04-02-2019, 11:05 PM
सादिया की चूत उस वक़्त बहुत गीली थी उसकी चूत से गरम पानी बाहर निकल रहा था फिर अपने बेटे का हाथ अपनी चूत पे फील कर के सादिया को बहुत मज़ा आने लगा उसकी आँखें मज़े से बंद हो गईं और टांगें थोड़ी और खुल गईं.
अली मज़े से अपनी अम्मी कि चूत को रगड़ रहा था मसल रहा था उसे अपनी अम्मी की गीली चूत के साथ खेलने मैं बहुत मज़ा आ रहा था. अली अपनी अम्मी की चूत के लिप्स के बीच मैं अपनी मिड्ल फिंगर रब कर रहा था साथ साथ कभी अपने अब्बू कभी अपनी अम्मी की तरफ देखता उसका अब्बू सो रहा था और उसकी अम्मी की आँखें क्लोज़ थीं और सांस तेज़ चल रही थी.
सादिया मज़े मैं अपने हज़्बेंड को भूल गयी थी उसे अपने बेटे का उसकी चूत के साथ खेलना बहुत अच्छा लग रहा था वो मदहोश हो गयी थी. सादिया का दिल कर रहा था के अब वो खूब मज़े से काफ़ी देर तक हार्ड लंड से चुडवाए लकिन अपने हज़्बेंड से या बेटे से ये फ़ैसला नही हो रहा था उस से.
तभी चेयर की आवाज़ हुई तो दोनो अम्मी बेटा डर गयी और फ़ौरन नॉर्मल बैठ गये. सादिया टीवी देखने लगी और अली भी टीवी देखने लगा लकिन अली का हाथ अभी तक उसकी अम्मी की टाँगों मैं चूत के बिल्कुल ऊपर था. सादिया ने अपने हज़्बेंड की तरफ देखा जो चेयर से उठ के अपने रूम की तरफ जाने लगे तो सादिया ने फ़ौरन अली का हाथ अपनी चूत और टाँगों से रिमूव किया और अपनी शलवार ओँची कर के नाला बँधा फिर बिना कुछ कहे वहाँ से उठ के अपने रूम मैं चली गयी और अली वहीं अपने हार्ड लंड के साथ बैठा रहा.
नेक्स्ट दे वाज़ सनडे तो सब उठे और नाश्ता किया फिर अली अपने अब्बू के साथ अपने अंकल के घर गया और सादिया घर मैं अकेली थी.
सादिया घर के काम करने लगी लकिन उसका माइंड रात अपने बेटे के साथ की गयी हरकत पर था. एक लम्हे मैं सादिया को खुद पे गुस्सा आता और एक लम्हे मैं उसे अपने बेटे का उसकी चूत के साथ खेलना अच्छा लगने लगता वो डबल माइंडेड थी उसे समझ नही आ रहा था के वो किया करे.
सादिया से अब कंट्रोल नही हो रहा था लकिन वो आगे भी नही बढ़ना चाहती थी वो सोच सोच के पागल हो रही थी. सादिया अपने बेटे के ये सब करने से रोकना भी चाहती थी सेम टाइम उसका दिल कहता था के इतना सब करने मैं किया है बस इस से ज़ियादा कुछ नही करना लकिन फिर भी वो किसी फ़ैसले पे नही पहुँच पा रही थी.
खैर शाम को अली और उसके अब्बू घर वापस आ गये फिर सब ने खाना खाया और सादिया किचन मैं चली गयी और बाप बेटा टीवी देखने लगे.
सादिया कुछ देर बाद वहीं आ गयी लकिन आज वो बिना टीवी देखे अपने रूम मैं चली गयी.
रात को सादिया अपने हज़्बेंड से चुदवा रही थी लकिन उसका माइंड अपने बेटे अली पर था जब वो आँखें क्लोज़ करती तो ऐसा लगता जैसे उसे उसका बेटा अली चोद रहा हो तो वो फ़ौरन आँखें खोलती और सामने अपने हज़्बेंड को देखती.
वो पहली रात थी के सादिया अपने हज़्बेंड से चुदवाने मैं रिलीस नही हुई क्यों के उसका माइंड अपने बेटे की हरकतों पर था खैर फिर वो सो गयी.
