12-01-2020, 08:39 PM
(This post was last modified: 21-03-2021, 10:33 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मॉम - मंजू बाई
,"चल तेरा पीछे का छेद बच गया तो बच गया , आगे का नहीं छोडूंगी।
चल गांडू चाट मेरा लन्ड ,चूस अगर ढंग से चूस दिया न तो देखना खूब मोटे मोटे लन्ड मिलेंगे तुझे चूसने को मेरी गारंटी। "
चूसवाने की प्रैक्टिस तो मैंने ही उनकी शुरू करवाई थी , और डिटेल्ड इंस्ट्रक्शन के साथ ,
पहले गाजर और कच्चे केले के साथ , पहले छोटे फिर ५ इंच , ६ इंच के।
( आफ कोर्स ये दोनों ही खाने के मामले में उनकी नो नो लिस्ट में थे )
" दांत नहीं लगना चहिए, अगर दांत का निशान भी दिख गया न गांडू तो बहुत मार पड़ेगी तुझे , सिर्फ होंठो पकड़ो ,
हाँ ऐसे ,फिर हलके हलके चूसो, ... "
साथ में मैं खुद एक लॉलीपॉप ले के ,
पहले जीभ से जैसे सुपाड़े को छेड़ रही होऊं ,
वैसे लॉलीपॉप को छेड़ते ,चाटते चूसते ,फिर अपने गुलाबी मखमली होंठों से आधे लॉलीपॉप को दबा के चुभलाते ,चूसते गप्प कर लेती ,
फिर वही लॉलीपॉप मेरी तरह से वो भी ट्राई करते ,
फिर कैसे बैठना चाहिए ,
कैसे लन्ड पकड़ना चाहिए , कैसे शरारत के साथ मुस्कारते हुए छेडते हुए ,मर्द की आँखों में आँखों में आँखे डाल के मुस्कराते हुए ,
उसके औजार से खेलते हुए ,...
लेकिन जब मम्मी आगयीं तो तब से तो तो रोज
और साइज बढ़ के ७ इंच तक पहुँच गयी और ऊपर से १५ -२० मिनट से पहले मम्मी निकालने नहीं देती ऊपर से एकदम गले के एन्ड तक ,और चोकिंग रिफ्लेक्सेज को कैसे ओवरकम किया जाय ,
सीखने में तो नम्बर वन थे ही वो , और वो भी मम्मी से ,.. बस एक दो दिन में गैग रिफ्लेक्स को भी ओवरकम करना वो सीख गए।
और आज तो पूरे आठ इंच का था ,
लेकिन मम्मी के आगे कौन जीत सका है , पूरे के पूरे ८ इंच उनके मुंह में ठेल के वो मानी।
उनका बाल पकड़ के पहले तो पूरा मुंह खुलवाया जैसे डाक्टर खुलवाते हैं और उसके बाद , धीमे धीमे कर के ,...सरकाते ,पुश करते ,
और साथ में उनकी और मंजू बाई की गालियां ,
मैं कभी उनकी पीठ सहलाती तो कभी उनके गाल , लेकिन छेड़ने का मौका मैं भी क्यों छोडती ,
उनके कान में हलके हलके मैं बोल रही थी ,मस्त आवाज में ,
" मस्त चूस रही है तू जानम ,चल एक दिन हम दोनों साथ साथ लन्ड चूसेंगे फिर देखेंगे कौन पहले झाड़ता है। "
मुंह में मम्मी ने ८ इंच का ठेल रखा था और गांड में मंजू बाई की उँगलियाँ अंदर बाहर और जिस तेजी के साथ
क्या कोई लौण्डेबाज गांड मारेगा ,
" चल मेरा आशिरबाद है , तुझे मिलेंगे एक साथ दो दो लौंडेबाज , एक मुंह में ठेलेगा , एक गांड में पेलेगा। "
मंजू बाई ने गांड के छल्ले को रगड़ते दरेरते बोला।
" अरे इसकी माँ बहने तो सब एक साथ तीन तीन से पहले ही चुदवाती ,मरवाती हैं ,ये भी तो उन्ही की तरह पैदायशी हरामी खानदानी गांडू है।'
"
मम्मी क्यों चुप रहतीं।
" अरे ये उनका भी नम्बर डकायेगा मरवाने में , देख लीजियेगा। जिस लन्ड को घोंटने में चार चार बच्चो की माँ को भोंसड़ीवालियों को पसीना आ जाता है न वो भी ये हंसते हँसते घोंट जाएगा देखियेगा , ... "
उनके गोरे गोरे नमकीन चूतड़ पे दूहथड लगाती मंजू बाई जोर जोर से बोली।
मैं सोच सकती थी उनकी क्या हाल हो रही होगी लेकिन न तो मंजू बाई छोड़ने वाली थीं न उनकी सास।
आधे घंटे के बाद ही वो छूटे ,
छूटे क्या
अब मंजू बाई ने स्ट्रैप आन लगा के आगे का मोर्चा सम्हाला और उनकी सास ने पीछे का ,
१५ -२० मिनट तक और , डबल रगड़ाई के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।
