तक होली की याद है। "
हंसते हुए वो बोली।
![[Image: f965cc265119bb449e2cdb7b8226c3a9.jpg]](https://i.ibb.co/Y7b7PyZ/f965cc265119bb449e2cdb7b8226c3a9.jpg)
यही ट्रिक तो मैं उनकी छुटकी बहिनिया और अपनी छिनार ननदिया के साथ भी तो कर सकती थी ,और बस अब तीन दिन ही तो बचे थे , भाई बहन की स्क्रिप्ट चालू होने में।
परसों सुबह मम्मी चली जाएंगी और उसके अगले दिन हम लोग उनके मायके , मेरे मन में उसकी बातें अभी फांस की तरह चुभती थी ,
" आप क्या जानेगी , मेरे भैय्या हैं मैं इतने दिनों से जानती हूँ इनको। "
" अरे भाभी आप आम खा रही है ,मेरे भैया तो इसका नाम भी नहीं सुन सकते , इत्ती चिढ है , अच्छी तरह से ब्रश करके जाइयेगा ,
माउथ वाश भी , न हो तो कुछ सौंफ वौंफ भी , ...अरे मुझसे पूछ लेती न पहले , मैं बता देती आपको। "
![[Image: 2e0d04dbb6376cfc2e79914fb7d56b0f.jpg]](https://i.ibb.co/bL4x0Hh/2e0d04dbb6376cfc2e79914fb7d56b0f.jpg)
अब पता चलेगा ,जब उसकी कच्ची अमिया चखाउँगी उन्हें।
थोड़ी उसकी मर्जी से थोड़ी जबरदस्ती ,बल्कि ज्यादा जबरदस्ती।
तभी वो लौटे तैयार होके ,सेकेण्ड हाफ में में आफिस जाना था उन्हें।
और मुझे फिर से उनकी सुबह की फोन वार्ता याद आयी , और मैंने उनकी ओर फोन बढ़ा दिया ,
" हे ज़रा उस एलवल वाली को फोन लगाओ न "
(एलवल वो मोहल्ला था जहाँ ,उनका माल काम ममेरी बहन रहती थी ),
वो थोड़ा सा झिझके तो मैंने हड़का लिया ,
' अरे लगाओ न , फोन लगाने में इत्ता झिझक रहे हो तो उसकी चिकनी जाँघों के बीच कैसे लगाओगे , अरे लगा न ,
लगाना तुम बातें मैं करुँगी। और ये मत कहना की तुझे अपनी उस बहन का नम्बर नहीं मालुम है ,
ब्रा तक का तो उसका नंबर मालूम है तुझे कप सहित तो फोन नम्बर , ... "
चुपचाप नंबर लगा के उन्होंने फोन मेरी ओर बढ़ा दिया , मैंने आँखों ही आँखों में उन्हें चुपचाप मेरे बगल में बैठने का इशारा किया।
दो बार घंटी भी नहीं बजी होगी की उधर से एक मीठी सुरीली सेक्सी आवाज आयी,
" भैय्या,... "
![[Image: 47249139-1577844602316847-4956249310187487232-n.jpg]](https://i.ibb.co/gWhfHcv/47249139-1577844602316847-4956249310187487232-n.jpg)
" भैय्या नहीं भाभी , " खिलखिलाते हुए मैं बोली ,
" अरे दिन रात भैया को याद करती हो , कभी कभी भाभी को भी याद कर लिया कर न "
आफ कोर्स स्पीकर फोन आन था ,उनकी आँखे फोन से ऐसे चिपकी थीं जैसे उसकी आवाज न हो ,वो खुद हो।
" आज कल तो तेरे बड़े मजे हो रहे होंगे , इंटर का कोर्स हो गया और अभी छुट्टियां भी , खूब छैलों के साथ मजे लूट रही होगी मेरी ननदिया। "
मैंने उसे छेड़ा।
![[Image: Teej-nusrat-jahan-saree-style.jpg]](https://i.ibb.co/tXHVRZn/Teej-nusrat-jahan-saree-style.jpg)
" अरे नहीं भाभी ,ऐसी कोई बात नहीं , अभी बस बोर हो रही हूँ , "
बुरा सा मुंह बना के वो बोली।
" मैं मान नहीं सकती तेरा ऐसा माल , ये रूप ये जोबन , और इंटर का कोर्स कर ले बिना इंटरकोर्स किये हुए,
अरे ये बता कितनों के साथ किया , आखिरी बार किसके साथ ,अरे यार भाभी तो सहेली की तरह होती है ,
उससे क्या छिपाना, बोल न ५,१० कितने चढ़े अबतक मेरी बांकी हिरनिया पर। "
मैंने छेड़ना जारी रखा।
" अरे भाभी आप ऐसी किस्मत सबकी थोड़ी होती है ,एक भी नहीं। आपकी ननद अभी तक कोरी है ,एकदम सच्ची। "
अब वो भी रंग में आ रही थी ,लगता है घर में कोई था नहीं।
![[Image: Girls-126.jpg]](https://i.ibb.co/7WBxKVW/Girls-126.jpg)
" मैं मान नहीं सकती , तू तो मुझे जानती है न , एकदम ऊँगली डाल के टेस्ट करुँगी , अगर कोरी न निकली तो कोहनी तक पेल दूंगी अंदर। "
मैंने उसे हड़काया लेकिन मेरे मन की एक चिंता दूर होगयी की कहीं उसकी सोनचिरैया ने चारा तो नहीं चुग नहीं लिया।
और मैंने उनकी ओर देखा तो उनका चेहरा भी ख़ुशी से चमक रहा था।
और फोन पर दूध खील की तरह मेरी किशोर ननद गुड्डी की हंसी छलक रही थी ,दिन में भी कमरे में दूधिया चांदनी की तरह बरस रही थी।
और मेरी ननद थी भी ऐसी , सुरु के पेड़ की तरह छरहरी , ५-३ की लम्बाई , गोरी ऐसी की बस जैसे दूध में किसी ने दो बूँद गुलाबी रंग डाल दिया हो , तन्वंगी ,छरहरी लेकिन कटाव भराव उसके , बस उसके क्लास की लड़कियों से २० नहीं ,२१।
जब लड़कियों के उभार बस दिखने शुरू होते हैं उस समय भी टॉप फाड़ते थे और अब तो परफेक्ट ३२ सी ,
बस एकदम मुट्ठी में आ जाय वैसे ,
![[Image: guddi-college-3-1.jpg]](https://i.ibb.co/KyVCQQ5/guddi-college-3-1.jpg)
और बांकी हिरन सी पतली कमर पर वो और भरे भरे लगते। लंबे काले बाल सीधे नितम्ब तक , लेकिन सबसे कातिल थी उसकी जानमारू अदा ,बांकी चितवन ,जिस अंदाज से वो मुड़ देखती थी और हंसी , हँसते ही गोरे गोरे गालों में गड्ढे पड़ जाते थे।
अगर उसके भैया का दिल उसके ऊपर आ गया था तो उन से ज्यादा ज्यादा दोष उसकी नयी नयी आयी जवानी का था।
" मुझे मालुम है भाभी आप छोड़ने वाली नहीं मुझे अब तक होली की याद है। "
हंसते हुए वो बोली।