सुबह सादिया किचन मैं थी उसका हज़्बेंड रूम मैं था और अली अपने रूम मैं. कुछ देर बाद अली अपने रूम से बाहर आ गया और सीधा किचन मैं चला गया.
अली ने अपनी अम्मी को सलाम किया फिर रात टीवी ना देखने की वज़ह पूछी ओ सादिया ने कहा मुझे नींद आ रही थी इस लिए मैं जल्दी सो गयी. सादिया ने इतना कहा ही था के अली आगे हुआ और अपना एक हाथ अपनी अम्मी की गांड़ पर टच किया और दूसरा हाथ सीधा राईट मम्मे पेर.
सादिया को झटका लगा उस ने अपने बेटे को पीछे किया.
सादिया: अली शरम करो मैं तुम्हारी अम्मी हूँ और अम्मी बेटा ऐसी हरकतईं नही करते प्लीज़ कंट्रोल !!
अली: लकिन अमि इस मैं ऐसा किया है मुझे आप को फील करना अच्छा लगता है.
सादिया: बेटा लुक अभी तुम बाहर जाओ तुम क्यों नही समझते ये ठीक नही है ये गलत है बहुत गलत.
अली: अच्छा अमि ठीक है लकिन हम बातें तो कर सकते हैं सिर्फ़ बातें अमि प्ल्ज़.
सादिया: कैसी बातें बेटा किया हम बातें नही करते?
अली: करते हैं बातें अमि लकिन जो आप मुझे करने से रोक रही हैं कुछ पर्सनल बातें प्ल्ज़ अमि मैं आप से हर बात शेयर करना चाहता हूँ आप के अपने पर्सनल मॅटर शेयर करना चाहता हूँ अगर आप प्रॉमिस करें तो मैं ये सब नही करूँ गा वरना जो मेरा दिल चाहे गा मैं वो सब करूँ गा.
सादिया: ओके ठीक है जब मौका हो गा हम जो बातें तुम कहो गे वो करें गे अब ठीक है ना जाओ अब.
अली: वाउ थॅंक्स अमि और साइड से अपनी अम्मी को गाल पर किस कर के बाहर आ गया.
कुछ दिन तो उन्हें बात करने का मौका नही मिला और अली भी कंट्रोल मैं रहा उस ने कोई टच नही किया अपनी अम्मी को.
सादिया खुश भी थी सेम टाइम उसका दिल भी करता था के अली उको टच करे छेड़े. सादिया कभी कभी तो खुद अली को मौका देती के वो उसे टच करे फील करे लकिन अली ने खुद पर बहुत कंट्रोल किए रखा.
कुछ दिन बाद अली के अब्बू कंपनी के काम से आउट ऑफ सिटी चले गये. अली जब कॉलेज से वापस आया तो उसे पता चला तो वो बहुत खुश हुआ.
दिन तो उस ने किसी तरह गुज़र लिया और रात को स्टडी करने के बाद वो अपनी अम्मी के रूम मैं गया. अली जब रूम मैं एंटर हुआ तो देखा सादिया सो चुकी थी वो बहुत उदास हो गया लकिन बिना कुछ बोले बेड पर लाते गया और गुस्से से टीवी ऑन कर के वॉल्यूम हाइ कर के देखने लगा.
अली कभी टीवी की तरफ देखता तो कभी अपनी अम्मी की तरफ जो खामोशी से सो रही थी. सादिया सोने की आक्टिंग कर रही थी कुछ देर बाद सादिया ने करवट ली और अपने बैक अली की तरफ कर दी. अली ने अपनी अम्मी की बैक अपने तरफ होते ही अपना हाथ अपनी अम्मी की गांड़ पर रख दिया.
अली ने जब कोई मूव्मेंट नही देखी तो वो अपनी अम्मी की गांड़ को रब करने लगा प्रेस करने लगा मसलने लगा लकिन सादिया भी खामोशी से चुप कर के लेटी रही. सादिया ने सोचा के उस के ऐसा करने से अली सो जाए गा लकिन अली भी कम नही था कुछ देर ऐसा करने के बाद अली अपना हाथ अपनी अम्मी की फ्रंट पे ले गया और शलवार का नाला खोलने लगा.
अली ने अपनी अम्मी की शलवार का नाल खोला ही था के सादिया ने जल्दी से अपने साइड चेंज कर दी अब सादिया का फेस अली की तरफ था और आँखें भी खुली थीं.
