04-02-2019, 11:05 PM
अली की पता नही किस वक़्त आँख लग गयी सुबह जब सादिया की आँख खुली तो उसे फील हुआ के उस की चूत दोबारा गीली थी और फिर अचानक उसे अपनी चूत के लिप्स मैं कुछ फील हुआ और जब उस ने अपना हाथ अपनी चूत पे ले जा के देखा तो वहाँ उस के बेटे अली का हाथ था और उस की फिंगर सादिया की चूत के लिप्स मैं थी.
सादिया ने अली का हाथ वहाँ से हटाने के लिए अपना हाथ अपनी लेग्स के दरमियाँ ले गयी और ऐसा करने से उस की टांगें ओपन हुई जिस से अली की फिंगर उसकी चूत मैं बिल्कुल उसके सुराख पी आ गयी और सादिया को अचानक मज़े का झटका लगा तो उस ने अली के हाथ वहाँ से नही हटाया बलके अपनी टांगें और ज़ियादा खोल दी.
सादिया ये तुम्हें किया हो गया है वो तुम्हारा बेटा है और तुम्हें अपने बेटे की फिंगर अपनी चूत पे फील कर के मज़ा आ रहा है???
सादिया ये बहुत गलत है वो तुम्हारा बेटा है और अगर नींद मैं उस का हाथ तुम्हारी चूत पे आ गया तो किया तुम उसे वहीं रहने दो गी और अगर तुम्हारा बेटा जाग गया तो किया सोचे गा के उसकी अम्मी उस की फिंगर को अपनी चूत पे रखे मज़े कर रही है पागल हो गयी हो तुम?
ये ख़याल सादिया के माइंड मैं थे फिर सादिया को भी गिल्ट फील हुआ और वो दोबारा अपने बेटे के हाथ को वहाँ से हटाने लगी तो फिर सोचने लगी.
सादिया वैसे मज़ा तो आ रहा है और अभी तो अली सो रहा है इतनी जल्दी नही उठे गा थोडा मज़ा करने से कुछ नही हो जाए गा.
सादिया शरम से पानी पानी होने लगी फिर हिम्मत कर के वो अली के हाथ को पकड़ के अपनी गीली चूत से हटाने लगी लकिन अली का हाथ अपनी चूत से हटाने से पहले सादिया ने उस की फिंगर जो उसकी चूत के लिप्स मैं थी को ज़ोर से दबा के रगड़ा और वहीं फारिघ हो गयी अब सादिया की सांस तेज़ चल रही थी उसकी चूत तेज़ी से पानी छोड़ रही थी उसे बहुत मज़ा आ रहा था उस ने अली की फिंगर को अपनी चूत के लिप्स मैं चूत के सुराख पे ज़ोर दिया हुआ था और जब वो रिलॅक्स हुई तो उस ने अली का हाथ हटा के वहाँ से उठी और वॉशरूम चली गयी वहाँ उस ने खुद को बहुत बुरा भला कहा वो बहुत शर्मिंदा थी सेम टाइम शर्मा भी रही थी अंदर से खुश भी थी और पहले से काफ़ी रिलॅक्स भी थी.
सादिया ने सोचा चलो जो होना था हो गया लकिन अब ऐसा कभी नही करूँ गी फिर सोचती कभी कभी इतना करने से कुछ नही होता खैर कुछ देर बार सादिया उठी और वॉशरूम चली गयी फ्रेश हो के रूम मैं आ के अली को उठाया और ब्रेकफास्ट बनाने चली गयी.
सादिया के हज़्बेंड घर वापस आ गये जब अली डाइनिंग टेबल पे बैठा ब्रेकफास्ट का इंतज़ार कर रहा था वो अली से मिले फिर सादिया से सलाम दुआ की हाल पूछा और रूम मैं चले गये फ्रेश होने.
अली उठा और किचन मैं गया जब उस के फादर रूम मैं जा चुके थे वहाँ किचन मैं सादिया डिशस वॉश कर रही थी के अली उस के पीछे खड़ा हो गया.
