20-01-2020, 01:01 PM
मैं रूम में से निकला और अम्मी के रूम के बाहर खड़ा हो गया, क्योंकी अंदर से मुझे निदा की आवाज सुनाई दे रही थी, जिसपे मुझे थोड़ी परेशानी भी हुई कि आखिर ऐसी क्या बात है जो निदा की मौजूदगी में तो अम्मी कर सकती हैं, लेकिन फरी बाजी के सामने उनसे बात नहीं हो पा रही?
खैर में रूम में इन हुआ तो अम्मी ने मुझे देखकर निदा से कहा- “तुम अपनी बड़ी बहन के पास जाओ मैंने सन्नी से कुछ बात करना है...”
निदा खामोशी से उठी और रूम से निकल गई। तब अम्मी ने कहा- “दरवाजा बंद करके यहाँ आ जाओ...”
मैंने ऐसे ही किया और अम्मी के पास चला गया।
अम्मी उस वक़्त बेड के करीब ही खड़ी थीं और मैं भी उनके पास ही जाकर खड़ा हो गया, तो अम्मी कुछ देर तक मुझे घूरती रही तो मैंने भी बिना डरे अम्मी की आँखों में झाँकना शुरू कर दिया, जिससे अम्मी को गुस्सा
आ गया और अम्मी ने अचानक ही मुझे जोर का थप्पड़ जड़ दिया।
मुझे अम्मी की तरफ से कोई इस तरह के रिएक्सन की उम्मीद नहीं थी क्योंकी मुझे अभी पता भी नहीं था कि अम्मी आखिर किस बात पे गुस्सा हैं, और ऊपर से ये थप्पड़? मेरी तो गाण्ड ही फट गई थी कि तभी अम्मी। धीरे आवाज में गुर्राते हुये बोली- “सन्नी मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी...”
मैं हकलाते हुये बोला- “लेकिन हुआ क्या अम्मी? बात क्या है? आखिर मैंने ऐसा क्या कर दिया है?”
मैं हकलाते हुये बोला- “लेकिन हुआ क्या अम्मी? बात क्या है? आखिर मैंने ऐसा क्या कर दिया है?”
अम्मी- “अभी तुम सफदर के घर पे फरी को क्यों लेकर गये थे, बता सकते हो मुझे? तुम्हें शर्म नहीं आई? बहन है वो तुम्हारी और तुम उसी के साथ ये सब करते हो। कब से चल रहा है ये सब?”
अम्मी की बात सुनकर मैं समझ गया कि सफदर अंकल अम्मी को सब कुछ बता चुके हैं, और अभी अम्मी जो गुस्से में आग उगल रही हैं उसकी वजह ही ये है, तो मैं सोच में पड़ गया कि अब क्या करूं? किस तरह अम्मी का गुस्सा ठंडा करूं? तभी अंकल की एक बात मुझे याद आ गई और मैं अम्मी की तरफ देखकर बोला- “अम्मी प्लीज़... आप गुस्सा ना हों, और आराम से बैठ जाओ। मैं आपको सब कुछ बताता हूँ..” और अपने हाथ अम्मी
के कंधों पे रखकर उन्हें बिठा दिया।
अम्मी को बेड पे बिठाकर मैं खुद उनके पैरों में बैठ गया और अम्मी की आँखों में देखते हुये बोला- “अम्मी ये सब आपके लिए कोई नया तो नहीं, है ना? क्या आप अंकल सफदर और उनकी बेटी इरम के साथ मिलकर सेक्स नहीं करती रही हो? और अगर मैंने अपनी बहन के साथ सेक्स कर लिया है तो कौन सी ऐसी कयामत आ गई है दुनियां में? और अम्मी मैं आपको अपने दोस्त से भी मिलवा सकता हूँ जो अपनी बहनों के साथ सेक्स करता है, और भी कई होंगे दुनियां में?”
अम्मी मेरी बात सुनकर बोली- “हाँ, मैं जानती हूँ कि आजकल इस दुनियां में ये सब होता है। लेकिन सन्नी तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। आखिरकार, ये मुअशरा क्या कहेगा हमारे बारे में?”
अब मैंने अम्मी का हाथ पकड़कर उनको चूमा और बोला- “देखो अम्मी हमें किसी को कुछ बताना ही नहीं है तो कोई कुछ क्यों बोलेगा? और यहाँ हम लोग आए भी तो इसीलिए हैं ना कि एंजाय कर सकें? यहाँ हमें कोई नहीं जानता है तो फिर आप इतना डर क्यों रही हैं?”
अम्मी ने एक अह' भरी और बोलि- “ठीक है सन्नी, जैसा तुम लोगों को अच्छा लगे। मैं क्या कह सकती हूँ? लेकिन क्या इस सबका निदा को भी पता है?"