सादिया: अली बेटा मैं ने मना किया के मुझे टच नही करो गे तो फिर ये किया है.
अली: अमि आप ने भी कहा था के हम जब मौका हो गा बातें करें गे और आप जान के क्यों सो गयी थीं?
सादिया: मुझे नींद आ गयी थी बेटा प्ल्ज़ ऐसा ना किया करो मुझे मजबूर ना करो मैं तुम्हारे अब्बू से कह दूँ गी फिर पता है ना के किया हो गा?
अली: तो कह दें वैसे आज तक क्यों नही कहा आप ने? अमि मैं आप से बहुत प्यार करता हूँ मैं नही रह सकता आप के बगैर आप बे शक किसी से भी कह दें लकिन मेरे दिल मैं आप के लिए जो प्यार है व नआ तो ख़तम हो गा ना ही कम हो गा बाकी आप की मर्ज़ी.
सादिया ये सुन के परेशां हो गयी और उठी के बैठ गयी. अली भी उठ के बैठ गया और उस वक़्त अली की आँखों मैं आँसू थे.
सादिया ने अपने बेटे को गले से लगा के चुप करा दिया फिर कहा अच्छा करो जो बातें करनी हैं.
अली खुश हो गया पहले तो उस ने अपनी अम्मी को गाल पर किस किया फिर बातें पूछने लगा.
अली: आप मुझ से प्यार करती हैं?
सादिया: हाँ बहुत ज़ियादा सब से ज़ियादा खुद से भी ज़ियादा क्यों के तुम मेरे बहुत प्यारे इक्लोटे बेटे हो. तुम्हें नही लगता किया ऐसा सवाल जो पूछ रहे हो?
अली: नही अम्मी मैं जनता हूँ लकिन कनफ़रम कर रहा था बस. अच्छा आप डैड से भी बहुत प्यार करती हैं?
सादिया: हाँ मैं उन से भी बहुत प्यार करती हूँ लकिन उन से ज़ियादा तुम मुझे प्यारे लगते हो.
अली: आप की और डैड की अरेंज मॅरेज थी ना तो किया आप शादी से पहले किसी और से प्यार करती थीं?
सादिया: ये कैसा सवाल है? हाँ हुमारी अरेंज मॅरेज थी.
अली मज़े से अपनी अम्मी कि चूत को रगड़ रहा था मसल रहा था उसे अपनी अम्मी की गीली चूत के साथ खेलने मैं बहुत मज़ा आ रहा था. अली अपनी अम्मी की चूत के लिप्स के बीच मैं अपनी मिड्ल फिंगर रब कर रहा था साथ साथ कभी अपने अब्बू कभी अपनी अम्मी की तरफ देखता उसका अब्बू सो रहा था और उसकी अम्मी की आँखें क्लोज़ थीं और सांस तेज़ चल रही थी.
सादिया मज़े मैं अपने हज़्बेंड को भूल गयी थी उसे अपने बेटे का उसकी चूत के साथ खेलना बहुत अच्छा लग रहा था वो मदहोश हो गयी थी. सादिया का दिल कर रहा था के अब वो खूब मज़े से काफ़ी देर तक हार्ड लंड से चुडवाए लकिन अपने हज़्बेंड से या बेटे से ये फ़ैसला नही हो रहा था उस से.
तभी चेयर की आवाज़ हुई तो दोनो अम्मी बेटा डर गयी और फ़ौरन नॉर्मल बैठ गये. सादिया टीवी देखने लगी और अली भी टीवी देखने लगा लकिन अली का हाथ अभी तक उसकी अम्मी की टाँगों मैं चूत के बिल्कुल ऊपर था. सादिया ने अपने हज़्बेंड की तरफ देखा जो चेयर से उठ के अपने रूम की तरफ जाने लगे तो सादिया ने फ़ौरन अली का हाथ अपनी चूत और टाँगों से रिमूव किया और अपनी शलवार ओँची कर के नाला बँधा फिर बिना कुछ कहे वहाँ से उठ के अपने रूम मैं चली गयी और अली वहीं अपने हार्ड लंड के साथ बैठा रहा.
