04-02-2019, 11:03 PM
अली के डैड उसी वक़्त घर आ गये फिर उन्हों ने खैर खेरियत पूछी और अली के डैड फ्रेश होने चले गयी सादिया किचन मैं अली के डैड के लिए ब्रेकफास्ट बनाने चली गईं और अली अपना ब्रेकफास्ट फिनिश कर के अपने हाथ वॉश करने किचन मैं एंटर हुआ.
किचन मैं सादिया अपने खुले बालों के साथ खड़ी थी अली जैसे से अपनी मा की बॅक से गुज़र रहा था सादिया कुछ उठाने के लिए नीचे झुकी जिस से अली का हाथ सादिया की गांड़ पे लगा.
अली को दोबारा बहुत मज़ा आया लकिन सादिया को एक दम झटका लगा और वो जल्दी से सीधी खड़ी हुई जिस से उस के सिर सामने ओपन शेल्फ से जा लगा.
सादिया की धीमी लकिन सेक्सी आह निकली दर्द से. फिर फ़ौरन सादिया ने अपना हाथ अपने सिर पे रखा और बेधीयानी मैं पीछे हुई और इस बार अपनी गांड़ अपने बेटे अली के हाथ पे प्रेस की वो भी ज़ोर से.
अली ने अपना राईट हाथ वहीं अपनी मा की गांड़ मैं प्रेस किए रखा और लेफ्ट हाथ को अपनी मा के सिर पे जहाँ उसकी मा का हाथ था उस पे रख के पूछा किया हुआ मा सब ठीक तो है आपको ज़ोर की तो नही लगी?
ये सब अचानक और इतनी जल्दी मैं हुआ के सादिया को समझ ही नही आया के ये किया और कैसे हो गया और अभी तक उस के बेटे अली का राईट हाथ उस के गांड़ मैं ही था लकिन उस ने अपना सिर ज़ोर से दबाया हुआ था के कहीं कट ना लग गया हो.
अली इस मौके का बहुत फ़ायदा उठा रहा था उस ने अपना हाथ अपनी मा के गांड़ मैं ही दबाए रखा उसे बहुत मज़ा आ रहा था उस का लंड फुल हार्ड था.
अली वैसे ही सादिया को वहाँ से बाहर ले आया और चेयर पे बिठाने लगा अभी तक अली का हाथ उसकी मा की गांड़ मैं था और उस ने वैसे ही अपनी मा को चेयर पे बिठा दिया.
नीचे अली का हाथ उस पे उसकी मा की गांड़ के. अचानक सादिया को होश आ गया.
सादिया: अली बेटा अपना हाथ तो निकालो मेरे नीचे से.
सादिया की आवाज़ मैं गुस्सा भी था जिस से अली डर गया और जल्दी से अपना हाथ अपनी मा के नीचे से हटा लिया और साथ वाली चेयर पे बैठा गया सादिया का सिर दबाने.
अली: सॉरी मा मैं परेशां हो गया था इस लिए नोटीस नही किया.
सादिया: इट्स ओके बेटा आई आम फाइन नाउ यू मे लीव नाउ यू विल बे लेट फॉर योर क्लास.
अली: ओके मा बट आर यू श्योर देत यू अर फाइन?
सादिया: हाँ बेटा मैं ठीक हूँ.
कुछ दिन बाद अली के फादर उसकी मों टीवी देख रहे थे टीवी लाउंज मैं के अली अपनी स्टडी ख़तम कर के टीवी लाउंज मैं आ गया.
अली के फादर अपनी चेयर पे बैठे टीवी देख रहे थे साथ साथ ऑफीस वर्क भी कर रहे थे. सादिया सोफा पे बैटी हुई थी सर्दी की वज़ह से ब्लैंकेट डाली हुई थी अपने ऊपर. अली सोफा के क़रीब आ के नीचे बैठ गया अपनी मा के पास.
सादिया: बेटा पढ़ लिया तुम ने?
