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Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
#76
जोरू का गुलाम भाग ११
 
 
[Image: Saree-Teej-1795680_754654744546541_1352651752_n.jpg]

 
 
मैं एक दिन बाजार से  रही थी , इनके साथ।  
 
और मैंने देखा , फलों की दूकान पे आम आगये थे , 


[Image: mango-dasheri--500x500.jpg]


दसहरी ,लंगड़ा ,चौसा। 

[Image: mango-langra--500x500.jpg]




 
मेरी चमकी।  
 
मैं तो भूल ही गयी थी अपनी शर्त ,छुटकी ननदिया के साथ , 


इन्हे आम खिलाने की वो भी उसके हाथ से।  


[Image: teen-30bb7dee4be07d2aa7b13b53db67f940.jpg]

और मैं अगर शर्त जीत जाती तो फिर वो मेरी गुलाम चार घंटों के लिए। 
 
"यार कित्ते रसीले आम आये हैं।  मुझे तो बहुत अच्छे लगते हैं। "

मैंने  जान बूझ के उन्हें सुनाते हुए कहा। 
 
वो एकदम से सिहर गए ,लेकिन कुछ बोले नहीं , और मैं मन ही मन मुस्कराती रही। 
 
घर पहुँचने पर उनके आफिस का कोई मेल था , उन्हें अपना अगले तीन चार महीने का लीव प्लान भेजना था। 
 
और वो मैंने तय कर दिया ,
 
सुन यार , बहुत दिनों से तेरे मायके नहीं गए हैं।  और जेठानी जी का फोन भी आया था , जुलाई एंड में तेरी मांम और भैया , कहीं तीर्थ यात्रा पे  शायद एक हफ्ते के लिए जा  रहे हैं , वो बुला रही थी तो  दिन के लिए तो तुम वही बना लो। "
 
उन्होंने प्लान कर लिया ,लेकिन मेरी आँखे कैलेण्डर पे टहल रही थीं।  
 
अभीजून का महीना चल रहा था , और १२ दिन बाद उन की बर्थ डे थी , 

पहली जुलाई। 
 
 
"एक काम करो , एक कोई है जिसकी बर्थ डे आने वाली है। " मैंने कहा।

[Image: man-pink-5.jpg]

 
कौन है ,? " 

बनते हुए उन्होंने पूछा।  जान वो भी रहे थे , लेकिन सुनना चाहते थे। 
 
और मैंने घुड़क दिया , 

तुमसे मतलब ,हर चीज जानना जरूरी है क्या ?" 
 
और फिर प्यार से उनके गाल चूम लिए और हंस के बोली , 

अरे यार है कोई , मैं उसे बहुत बहुत बहुत प्यार करती हूँ , खूब सोना सा है ,मुन्ना मेरा , लेकिन कभी कभी बद्माशी करता है तो उसके कान का पान भी बनाना पड़ता है। "
 
और मैंने सच में उनके कान के पान बना दिए , फिर उन्हें साफ साफ इंस्ट्रक्शन दे दिए ,
 
"पहली जुलाई को छुट्टी ले ले तू यारसेकेण्ड और थर्ड को सैटरडे ,सन्डे।  बस लांग वीकेंड। कही जाएंगे वायंगे नहीं , बस यहीं घर पे , अपने सोना की बेबी की बर्थडे हाँ और ३० कोजल्दी आफिस से , पांच बजे तक घर। " 


एक बार फिर उनके होंठ चूमते मैं बोली। 
 
शाम को हम लोग फिर सुजाता के यहाँ से  रहे थे , रास्ते में हम दोनों एक फ्रूट जूस स्टाल पे रूक गए।  
 
क्यों मैंगो जूस है क्या भैया " 

मैंने उस से पुछा। 
इनकी तो हालत ख़राब , .... लेकिन। 
 
मैंने इनकी ओर देखा , बड़ी मुश्किल से ये नारमल लगने  की कोशिश कर रहे थे। 
 
इतना मजा आया मुझे की बता नहीं सकती। 

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RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 03-02-2019, 12:24 PM
ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM



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