20-01-2020, 01:02 PM
उस वक़्त निदा एक जीन्स और ढीली सी टी-शर्ट में थी। लेकिन जैसे ही मैंने नीचे झुक के देखा तो मेरी नजर सीधी निदा की शर्ट में चली गई जहाँ मेरी बहन की बिना ब्रा की चूचियां नजर आ रही थीं। मेरी तो नजर ही जैसे उसी जगह पे टिकी रह गई थी।
जिसे फरी बाजी ने देख लिया और बोली- “सन्नी कहाँ गुम हो गये हो?”
मैं झट से बोला- “नऽनहीं तो, कहीं भी नहीं। यहीं हूँ मैं तो...”
बाजी- मुझे तो लगा कि तुम कहीं और ही सैर पे चले गये हो मुझे यहाँ छोड़कर।
निदा- “नहीं बाजी, आपने भाई को बड़ी मजबूती से बाँध रखा है, ये कहीं नहीं जाएगा हेहेहेहे...”
मैं- “फन्नी... इसमें हँसने की भला क्या बात है?” और निदा के पास से हटकर बाजी के पास ही बेड पे जा बैठा..."
निदा- अच्छा तो भाई आप ने क्या जवाब दिया अम्मी को?
मैं- यार अब भला मैं क्या बोलता अम्मी को? मैंने कह दिया है कि जब आप चाहो हम वापिस चल देंगे।
निदा रोनी शकल बनाकर बोली- “भाई अभी यहाँ दिन ही कितने हुये हैं आए हुये, और अभी से वापसी? नहीं भाई प्लीज़... आप अम्मी को समझाओ ना कि कुछ दिन और रुकने के लिए यहाँ...”
फरी- क्या निदा, तुम भी बच्चों की तरह रोने लग जाती हो? मजाक कर रहा है ये कमीना तुमसे, और तुमने रोना शुरू कर दिया है। ये पहले ही अम्मी को बोल आया होगा कि अभी कुछ दिन रुकना है।
निदा बाजी की बात सुनकर खुश हो गई और बोली- “तो ठीक है लोव बर्डस, इस खुशी में मैं अब तुम लोगों के सिर पे सवार नहीं रहती और थोड़ा टाइम तुम्हें दे रही हूँ अकेले एंजाय करो...” और हेहेहेहे करती हुई रूम से निकल भागी।
निदा को रूम से जाते हुये मैं पीछे से उसको घूरता रहा। क्या प्यारी लग रही थी उसकी गाण्ड टाइट जीन्स में कसी हुई और चलने से ऐसे लग रहा था कि दिल ही निकालकर ले जाएगी। मुझे इस तरह अपनी छोटी बहन को पीछे से घूरता पाकर बाजी हल्का सा खाँसी, तो मैंने बाजी की तरफ देखा।
जिसे फरी बाजी ने देख लिया और बोली- “सन्नी कहाँ गुम हो गये हो?”
मैं झट से बोला- “नऽनहीं तो, कहीं भी नहीं। यहीं हूँ मैं तो...”
बाजी- मुझे तो लगा कि तुम कहीं और ही सैर पे चले गये हो मुझे यहाँ छोड़कर।
निदा- “नहीं बाजी, आपने भाई को बड़ी मजबूती से बाँध रखा है, ये कहीं नहीं जाएगा हेहेहेहे...”
मैं- “फन्नी... इसमें हँसने की भला क्या बात है?” और निदा के पास से हटकर बाजी के पास ही बेड पे जा बैठा..."
निदा- अच्छा तो भाई आप ने क्या जवाब दिया अम्मी को?
मैं- यार अब भला मैं क्या बोलता अम्मी को? मैंने कह दिया है कि जब आप चाहो हम वापिस चल देंगे।
निदा रोनी शकल बनाकर बोली- “भाई अभी यहाँ दिन ही कितने हुये हैं आए हुये, और अभी से वापसी? नहीं भाई प्लीज़... आप अम्मी को समझाओ ना कि कुछ दिन और रुकने के लिए यहाँ...”
फरी- क्या निदा, तुम भी बच्चों की तरह रोने लग जाती हो? मजाक कर रहा है ये कमीना तुमसे, और तुमने रोना शुरू कर दिया है। ये पहले ही अम्मी को बोल आया होगा कि अभी कुछ दिन रुकना है।
निदा बाजी की बात सुनकर खुश हो गई और बोली- “तो ठीक है लोव बर्डस, इस खुशी में मैं अब तुम लोगों के सिर पे सवार नहीं रहती और थोड़ा टाइम तुम्हें दे रही हूँ अकेले एंजाय करो...” और हेहेहेहे करती हुई रूम से निकल भागी।
निदा को रूम से जाते हुये मैं पीछे से उसको घूरता रहा। क्या प्यारी लग रही थी उसकी गाण्ड टाइट जीन्स में कसी हुई और चलने से ऐसे लग रहा था कि दिल ही निकालकर ले जाएगी। मुझे इस तरह अपनी छोटी बहन को पीछे से घूरता पाकर बाजी हल्का सा खाँसी, तो मैंने बाजी की तरफ देखा।