अली: जी मा मैं ने पढ़ लिया है. मा आज ठंड कुछ ज़ियादा है या मुझे फील हो रही है?
सादिया: ठंड है बेटा इसी लिए तो मैं ने ब्लैंकेट ली हुई है जाओ तुम भी ले आओ.
अली: अब मैं नही जा रहा मैं थका हुआ हूँ मैं आपके साथ शेयर कर लेता हूँ.
सादिया: अच्छा माई लेज़ी सोन यू कॅन हॅव इट.
अली मुस्करा के थोडा और क़रीब हुआ और ब्लैंकेट लेने लगा. मा कोई फिल्म लगाएं ना.
सादिया: वेट तुम्हारे पापा न्यूज़ देख लें फिर चॅनेल चेंज करें गे. बेटा तुम सोफा पी आ जाओ उस साइड पे बैठ जाओ ब्लैंकेट छोटी पड़ती है तुम्हारे नीचे बैठने की वज़ह से.
अली: मा सोफा पे स्पेस कम है आप नीचे आ जाएँ ना प्लीज़.
सादिया ने OK कहा और उठ के नीचे अली की साइड पे बैठ गयी और टीवी देखने लगी.
दोनो मा बेटा चिपक के बैठे थे और अली को बहुत मज़ा आ रहा था क्यों के उसे उस के गांड़ की साइड अपनी मा के सॉफ्ट गांड़ की साइड पे फील कर के अच्छा लग रहा था और वो हार्ड भी हो गया था.
अली ने राईट साइड पे बैठी अपनी मा के शोल्डर पे अपना सिर रख दिया और टीवी देखने लगा कुछ देर बाद सादिया ने अपने हाथ ब्लैंकेट मैं डाल लिए और उस के ऐसा करने से अली को अपना सिर उठना परा और दोबारा जब अली अपना सिर अपने मा के शोल्डर पे रखने लगा तो वो थोडा नीचे हुआ और शोल्डर की बजाए अपना सिर अपनी मा की आर्म पे रख दिया जो उसकी मों के लेफ्ट मम्मे के बहुत क्लोज़ था.
सादिया ने दुपट्टा भी लिया हुआ था. उसे अपने लेफ्ट मम्मे पे हीट फील होने लगी जब उस ने आँखें नीचे के के देख तो अली का फेस बिल्कुल उस के लेफ्ट मम्मे के सामने था और जब जब अली सांस छोड़ता उस की गरम सांस सादिया के दुपट्टे से हो के कमीज़ के अंदर और वहाँ से उस के ब्रा तक जा रही थी. उस की सांस की हीट उसे अपने लेफ्ट मम्मे पे फील हो रही थी.
सादिया ने कुछ नही कहा और दोबारा टीवी देखने लगी कुछ देर बार सादिया को मज़ा आने लगा क्यों के सर्दी मैं गरम सांस वो भी मम्मे पे उसे कुछ अजीब लकिन अच्छा फील हो रहा था उधर उसे उसका निपल भी हार्ड होता फील हुआ जो अब तक फुल हार्ड हो चुका था.
सादिया हैरान थी जब उसे फील हुआ के सिर्फ़ गरम सांस अपने मम्मे पे फील कर के उसका सिर्फ़ निपल ही हार्ड नही हुआ था बलके उसकी चूत भी गीली होना शुरू हो गयी थी वो एक अजीब कशमकश मैं थी लकिन उसे बहुत अच्छा फील हो रहा था उधर अली इस बात से अंजान आराम से टीवी देख रहा था.
सादिया ने अपने हज़्बेंड की तरफ देखा जो अब तक सो चुका था वहीं बैठे बैठे जो उनकी शुरू से आदत थी टीवी देखते देखते अक्सर उनको वहीं नींद आ जाती.