अली डाइनिंग टेबल पे बैठा किचन मैं अपनी अम्मी की गांड़ को देख रहा था तो उस से रहा नही गया और वो करीब से देखने के लिए किचन मैं चला गया था.
सादिया डिशस भी वॉश कर रही थी और रोटी भी बना रही थी जब अली अपनी अम्मी के पीछे जा के खड़ा हो गया तो उसी वक़्त उस की अम्मी घूम के चूल्हे के पास आ गयी रोटी को देखने वो धीमी आग पे रोटी पका रही थी.
अली बहुत भूक लगी है किया सादिया ने अपने बेटे से पूछा.
नही अम्मी बस ऐसे ही आ गया सोचा आप की हेल्प कर दूँ अगर ज़रूरत है तो?
नो बेटा बस थोडा सा काम रह गया है मैं कर लूँ गी ये कह के सादिया सिंक की तरफ गयी और डिशस वॉश करने लगी के अचानक अली आगे हुआ और अपनी अम्मी सादिया के बहुत क़रीब हो गया लकिन टच नही हुआ अपनी अम्मी की सेक्सी बॉडी से.
अली ने अजीब हरकत की जिस से उसकी अम्मी सादिया बहुत हैरान हुई.
अली ने अपनी अम्मी के सिर से दुपट्टा उतार दिया और उस के हेयर मैं अपनी फिंगर्स घूमने लगा और साथ से अपना फेस पास कर के हेयर की खुशबू को सूंघने लगा जो बहुत मीठी और फ्रेश थी सादिया के सुबह सुबह नहाने की वज़ह से.
सादिया के जिस्म मैं करेंट दौरने लगा उसे समझ नही आया के उस का बेटा ऐसा क्यों कर रहा है लकिन उसे अच्छी लग रहा था.
मा आप के हेयर बहुत अच्छे हैं इन की खुशबू भी बहुत मीठी है फ्रेश है मुझे आप के लंबे हेयर बहुत अच्छे लगते हैं. बातें करने के साथ साथ अली आगे मूव करने लगा अब अली का फ्रंट उसकी अम्मी की बैक को टच हो रहा था.
सादिया प्लेट हाथ मैं लिए वहीं खड़ी रही बिना कुछ कहे और किए जिस से अली की हिम्मत बढ़ गयी और उस ने अपनी अम्मी सादिया के शोल्डर ऐंड बैक नेक पे अपने लिप्स लगा दिए.
अली किस नही कर रहा था बस अपने लिप्स आराम आराम से टच कर रहा था और उसकी गरम सांस फील कर के सादिया को मदहोशी छाने लगी सादिया की चूत दोबारा गीली होना शुरू हो गयी उसकी सांस भी गरम हो गयी उसका जिस्म कांप रहा था टांगें कांप रही थी.
सादिया को तभी होश आया और उस ने अली को पीछे कर दिया और कहा बेटा तुम्हारा अबू आ रहा है जब उस ने अपने रूम के डोर के खुलने की आवाज़ सुनी.
अली भी साइड पे हो के फ्रिज खोल के उस मैं देखने लगा. उस वक़्त ना तो अली का दिल कर रहा था अपनी अम्मी से अलग होने का ना ही सादिया का दिल कर रहा था के अली उस से अलग हो.
अली ने फ्रिज का डोर क्लोज़ किया और बाहर आ गया लकिन उस का फादर दोबारा रूम मैं चला गया था तो अली भी जल्दी से वापस किचन मैं चला गया और जाते ही अपनी अम्मी को पीछे से चिपक गया.
अली: अबू वापस रूम मैं चले गये हैं.
सादिया: अली छोड़ो मुझे ये ठीक नही है बेटा मैं तुम्हारी अम्मी हूँ और अम्मी बेटा इस तरह नही चिपकते तुम चलो मैं ब्रेकफास्ट ला रही हूँ और सादिया ने ज़बरदस्ती खुद को अली से छुड़ा लिया.
अली किचन से बाहर आ गया फिर उस के फादर भी आ गये और सब ने एक साथ ब्रेकफास्ट किया और अली कॉलेज रवाना हो गया.