तो मैंने हाँ में सिर हिला दिया और बोला- “जी अम्मी। लेकिन उसे सिर्फ मेरा और बाजी का ही पता है और कुछ पता नहीं है.”
अम्मी हैरानी से बोली- “तो क्या उसने कभी तुम्हें मना नहीं किया?”
मैंने हँसते हुये कहा- “नहीं अम्मी, बल्की वो तो हमें खुद टाइम देती है मस्ती करने के लिए, और खुद भी हमारा सेक्स देखकर मजा करती है...”
अम्मी- “ठीक है सन्नी बेटा। लेकिन अब फरी को मेरे और अपने बारे में कुछ मत बताना, मैं उसका सामना नहीं कर पाऊँगी प्लीज़्ज़..
अम्मी की बात सुनकर में हँस दिया और बोला- “अम्मी आप क्या समझती हो कि उसे कुछ पता नहीं है? अरे अम्मी जान सच तो ये है कि मैंने जब आपको और अंकल को सेक्स करते देखा था तो तभी फरी को बता दिया था और उसी के कहने से ही तो मैंने आपके साथ मस्ती की थी। और तो और उसे सफदर अंकल और इरम के सेक्स का भी पता है, अब उससे कुछ भी छुपा हुआ नहीं है...” ।
मेरी इस बात से अम्मी थोड़ा परेशान हो गई, लेकिन कुछ बोली नहीं।
मैंने अम्मी के हाथों को हल्का सा दबा दिया और बोला- “अम्मी आप परेशान ना हों। फरी बाजी बहुत अच्छी हैं,
आपको उससे कुछ परेशानी नहीं होना चाहिए..." और उठते हुये अम्मी के गालों पे चुम्मा देकर रूम से निकल आया।
मैं अम्मी के रूम से निकलकर सीधा अपने वाले रूम में आ गया, जहाँ बाजी अभी तक बेड पे लेटी हुई थी, और निदा बाजी के करीब ही चेयर रखकर बैठी उनसे बातें कर रही थी।
मुझे रूम में आता देखकर निदा ने आँखें मटकाई और बोली- “क्या बात है भाई जान, क्या बात करनी थी हमारी अम्मी जान ने आपसे?"
मैं हँसता हुआ बोला- “अरे कुछ नहीं यार, बस ऐसे ही वापसी का पूछच रही थीं कि कब जाना है?”
और इतना बोलते हुये निदा की चेयर के पीछे का खड़ा हो गया, और निदा की तरफ देखने लगा, तो मेरा पूरा जिश्म सनसना गया था।
खैर में रूम में इन हुआ तो अम्मी ने मुझे देखकर निदा से कहा- “तुम अपनी बड़ी बहन के पास जाओ मैंने सन्नी से कुछ बात करना है...”
निदा खामोशी से उठी और रूम से निकल गई। तब अम्मी ने कहा- “दरवाजा बंद करके यहाँ आ जाओ...”
मैंने ऐसे ही किया और अम्मी के पास चला गया।
अम्मी उस वक़्त बेड के करीब ही खड़ी थीं और मैं भी उनके पास ही जाकर खड़ा हो गया, तो अम्मी कुछ देर तक मुझे घूरती रही तो मैंने भी बिना डरे अम्मी की आँखों में झाँकना शुरू कर दिया, जिससे अम्मी को गुस्सा
आ गया और अम्मी ने अचानक ही मुझे जोर का थप्पड़ जड़ दिया।
मुझे अम्मी की तरफ से कोई इस तरह के रिएक्सन की उम्मीद नहीं थी क्योंकी मुझे अभी पता भी नहीं था कि अम्मी आखिर किस बात पे गुस्सा हैं, और ऊपर से ये थप्पड़? मेरी तो गाण्ड ही फट गई थी कि तभी अम्मी। धीरे आवाज में गुर्राते हुये बोली- “सन्नी मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद नहीं थी...”
मैं हकलाते हुये बोला- “लेकिन हुआ क्या अम्मी? बात क्या है? आखिर मैंने ऐसा क्या कर दिया है?”
मैं हकलाते हुये बोला- “लेकिन हुआ क्या अम्मी? बात क्या है? आखिर मैंने ऐसा क्या कर दिया है?”
अम्मी- “अभी तुम सफदर के घर पे फरी को क्यों लेकर गये थे, बता सकते हो मुझे? तुम्हें शर्म नहीं आई? बहन है वो तुम्हारी और तुम उसी के साथ ये सब करते हो। कब से चल रहा है ये सब?”
