12-01-2020, 08:07 AM
(09-01-2020, 10:39 PM)jhonmilton Wrote: आय हाय भौजी...क्या गजब के अपडेट है ...लेकिन इंतजार तो आपकी सास के गोलकुंडा पर हमले का है साथ ही उनकी मातृभूमि की सेवा का भी..
बात आपकी सही है , चाहती मैं भी यही हूँ , ...किसी तरह पंख लगाकर , उड़कर , सीधे वहीँ , दो बड़ी परेशानियां हैं
पर क्या करूँ , आपको तो मालूम ही है , इनकी सास ने दो शर्तें लगा दी हैं , मेरी सास पर इनके ,... के पहले
पहली शर्त , मेरी सास के पहले मेरी ननद का फीता कट जाना चाहिए , ...
अब इसके लिए मुझे इनके मायके जाकर , सब बिघन बाधा लांघ कर , उस कच्ची कली को फंसा बझा कर यहाँ लाना होगा , और अगर एक बार यहाँ आ गयी तो उस कन्या कुमारी का उद्धघाटन क्या , वो सबका नंबर डंकायेगी ,
और दूसरी शर्त इससे भी टेढ़ी , न सिर्फ उनकी उस ममेरी बहन की , ... बल्कि इनके कोरे अब तक बचे पिछवाड़े का भी , ...
ये तो थी पहली परेशानी ,... चलिए टाइम लगेगा लेकिन कुछ न कुछ ,...
पर ज्यादा जबरदंग है , दूसरी परेशानी , इनका मन बदलने का , मेरी सास के प्रति ,
आप तो जानते ही हैं , ये कितने भीषण 'संस्कारी ' बल्कि सुसंस्कारी जीव थे , शुरू में ,... एकदम 'अच्छे बच्चे ' आँखे नीचे कर के बात करने वाले ( भले मन के अंदर पक्के एम् आई एल ऍफ़ ) ,... तो मम्मी का प्लान ये था की ये खुद सोचते रहें प्लान करते रहें मेरी सास को अपने नीचे ,... एकदम बेताब हो जाएँ ,... अपनी समाधन को तो वो सेट कर लेंगी , ये उनका पक्का विश्वास था ,... पर ये उनकी समधन को देखकर , खूंटा तोड़ाकर ,..एकदम जबरदस्त , सिर्फ एक चीज सोचें , उन्हें सिर्फ एक नजर से देखें ,... जो भी फैंटेसी हो वो एकदम सच में बदल जाय
तो इसीलिए वो और मंजू बाई , पहला मौक़ा पाते ही उनके मन को बदलने के लिए , ...मेरी सास बनकर ,...
कोमल के यहाँ देर है अंधेर नहीं
अगर ये फोरम रहा , हम आप रहे तो अबकी मेरी गारंटी है ,... सासू जी नहीं बचने वाली