नेक्स्ट दे वाज़ सनडे तो सब उठे और नाश्ता किया फिर अली अपने अब्बू के साथ अपने अंकल के घर गया और सादिया घर मैं अकेली थी.
सादिया घर के काम करने लगी लकिन उसका माइंड रात अपने बेटे के साथ की गयी हरकत पर था. एक लम्हे मैं सादिया को खुद पे गुस्सा आता और एक लम्हे मैं उसे अपने बेटे का उसकी चूत के साथ खेलना अच्छा लगने लगता वो डबल माइंडेड थी उसे समझ नही आ रहा था के वो किया करे.
सादिया से अब कंट्रोल नही हो रहा था लकिन वो आगे भी नही बढ़ना चाहती थी वो सोच सोच के पागल हो रही थी. सादिया अपने बेटे के ये सब करने से रोकना भी चाहती थी सेम टाइम उसका दिल कहता था के इतना सब करने मैं किया है बस इस से ज़ियादा कुछ नही करना लकिन फिर भी वो किसी फ़ैसले पे नही पहुँच पा रही थी.
खैर शाम को अली और उसके अब्बू घर वापस आ गये फिर सब ने खाना खाया और सादिया किचन मैं चली गयी और बाप बेटा टीवी देखने लगे.
सादिया कुछ देर बाद वहीं आ गयी लकिन आज वो बिना टीवी देखे अपने रूम मैं चली गयी.
रात को सादिया अपने हज़्बेंड से चुदवा रही थी लकिन उसका माइंड अपने बेटे अली पर था जब वो आँखें क्लोज़ करती तो ऐसा लगता जैसे उसे उसका बेटा अली चोद रहा हो तो वो फ़ौरन आँखें खोलती और सामने अपने हज़्बेंड को देखती.
वो पहली रात थी के सादिया अपने हज़्बेंड से चुदवाने मैं रिलीस नही हुई क्यों के उसका माइंड अपने बेटे की हरकतों पर था खैर फिर वो सो गयी.
सुबह सादिया किचन मैं थी उसका हज़्बेंड रूम मैं था और अली अपने रूम मैं. कुछ देर बाद अली अपने रूम से बाहर आ गया और सीधा किचन मैं चला गया.
अली ने अपनी अम्मी को सलाम किया फिर रात टीवी ना देखने की वज़ह पूछी ओ सादिया ने कहा मुझे नींद आ रही थी इस लिए मैं जल्दी सो गयी. सादिया ने इतना कहा ही था के अली आगे हुआ और अपना एक हाथ अपनी अम्मी की गांड़ पर टच किया और दूसरा हाथ सीधा राईट मम्मे पेर.
सादिया को झटका लगा उस ने अपने बेटे को पीछे किया.
सादिया: अली शरम करो मैं तुम्हारी अम्मी हूँ और अम्मी बेटा ऐसी हरकतईं नही करते प्लीज़ कंट्रोल !!
अली: लकिन अमि इस मैं ऐसा किया है मुझे आप को फील करना अच्छा लगता है.
सादिया: बेटा लुक अभी तुम बाहर जाओ तुम क्यों नही समझते ये ठीक नही है ये गलत है बहुत गलत.
अली: अच्छा अमि ठीक है लकिन हम बातें तो कर सकते हैं सिर्फ़ बातें अमि प्ल्ज़.
सादिया: कैसी बातें बेटा किया हम बातें नही करते?
अली: करते हैं बातें अमि लकिन जो आप मुझे करने से रोक रही हैं कुछ पर्सनल बातें प्ल्ज़ अमि मैं आप से हर बात शेयर करना चाहता हूँ आप के अपने पर्सनल मॅटर शेयर करना चाहता हूँ अगर आप प्रॉमिस करें तो मैं ये सब नही करूँ गा वरना जो मेरा दिल चाहे गा मैं वो सब करूँ गा.
सादिया: ओके ठीक है जब मौका हो गा हम जो बातें तुम कहो गे वो करें गे अब ठीक है ना जाओ अब.
अली: वाउ थॅंक्स अमि और साइड से अपनी अम्मी को गाल पर किस कर के बाहर आ गया.
कुछ दिन तो उन्हें बात करने का मौका नही मिला और अली भी कंट्रोल मैं रहा उस ने कोई टच नही किया अपनी अम्मी को.