दोपहर को अली घर वापस आया और अपने रूम मैं जा के फ्रेश हो के स्टडी करने लगा फिर शाम को सब ने एक साथ डिन्नर किया और अली दोबारा अपने रूम मैं आ गया और कंप्यूटर पे ग़मे खेलने लगा. रात को 10 बजे सादिया अली के रूम मैं आई और कहा बेटा ग़मे खेल के मेरे रूम मैं आ जाना सोने.
अली: अबू दोबारा चले गये किया?
सादिया: हाँ वो इस्लामाबाद गये हैं कोई ज़रूरी काम था कंपनी से कॉल आ गयी इस लिए उन्हें जाना परा उन्हें देर हो रही थी इस लिए वो तुम से मिले बगैर चले गये.
रात को 11 बजे अली ने कंप्यूटर ऑफ किया और अपनी अम्मी के रूम मैं गया रूम मैं उसकी अम्मी बेड पे लेटी टीवी देख रही थी अली भी पास जा के लेट गया. दोनो अम्मी बेटे का दिमाग एक दूसेरे पे था लकिन नज़रें टीवी पे थी.
अली: अम्मी एक बात करनी थी आप से?
सादिया: किया बात है?
अली: अम्मी आप मुझे बहुत प्यारी लगती हैं इस लिए मेरा बहुत दिल करता है आप के करीब रहने का लकिन आप माना करती हैं किया अम्मी बेटा एक दूसेरे के करीब नही रह सकते?
सादिया: बेटा वो बात नही है अम्मी बेटा करीब रह सकते हैं लकिन वैसे नही जैसे सुबह तुम मेरे करीब आ गये थे ये गलत है बेटा इस से गुनाह मिलता है अम्मी बेटा ऐसे नही करते.
अली: लकिन अम्मी ज़ियादा करीब आने से गुनाह क्यों होता है? मेरे बहुत फ्रेंड्स हैं जो अपनी अम्मी को हग करते हैं किस करते हैं उनकी अम्मी तो उन्हें नही रोकती हैं फिर आप ऐसा क्यों नही करने देती हैं?
सादिया: बेटा अम्मी बेटे को किस भी करती है हग भी और बेटा भी करता है लकिन इस तरह नही जैसे तुम करते हो वो अलग होता है.
सादिया ने अली का हाथ वहाँ से हटाने के लिए अपना हाथ अपनी लेग्स के दरमियाँ ले गयी और ऐसा करने से उस की टांगें ओपन हुई जिस से अली की फिंगर उसकी चूत मैं बिल्कुल उसके सुराख पी आ गयी और सादिया को अचानक मज़े का झटका लगा तो उस ने अली के हाथ वहाँ से नही हटाया बलके अपनी टांगें और ज़ियादा खोल दी.
सादिया ये तुम्हें किया हो गया है वो तुम्हारा बेटा है और तुम्हें अपने बेटे की फिंगर अपनी चूत पे फील कर के मज़ा आ रहा है???
सादिया ये बहुत गलत है वो तुम्हारा बेटा है और अगर नींद मैं उस का हाथ तुम्हारी चूत पे आ गया तो किया तुम उसे वहीं रहने दो गी और अगर तुम्हारा बेटा जाग गया तो किया सोचे गा के उसकी अम्मी उस की फिंगर को अपनी चूत पे रखे मज़े कर रही है पागल हो गयी हो तुम?
ये ख़याल सादिया के माइंड मैं थे फिर सादिया को भी गिल्ट फील हुआ और वो दोबारा अपने बेटे के हाथ को वहाँ से हटाने लगी तो फिर सोचने लगी.
सादिया वैसे मज़ा तो आ रहा है और अभी तो अली सो रहा है इतनी जल्दी नही उठे गा थोडा मज़ा करने से कुछ नही हो जाए गा.