और इंटरवल ही हुआ था ,
बिचारे
,"चल तेरा पीछे का छेद बच गया तो बच गया , आगे का नहीं छोडूंगी।
चल गांडू चाट मेरा लन्ड ,चूस अगर ढंग से चूस दिया न तो देखना खूब मोटे मोटे लन्ड मिलेंगे तुझे चूसने को मेरी गारंटी। "
चूसवाने की प्रैक्टिस तो मैंने ही उनकी शुरू करवाई थी , और डिटेल्ड इंस्ट्रक्शन के साथ ,
पहले गाजर और कच्चे केले के साथ , पहले छोटे फिर ५ इंच , ६ इंच के।
( आफ कोर्स ये दोनों ही खाने के मामले में उनकी नो नो लिस्ट में थे )
" दांत नहीं लगना चहिए, अगर दांत का निशान भी दिख गया न गांडू तो बहुत मार पड़ेगी तुझे , सिर्फ होंठो पकड़ो ,
हाँ ऐसे ,फिर हलके हलके चूसो, ... "
साथ में मैं खुद एक लॉलीपॉप ले के ,
पहले जीभ से जैसे सुपाड़े को छेड़ रही होऊं ,
वैसे लॉलीपॉप को छेड़ते ,चाटते चूसते ,फिर अपने गुलाबी मखमली होंठों से आधे लॉलीपॉप को दबा के चुभलाते ,चूसते गप्प कर लेती ,
फिर वही लॉलीपॉप मेरी तरह से वो भी ट्राई करते ,
फिर कैसे बैठना चाहिए ,
कैसे लन्ड पकड़ना चाहिए , कैसे शरारत के साथ मुस्कारते हुए छेडते हुए ,मर्द की आँखों में आँखों में आँखे डाल के मुस्कराते हुए ,
उसके औजार से खेलते हुए ,...
लेकिन जब मम्मी आगयीं तो तब से तो तो रोज
और साइज बढ़ के ७ इंच तक पहुँच गयी और ऊपर से १५ -२० मिनट से पहले मम्मी निकालने नहीं देती ऊपर से एकदम गले के एन्ड तक ,और चोकिंग रिफ्लेक्सेज को कैसे ओवरकम किया जाय ,
सीखने में तो नम्बर वन थे ही वो , और वो भी मम्मी से ,.. बस एक दो दिन में गैग रिफ्लेक्स को भी ओवरकम करना वो सीख गए।
और आज तो पूरे आठ इंच का था ,
लेकिन मम्मी के आगे कौन जीत सका है , पूरे के पूरे ८ इंच उनके मुंह में ठेल के वो मानी।
उनका बाल पकड़ के पहले तो पूरा मुंह खुलवाया जैसे डाक्टर खुलवाते हैं और उसके बाद , धीमे धीमे कर के ,...सरकाते ,पुश करते ,
और साथ में उनकी और मंजू बाई की गालियां ,
मैं कभी उनकी पीठ सहलाती तो कभी उनके गाल , लेकिन छेड़ने का मौका मैं भी क्यों छोडती ,
उनके कान में हलके हलके मैं बोल रही थी ,मस्त आवाज में ,
" मस्त चूस रही है तू जानम ,चल एक दिन हम दोनों साथ साथ लन्ड चूसेंगे फिर देखेंगे कौन पहले झाड़ता है। "
मुंह में मम्मी ने ८ इंच का ठेल रखा था और गांड में मंजू बाई की उँगलियाँ अंदर बाहर और जिस तेजी के साथ
क्या कोई लौण्डेबाज गांड मारेगा ,
" चल मेरा आशिरबाद है , तुझे मिलेंगे एक साथ दो दो लौंडेबाज , एक मुंह में ठेलेगा , एक गांड में पेलेगा। "
मंजू बाई ने गांड के छल्ले को रगड़ते दरेरते बोला।
" अरे इसकी माँ बहने तो सब एक साथ तीन तीन से पहले ही चुदवाती ,मरवाती हैं ,ये भी तो उन्ही की तरह पैदायशी हरामी खानदानी गांडू है।'
"
मम्मी क्यों चुप रहतीं।
" अरे ये उनका भी नम्बर डकायेगा मरवाने में , देख लीजियेगा। जिस लन्ड को घोंटने में चार चार बच्चो की माँ को भोंसड़ीवालियों को पसीना आ जाता है न वो भी ये हंसते हँसते घोंट जाएगा देखियेगा , ... "
उनके गोरे गोरे नमकीन चूतड़ पे दूहथड लगाती मंजू बाई जोर जोर से बोली।
मैं सोच सकती थी उनकी क्या हाल हो रही होगी लेकिन न तो मंजू बाई छोड़ने वाली थीं न उनकी सास।
आधे घंटे के बाद ही वो छूटे ,
छूटे क्या
अब मंजू बाई ने स्ट्रैप आन लगा के आगे का मोर्चा सम्हाला और उनकी सास ने पीछे का ,
१५ -२० मिनट तक और , डबल रगड़ाई के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।
और इंटरवल ही हुआ था ,
बिचारे