सादिया जो लास्ट 3 दिन से डेली एक बार दिन मैं एक बार रात मैं अपने हज़्बेंड से चुदवा रही थी जिसे सेक्स नीड भी नही थी फिर भी सिर्फ़ गरम सांस फील कर के खुद बहुत गरम हो रही थी. परेशां सादिया सोच रही थी के ऐसा आज तक कभी नही हुआ लकिन आज ऐसा क्यों हो रहा है.
खैर फिर सादिया ने आराम से अपना शोल्डर ऊपर किया अली ने समझा के सादिया थक गयी हो गी उस ने अपना सिर वहाँ से मूव किया लकिन वो हैरान हुआ क्यों के सादिया ने अपना दुपट्टा उतार के साइड पे रखा ये कहते हुए के मुझे गर्मी लग रही है. पहली बार अली अपनी मा को बिना किसी वज़ह दुपट्टा उतारते देख रहा था.
सादिया ने अली का सिर पाकर के दोबारा उसे अपने बाज़ू पे रख दिया लकिन इस बार वो थोडा अली की साइड पे मूव कर आए थी जिस की वज़ह से अब अली का सिर हाफ उस की मा के बाज़ू पे था और हाफ उस के मम्मे पे. अली के लिप्स ऐंड नोस उसकी मा के मम्मों पे थे.
अली को कुछ समझ नही आ रहा था खैर वो दोबारा टीवी देखने लगा. अब अली की सांस उसकी मा को पहले से ज़ियादा गरम ज़ियादा आसानी और ज़ियादा तेज़ी से फील हो रही थी जिस की वज़ह से सादिया को अब पहले से ज़ियादा मज़ा आ रहा था.
सादिया मज़ा भी कर रही थी और बहुत शर्मा भी रही थी अपनी इस हरकत पर ओ सोच रही थी के अगर अली को शक हो गया तो वो किया सोचे गा अपनी मा के बारे मैं.
सादिया तुम्हें ये किया हो गया है अपने बेटे की हेल्प से तुम हॉट हो रही हो वो भी उस वक़्त जब तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हारे पास है शरम करो लानत है तुम पे तुम ज़रा सी देर के मज़े के लिए अपने बेटे को यूज़ कर रही हो एक मासूम को जिस के ज़रा से टच ने तुम्हें परेशानी मैं डाल दिया था जब के वो इनोसेंट था उस वक़्त गुस्सा कर रही थी जब के वो ऐसा कुछ नही कर रहा था ऑर ब जब खुद को अच्छा फील हो रहा है अपने हवस के लिए ऐसा कर रही हो किया ये ठीक है तुम तो ऐसी नही थी आख़िर किया हो गया है तुम्हें.
फिर उसी वक़्त सोच आती के इस मैं ऐसा किया है मैं कौन सा अपने बेटे के साथ कुछ गलत कर रही हूँ सिर्फ़ उसकी सांस ही तो फील कर रही हूँ इस मैं तो कुछ गलत नही...
कुछ देर बाद सादिया के हज़्बेंड जागे और चेयर से उठ के अपने रूम की तरफ चले गये फिर सादिया की आवाज़ दी के आ जाओ सोने.
सादिया फुल हॉट एंड गीली वहाँ से मुश्किल से उठी अली को गुड नाइट कहा और उसे गाल पे किस किया जो के 10 साल बाद पहली बार था और अपने रूम मैं एंटर हुई डोर लॉक किया कपडे उतरे बिस्तर मैं गयी और मज़े से अपने हज़्बेंड से खूब चुदवाया...
नेक्स्ट दे सादिया ने खुद को बहुत बुरा भला कहा और तौबा भी की के आइन्दा ना कभी ऐसा करूँ गी ना ही सोचूँ गी.
शाम को सादिया घर के काम से फ्री हो के अपने हज़्बेंड और बेटे के साथ टीवी देखने रूम मैं आए तो अली कल वाली जगह पेर बैठा था अपनी मा की ब्लैंकेट अपने ऊपर डाले.