सादिया शरम से पानी पानी होने लगी फिर हिम्मत कर के वो अली के हाथ को पकड़ के अपनी गीली चूत से हटाने लगी लकिन अली का हाथ अपनी चूत से हटाने से पहले सादिया ने उस की फिंगर जो उसकी चूत के लिप्स मैं थी को ज़ोर से दबा के रगड़ा और वहीं फारिघ हो गयी अब सादिया की सांस तेज़ चल रही थी उसकी चूत तेज़ी से पानी छोड़ रही थी उसे बहुत मज़ा आ रहा था उस ने अली की फिंगर को अपनी चूत के लिप्स मैं चूत के सुराख पे ज़ोर दिया हुआ था और जब वो रिलॅक्स हुई तो उस ने अली का हाथ हटा के वहाँ से उठी और वॉशरूम चली गयी वहाँ उस ने खुद को बहुत बुरा भला कहा वो बहुत शर्मिंदा थी सेम टाइम शर्मा भी रही थी अंदर से खुश भी थी और पहले से काफ़ी रिलॅक्स भी थी.
सादिया ने सोचा चलो जो होना था हो गया लकिन अब ऐसा कभी नही करूँ गी फिर सोचती कभी कभी इतना करने से कुछ नही होता खैर कुछ देर बार सादिया उठी और वॉशरूम चली गयी फ्रेश हो के रूम मैं आ के अली को उठाया और ब्रेकफास्ट बनाने चली गयी.
सादिया के हज़्बेंड घर वापस आ गये जब अली डाइनिंग टेबल पे बैठा ब्रेकफास्ट का इंतज़ार कर रहा था वो अली से मिले फिर सादिया से सलाम दुआ की हाल पूछा और रूम मैं चले गये फ्रेश होने.
अली उठा और किचन मैं गया जब उस के फादर रूम मैं जा चुके थे वहाँ किचन मैं सादिया डिशस वॉश कर रही थी के अली उस के पीछे खड़ा हो गया.
अली डाइनिंग टेबल पे बैठा किचन मैं अपनी अम्मी की गांड़ को देख रहा था तो उस से रहा नही गया और वो करीब से देखने के लिए किचन मैं चला गया था.
सादिया डिशस भी वॉश कर रही थी और रोटी भी बना रही थी जब अली अपनी अम्मी के पीछे जा के खड़ा हो गया तो उसी वक़्त उस की अम्मी घूम के चूल्हे के पास आ गयी रोटी को देखने वो धीमी आग पे रोटी पका रही थी.
अली बहुत भूक लगी है किया सादिया ने अपने बेटे से पूछा.
नही अम्मी बस ऐसे ही आ गया सोचा आप की हेल्प कर दूँ अगर ज़रूरत है तो?
नो बेटा बस थोडा सा काम रह गया है मैं कर लूँ गी ये कह के सादिया सिंक की तरफ गयी और डिशस वॉश करने लगी के अचानक अली आगे हुआ और अपनी अम्मी सादिया के बहुत क़रीब हो गया लकिन टच नही हुआ अपनी अम्मी की सेक्सी बॉडी से.
अली ने अजीब हरकत की जिस से उसकी अम्मी सादिया बहुत हैरान हुई.
अली ने अपनी अम्मी के सिर से दुपट्टा उतार दिया और उस के हेयर मैं अपनी फिंगर्स घूमने लगा और साथ से अपना फेस पास कर के हेयर की खुशबू को सूंघने लगा जो बहुत मीठी और फ्रेश थी सादिया के सुबह सुबह नहाने की वज़ह से.
सादिया के जिस्म मैं करेंट दौरने लगा उसे समझ नही आया के उस का बेटा ऐसा क्यों कर रहा है लकिन उसे अच्छी लग रहा था.
मा आप के हेयर बहुत अच्छे हैं इन की खुशबू भी बहुत मीठी है फ्रेश है मुझे आप के लंबे हेयर बहुत अच्छे लगते हैं. बातें करने के साथ साथ अली आगे मूव करने लगा अब अली का फ्रंट उसकी अम्मी की बैक को टच हो रहा था.
सादिया प्लेट हाथ मैं लिए वहीं खड़ी रही बिना कुछ कहे और किए जिस से अली की हिम्मत बढ़ गयी और उस ने अपनी अम्मी सादिया के शोल्डर ऐंड बैक नेक पे अपने लिप्स लगा दिए.