अम्मी की बात सुनकर मैं समझ गया कि सफदर अंकल अम्मी को सब कुछ बता चुके हैं, और अभी अम्मी जो गुस्से में आग उगल रही हैं उसकी वजह ही ये है, तो मैं सोच में पड़ गया कि अब क्या करूं? किस तरह अम्मी का गुस्सा ठंडा करूं? तभी अंकल की एक बात मुझे याद आ गई और मैं अम्मी की तरफ देखकर बोला- “अम्मी प्लीज़... आप गुस्सा ना हों, और आराम से बैठ जाओ। मैं आपको सब कुछ बताता हूँ..” और अपने हाथ अम्मी
के कंधों पे रखकर उन्हें बिठा दिया।
अम्मी को बेड पे बिठाकर मैं खुद उनके पैरों में बैठ गया और अम्मी की आँखों में देखते हुये बोला- “अम्मी ये सब आपके लिए कोई नया तो नहीं, है ना? क्या आप अंकल सफदर और उनकी बेटी इरम के साथ मिलकर सेक्स नहीं करती रही हो? और अगर मैंने अपनी बहन के साथ सेक्स कर लिया है तो कौन सी ऐसी कयामत आ गई है दुनियां में? और अम्मी मैं आपको अपने दोस्त से भी मिलवा सकता हूँ जो अपनी बहनों के साथ सेक्स करता है, और भी कई होंगे दुनियां में?”
अम्मी मेरी बात सुनकर बोली- “हाँ, मैं जानती हूँ कि आजकल इस दुनियां में ये सब होता है। लेकिन सन्नी तुम्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। आखिरकार, ये मुअशरा क्या कहेगा हमारे बारे में?”
अब मैंने अम्मी का हाथ पकड़कर उनको चूमा और बोला- “देखो अम्मी हमें किसी को कुछ बताना ही नहीं है तो कोई कुछ क्यों बोलेगा? और यहाँ हम लोग आए भी तो इसीलिए हैं ना कि एंजाय कर सकें? यहाँ हमें कोई नहीं जानता है तो फिर आप इतना डर क्यों रही हैं?”
अम्मी ने एक अह' भरी और बोलि- “ठीक है सन्नी, जैसा तुम लोगों को अच्छा लगे। मैं क्या कह सकती हूँ? लेकिन क्या इस सबका निदा को भी पता है?"
तो मैंने हाँ में सिर हिला दिया और बोला- “जी अम्मी। लेकिन उसे सिर्फ मेरा और बाजी का ही पता है और कुछ पता नहीं है.”
अम्मी हैरानी से बोली- “तो क्या उसने कभी तुम्हें मना नहीं किया?”
मैंने हँसते हुये कहा- “नहीं अम्मी, बल्की वो तो हमें खुद टाइम देती है मस्ती करने के लिए, और खुद भी हमारा सेक्स देखकर मजा करती है...”
अम्मी- “ठीक है सन्नी बेटा। लेकिन अब फरी को मेरे और अपने बारे में कुछ मत बताना, मैं उसका सामना नहीं कर पाऊँगी प्लीज़्ज़..
अम्मी की बात सुनकर में हँस दिया और बोला- “अम्मी आप क्या समझती हो कि उसे कुछ पता नहीं है? अरे अम्मी जान सच तो ये है कि मैंने जब आपको और अंकल को सेक्स करते देखा था तो तभी फरी को बता दिया था और उसी के कहने से ही तो मैंने आपके साथ मस्ती की थी। और तो और उसे सफदर अंकल और इरम के सेक्स का भी पता है, अब उससे कुछ भी छुपा हुआ नहीं है...” ।
मेरी इस बात से अम्मी थोड़ा परेशान हो गई, लेकिन कुछ बोली नहीं।
मैंने अम्मी के हाथों को हल्का सा दबा दिया और बोला- “अम्मी आप परेशान ना हों। फरी बाजी बहुत अच्छी हैं,
आपको उससे कुछ परेशानी नहीं होना चाहिए..." और उठते हुये अम्मी के गालों पे चुम्मा देकर रूम से निकल आया।
मैं अम्मी के रूम से निकलकर सीधा अपने वाले रूम में आ गया, जहाँ बाजी अभी तक बेड पे लेटी हुई थी, और निदा बाजी के करीब ही चेयर रखकर बैठी उनसे बातें कर रही थी।
मुझे रूम में आता देखकर निदा ने आँखें मटकाई और बोली- “क्या बात है भाई जान, क्या बात करनी थी हमारी अम्मी जान ने आपसे?"
मैं हँसता हुआ बोला- “अरे कुछ नहीं यार, बस ऐसे ही वापसी का पूछच रही थीं कि कब जाना है?”
और इतना बोलते हुये निदा की चेयर के पीछे का खड़ा हो गया, और निदा की तरफ देखने लगा, तो मेरा पूरा जिश्म सनसना गया था।