सादिया को पता नही किया हुआ के वो दिन मैं खुद से किए प्रॉमिस को भुला के सीधा अली के पास आ के ब्लैंकेट अपने ऊपर डाल के बैठ गयी लकिन इस बार थोडा फासला था.
किचन मैं सादिया अपने खुले बालों के साथ खड़ी थी अली जैसे से अपनी मा की बॅक से गुज़र रहा था सादिया कुछ उठाने के लिए नीचे झुकी जिस से अली का हाथ सादिया की गांड़ पे लगा.
अली को दोबारा बहुत मज़ा आया लकिन सादिया को एक दम झटका लगा और वो जल्दी से सीधी खड़ी हुई जिस से उस के सिर सामने ओपन शेल्फ से जा लगा.
सादिया की धीमी लकिन सेक्सी आह निकली दर्द से. फिर फ़ौरन सादिया ने अपना हाथ अपने सिर पे रखा और बेधीयानी मैं पीछे हुई और इस बार अपनी गांड़ अपने बेटे अली के हाथ पे प्रेस की वो भी ज़ोर से.
अली ने अपना राईट हाथ वहीं अपनी मा की गांड़ मैं प्रेस किए रखा और लेफ्ट हाथ को अपनी मा के सिर पे जहाँ उसकी मा का हाथ था उस पे रख के पूछा किया हुआ मा सब ठीक तो है आपको ज़ोर की तो नही लगी?
ये सब अचानक और इतनी जल्दी मैं हुआ के सादिया को समझ ही नही आया के ये किया और कैसे हो गया और अभी तक उस के बेटे अली का राईट हाथ उस के गांड़ मैं ही था लकिन उस ने अपना सिर ज़ोर से दबाया हुआ था के कहीं कट ना लग गया हो.
अली इस मौके का बहुत फ़ायदा उठा रहा था उस ने अपना हाथ अपनी मा के गांड़ मैं ही दबाए रखा उसे बहुत मज़ा आ रहा था उस का लंड फुल हार्ड था.
अली वैसे ही सादिया को वहाँ से बाहर ले आया और चेयर पे बिठाने लगा अभी तक अली का हाथ उसकी मा की गांड़ मैं था और उस ने वैसे ही अपनी मा को चेयर पे बिठा दिया.
नीचे अली का हाथ उस पे उसकी मा की गांड़ के. अचानक सादिया को होश आ गया.
सादिया: अली बेटा अपना हाथ तो निकालो मेरे नीचे से.
सादिया की आवाज़ मैं गुस्सा भी था जिस से अली डर गया और जल्दी से अपना हाथ अपनी मा के नीचे से हटा लिया और साथ वाली चेयर पे बैठा गया सादिया का सिर दबाने.
अली: सॉरी मा मैं परेशां हो गया था इस लिए नोटीस नही किया.
सादिया: इट्स ओके बेटा आई आम फाइन नाउ यू मे लीव नाउ यू विल बे लेट फॉर योर क्लास.
अली: ओके मा बट आर यू श्योर देत यू अर फाइन?
सादिया: हाँ बेटा मैं ठीक हूँ.
कुछ दिन बाद अली के फादर उसकी मों टीवी देख रहे थे टीवी लाउंज मैं के अली अपनी स्टडी ख़तम कर के टीवी लाउंज मैं आ गया.
अली के फादर अपनी चेयर पे बैठे टीवी देख रहे थे साथ साथ ऑफीस वर्क भी कर रहे थे. सादिया सोफा पे बैटी हुई थी सर्दी की वज़ह से ब्लैंकेट डाली हुई थी अपने ऊपर. अली सोफा के क़रीब आ के नीचे बैठ गया अपनी मा के पास.
सादिया: बेटा पढ़ लिया तुम ने?
अली: जी मा मैं ने पढ़ लिया है. मा आज ठंड कुछ ज़ियादा है या मुझे फील हो रही है?
सादिया: ठंड है बेटा इसी लिए तो मैं ने ब्लैंकेट ली हुई है जाओ तुम भी ले आओ.