अली किस नही कर रहा था बस अपने लिप्स आराम आराम से टच कर रहा था और उसकी गरम सांस फील कर के सादिया को मदहोशी छाने लगी सादिया की चूत दोबारा गीली होना शुरू हो गयी उसकी सांस भी गरम हो गयी उसका जिस्म कांप रहा था टांगें कांप रही थी.
सादिया को तभी होश आया और उस ने अली को पीछे कर दिया और कहा बेटा तुम्हारा अबू आ रहा है जब उस ने अपने रूम के डोर के खुलने की आवाज़ सुनी.
अली भी साइड पे हो के फ्रिज खोल के उस मैं देखने लगा. उस वक़्त ना तो अली का दिल कर रहा था अपनी अम्मी से अलग होने का ना ही सादिया का दिल कर रहा था के अली उस से अलग हो.
अली ने फ्रिज का डोर क्लोज़ किया और बाहर आ गया लकिन उस का फादर दोबारा रूम मैं चला गया था तो अली भी जल्दी से वापस किचन मैं चला गया और जाते ही अपनी अम्मी को पीछे से चिपक गया.
अली: अबू वापस रूम मैं चले गये हैं.
सादिया: अली छोड़ो मुझे ये ठीक नही है बेटा मैं तुम्हारी अम्मी हूँ और अम्मी बेटा इस तरह नही चिपकते तुम चलो मैं ब्रेकफास्ट ला रही हूँ और सादिया ने ज़बरदस्ती खुद को अली से छुड़ा लिया.
अली किचन से बाहर आ गया फिर उस के फादर भी आ गये और सब ने एक साथ ब्रेकफास्ट किया और अली कॉलेज रवाना हो गया.
दोपहर को अली घर वापस आया और अपने रूम मैं जा के फ्रेश हो के स्टडी करने लगा फिर शाम को सब ने एक साथ डिन्नर किया और अली दोबारा अपने रूम मैं आ गया और कंप्यूटर पे ग़मे खेलने लगा. रात को 10 बजे सादिया अली के रूम मैं आई और कहा बेटा ग़मे खेल के मेरे रूम मैं आ जाना सोने.
अली: अबू दोबारा चले गये किया?
सादिया: हाँ वो इस्लामाबाद गये हैं कोई ज़रूरी काम था कंपनी से कॉल आ गयी इस लिए उन्हें जाना परा उन्हें देर हो रही थी इस लिए वो तुम से मिले बगैर चले गये.
रात को 11 बजे अली ने कंप्यूटर ऑफ किया और अपनी अम्मी के रूम मैं गया रूम मैं उसकी अम्मी बेड पे लेटी टीवी देख रही थी अली भी पास जा के लेट गया. दोनो अम्मी बेटे का दिमाग एक दूसेरे पे था लकिन नज़रें टीवी पे थी.
अली: अम्मी एक बात करनी थी आप से?
सादिया: किया बात है?
अली: अम्मी आप मुझे बहुत प्यारी लगती हैं इस लिए मेरा बहुत दिल करता है आप के करीब रहने का लकिन आप माना करती हैं किया अम्मी बेटा एक दूसेरे के करीब नही रह सकते?
सादिया: बेटा वो बात नही है अम्मी बेटा करीब रह सकते हैं लकिन वैसे नही जैसे सुबह तुम मेरे करीब आ गये थे ये गलत है बेटा इस से गुनाह मिलता है अम्मी बेटा ऐसे नही करते.
अली: लकिन अम्मी ज़ियादा करीब आने से गुनाह क्यों होता है? मेरे बहुत फ्रेंड्स हैं जो अपनी अम्मी को हग करते हैं किस करते हैं उनकी अम्मी तो उन्हें नही रोकती हैं फिर आप ऐसा क्यों नही करने देती हैं?
सादिया: बेटा अम्मी बेटे को किस भी करती है हग भी और बेटा भी करता है लकिन इस तरह नही जैसे तुम करते हो वो अलग होता है.