सादिया खुश भी थी सेम टाइम उसका दिल भी करता था के अली उको टच करे छेड़े. सादिया कभी कभी तो खुद अली को मौका देती के वो उसे टच करे फील करे लकिन अली ने खुद पर बहुत कंट्रोल किए रखा.
कुछ दिन बाद अली के अब्बू कंपनी के काम से आउट ऑफ सिटी चले गये. अली जब कॉलेज से वापस आया तो उसे पता चला तो वो बहुत खुश हुआ.
दिन तो उस ने किसी तरह गुज़र लिया और रात को स्टडी करने के बाद वो अपनी अम्मी के रूम मैं गया. अली जब रूम मैं एंटर हुआ तो देखा सादिया सो चुकी थी वो बहुत उदास हो गया लकिन बिना कुछ बोले बेड पर लाते गया और गुस्से से टीवी ऑन कर के वॉल्यूम हाइ कर के देखने लगा.
अली कभी टीवी की तरफ देखता तो कभी अपनी अम्मी की तरफ जो खामोशी से सो रही थी. सादिया सोने की आक्टिंग कर रही थी कुछ देर बाद सादिया ने करवट ली और अपने बैक अली की तरफ कर दी. अली ने अपनी अम्मी की बैक अपने तरफ होते ही अपना हाथ अपनी अम्मी की गांड़ पर रख दिया.
अली ने जब कोई मूव्मेंट नही देखी तो वो अपनी अम्मी की गांड़ को रब करने लगा प्रेस करने लगा मसलने लगा लकिन सादिया भी खामोशी से चुप कर के लेटी रही. सादिया ने सोचा के उस के ऐसा करने से अली सो जाए गा लकिन अली भी कम नही था कुछ देर ऐसा करने के बाद अली अपना हाथ अपनी अम्मी की फ्रंट पे ले गया और शलवार का नाला खोलने लगा.
अली ने अपनी अम्मी की शलवार का नाल खोला ही था के सादिया ने जल्दी से अपने साइड चेंज कर दी अब सादिया का फेस अली की तरफ था और आँखें भी खुली थीं.
सादिया: अली बेटा मैं ने मना किया के मुझे टच नही करो गे तो फिर ये किया है.
अली: अमि आप ने भी कहा था के हम जब मौका हो गा बातें करें गे और आप जान के क्यों सो गयी थीं?
सादिया: मुझे नींद आ गयी थी बेटा प्ल्ज़ ऐसा ना किया करो मुझे मजबूर ना करो मैं तुम्हारे अब्बू से कह दूँ गी फिर पता है ना के किया हो गा?
अली: तो कह दें वैसे आज तक क्यों नही कहा आप ने? अमि मैं आप से बहुत प्यार करता हूँ मैं नही रह सकता आप के बगैर आप बे शक किसी से भी कह दें लकिन मेरे दिल मैं आप के लिए जो प्यार है व नआ तो ख़तम हो गा ना ही कम हो गा बाकी आप की मर्ज़ी.
सादिया ये सुन के परेशां हो गयी और उठी के बैठ गयी. अली भी उठ के बैठ गया और उस वक़्त अली की आँखों मैं आँसू थे.
सादिया ने अपने बेटे को गले से लगा के चुप करा दिया फिर कहा अच्छा करो जो बातें करनी हैं.
अली खुश हो गया पहले तो उस ने अपनी अम्मी को गाल पर किस किया फिर बातें पूछने लगा.
अली: आप मुझ से प्यार करती हैं?
सादिया: हाँ बहुत ज़ियादा सब से ज़ियादा खुद से भी ज़ियादा क्यों के तुम मेरे बहुत प्यारे इक्लोटे बेटे हो. तुम्हें नही लगता किया ऐसा सवाल जो पूछ रहे हो?
अली: नही अम्मी मैं जनता हूँ लकिन कनफ़रम कर रहा था बस. अच्छा आप डैड से भी बहुत प्यार करती हैं?
सादिया: हाँ मैं उन से भी बहुत प्यार करती हूँ लकिन उन से ज़ियादा तुम मुझे प्यारे लगते हो.
अली: आप की और डैड की अरेंज मॅरेज थी ना तो किया आप शादी से पहले किसी और से प्यार करती थीं?
सादिया: ये कैसा सवाल है? हाँ हुमारी अरेंज मॅरेज थी.