अली: अब मैं नही जा रहा मैं थका हुआ हूँ मैं आपके साथ शेयर कर लेता हूँ.
सादिया: अच्छा माई लेज़ी सोन यू कॅन हॅव इट.
अली मुस्करा के थोडा और क़रीब हुआ और ब्लैंकेट लेने लगा. मा कोई फिल्म लगाएं ना.
सादिया: वेट तुम्हारे पापा न्यूज़ देख लें फिर चॅनेल चेंज करें गे. बेटा तुम सोफा पी आ जाओ उस साइड पे बैठ जाओ ब्लैंकेट छोटी पड़ती है तुम्हारे नीचे बैठने की वज़ह से.
अली: मा सोफा पे स्पेस कम है आप नीचे आ जाएँ ना प्लीज़.
सादिया ने OK कहा और उठ के नीचे अली की साइड पे बैठ गयी और टीवी देखने लगी.
दोनो मा बेटा चिपक के बैठे थे और अली को बहुत मज़ा आ रहा था क्यों के उसे उस के गांड़ की साइड अपनी मा के सॉफ्ट गांड़ की साइड पे फील कर के अच्छा लग रहा था और वो हार्ड भी हो गया था.
अली ने राईट साइड पे बैठी अपनी मा के शोल्डर पे अपना सिर रख दिया और टीवी देखने लगा कुछ देर बाद सादिया ने अपने हाथ ब्लैंकेट मैं डाल लिए और उस के ऐसा करने से अली को अपना सिर उठना परा और दोबारा जब अली अपना सिर अपने मा के शोल्डर पे रखने लगा तो वो थोडा नीचे हुआ और शोल्डर की बजाए अपना सिर अपनी मा की आर्म पे रख दिया जो उसकी मों के लेफ्ट मम्मे के बहुत क्लोज़ था.
सादिया ने दुपट्टा भी लिया हुआ था. उसे अपने लेफ्ट मम्मे पे हीट फील होने लगी जब उस ने आँखें नीचे के के देख तो अली का फेस बिल्कुल उस के लेफ्ट मम्मे के सामने था और जब जब अली सांस छोड़ता उस की गरम सांस सादिया के दुपट्टे से हो के कमीज़ के अंदर और वहाँ से उस के ब्रा तक जा रही थी. उस की सांस की हीट उसे अपने लेफ्ट मम्मे पे फील हो रही थी.
सादिया ने कुछ नही कहा और दोबारा टीवी देखने लगी कुछ देर बार सादिया को मज़ा आने लगा क्यों के सर्दी मैं गरम सांस वो भी मम्मे पे उसे कुछ अजीब लकिन अच्छा फील हो रहा था उधर उसे उसका निपल भी हार्ड होता फील हुआ जो अब तक फुल हार्ड हो चुका था.
सादिया हैरान थी जब उसे फील हुआ के सिर्फ़ गरम सांस अपने मम्मे पे फील कर के उसका सिर्फ़ निपल ही हार्ड नही हुआ था बलके उसकी चूत भी गीली होना शुरू हो गयी थी वो एक अजीब कशमकश मैं थी लकिन उसे बहुत अच्छा फील हो रहा था उधर अली इस बात से अंजान आराम से टीवी देख रहा था.
सादिया ने अपने हज़्बेंड की तरफ देखा जो अब तक सो चुका था वहीं बैठे बैठे जो उनकी शुरू से आदत थी टीवी देखते देखते अक्सर उनको वहीं नींद आ जाती.
सादिया जो लास्ट 3 दिन से डेली एक बार दिन मैं एक बार रात मैं अपने हज़्बेंड से चुदवा रही थी जिसे सेक्स नीड भी नही थी फिर भी सिर्फ़ गरम सांस फील कर के खुद बहुत गरम हो रही थी. परेशां सादिया सोच रही थी के ऐसा आज तक कभी नही हुआ लकिन आज ऐसा क्यों हो रहा है.
खैर फिर सादिया ने आराम से अपना शोल्डर ऊपर किया अली ने समझा के सादिया थक गयी हो गी उस ने अपना सिर वहाँ से मूव किया लकिन वो हैरान हुआ क्यों के सादिया ने अपना दुपट्टा उतार के साइड पे रखा ये कहते हुए के मुझे गर्मी लग रही है. पहली बार अली अपनी मा को बिना किसी वज़ह दुपट्टा उतारते देख रहा था.
सादिया ने अली का सिर पाकर के दोबारा उसे अपने बाज़ू पे रख दिया लकिन इस बार वो थोडा अली की साइड पे मूव कर आए थी जिस की वज़ह से अब अली का सिर हाफ उस की मा के बाज़ू पे था और हाफ उस के मम्मे पे. अली के लिप्स ऐंड नोस उसकी मा के मम्मों पे थे.
अली को कुछ समझ नही आ रहा था खैर वो दोबारा टीवी देखने लगा. अब अली की सांस उसकी मा को पहले से ज़ियादा गरम ज़ियादा आसानी और ज़ियादा तेज़ी से फील हो रही थी जिस की वज़ह से सादिया को अब पहले से ज़ियादा मज़ा आ रहा था.
सादिया मज़ा भी कर रही थी और बहुत शर्मा भी रही थी अपनी इस हरकत पर ओ सोच रही थी के अगर अली को शक हो गया तो वो किया सोचे गा अपनी मा के बारे मैं.
सादिया तुम्हें ये किया हो गया है अपने बेटे की हेल्प से तुम हॉट हो रही हो वो भी उस वक़्त जब तुम्हारा हज़्बेंड तुम्हारे पास है शरम करो लानत है तुम पे तुम ज़रा सी देर के मज़े के लिए अपने बेटे को यूज़ कर रही हो एक मासूम को जिस के ज़रा से टच ने तुम्हें परेशानी मैं डाल दिया था जब के वो इनोसेंट था उस वक़्त गुस्सा कर रही थी जब के वो ऐसा कुछ नही कर रहा था ऑर ब जब खुद को अच्छा फील हो रहा है अपने हवस के लिए ऐसा कर रही हो किया ये ठीक है तुम तो ऐसी नही थी आख़िर किया हो गया है तुम्हें.
फिर उसी वक़्त सोच आती के इस मैं ऐसा किया है मैं कौन सा अपने बेटे के साथ कुछ गलत कर रही हूँ सिर्फ़ उसकी सांस ही तो फील कर रही हूँ इस मैं तो कुछ गलत नही...
कुछ देर बाद सादिया के हज़्बेंड जागे और चेयर से उठ के अपने रूम की तरफ चले गये फिर सादिया की आवाज़ दी के आ जाओ सोने.
सादिया फुल हॉट एंड गीली वहाँ से मुश्किल से उठी अली को गुड नाइट कहा और उसे गाल पे किस किया जो के 10 साल बाद पहली बार था और अपने रूम मैं एंटर हुई डोर लॉक किया कपडे उतरे बिस्तर मैं गयी और मज़े से अपने हज़्बेंड से खूब चुदवाया...
नेक्स्ट दे सादिया ने खुद को बहुत बुरा भला कहा और तौबा भी की के आइन्दा ना कभी ऐसा करूँ गी ना ही सोचूँ गी.
शाम को सादिया घर के काम से फ्री हो के अपने हज़्बेंड और बेटे के साथ टीवी देखने रूम मैं आए तो अली कल वाली जगह पेर बैठा था अपनी मा की ब्लैंकेट अपने ऊपर डाले.
सादिया को पता नही किया हुआ के वो दिन मैं खुद से किए प्रॉमिस को भुला के सीधा अली के पास आ के ब्लैंकेट अपने ऊपर डाल के बैठ गयी लकिन इस बार थोडा फासला था.