12-01-2020, 06:42 AM
शर्मा जी की आँखे कभी मेरे चेहरे तो कभी मेरी छाती पर चुभती हुई महसूस हो रही थी. “अरे बेहन जी बोहोत ही सुन्दर बहू मिली है आप को” शर्मा जी ने मेरी तारीफ करते हुए कहा. पर उनकी नज़र अब भी मेरे उपर चल रही थी.
“हां भाई साहब अब ये दोनो आ गये है तो काफ़ी मदद मिलेगी शादी के काम काज मे. आप लोग बैठिए ना जब तक मैं ज़रा दूसरे और काम देख लेती हू.” मम्मी कह कर वहाँ से दूसरी तरफ चली गयी.
“अच्छा तुम जब तक बहू से बैठ कर बात करो मैं भी ज़रा मनीष से मिल लेता हू” अपनी पत्नी से कह कर शर्मा अंकल बाहर की तरफ चले गये जहा पर मनीष खड़े हुए थे. वो अब भी मनीष और पापा से बात करते हुए मेरी छाती की तरफ ही नज़रे चुरा कर देखते और गंदी सी स्माइल पास कर देते मेरी तरफ.
देखने से शर्मा अंकल की एज करीब 50-55 साल के आस-पास होगी पर उनका शरीर एक दम कसा हुआ था. शरीर की डील डोल देखने से पता चलता था कि वो अब भी कसरत वगेरह करते है जिस से उनका शरीर एक दम कसा हुआ है. अपनी तरफ उनको यूँ घूरता हुआ देख कर मुझे बड़ा अजीब लग रहा था. पर जिस तरह से मम्मी जी उनकी रेस्पेक्ट कर रही थी. मैं एक दम स्पीचलेस हो गयी थी. कि क्या काहु क्या ना कहु उनकी इस हरकत के बारे मे. जितनी उमर शर्मा जी की लग रही थी उस से भी कम उनकी वाइफ की लग रहीथी देखने से उनकी वाइफ की एज करीब ज़्यादा से ज़्यादा 35-36 साल के करीब ही लग रही थी. मैं उनकी पत्नी को बड़ी हैरानी से देख रही थी. थोड़ी देर हम दोनो ने आपस मे बात चीत भी की और वहाँ पर मौजूद बाकी लोगो से भी.
थोड़ी ही देर मे धीरे धीरे करके सारी भीड़ कम होती चली गयी. मैं भी अब काफ़ी तक गयी थी. और कपड़े चेंज करके फ्रेश होना चाहती थी. अभी मैं सोच ही रही थी कि तभी मुझे मम्मी ने आवाज़ लग दी “निशा बेटी सुन ज़रा इधर आ” मम्मी की आवाज़ सुन कर मैं वाहा जहाँ पर बुला रही थी आ गयी. अंदर सब घर वाले ही बचे हुए थे जहा पर विकास मेरे देवर, अनिता चाचा जी की लड़की और चाची बैठे हुए थे. “अरे बेटा चल कुछ नाश्ता पानी कर ले, भीड़ भाड़ के चक्कर मे तूने और मनीष ने कुछ खाया पीया ही नही है. मैं ज़रा मनु को बुला कर लाती हू” मम्मी ने बड़े प्यार से मेरे सर पर हाथ फिराते हुए कहा और मनीष को बुलाने के लिए जाने लगी तभी चाची जी भी उनके साथ हो ली. मनीष का घर का नाम मनु था.
मम्मी और चाची के वहाँ से जाने के बाद अब हम तीन लोग ही बचे थे.
“तो देवर राजा जी कैसी है हमारी आने वाली देवरानी?” मैने विकास से चुटकी लेते हुए कहा.
“अब भाभी जी मुझे कैसे पता होगा कि कैसी है मुझे तो केवल उसकी फोटो दिखाई गयी थी. बाकी तो ये लोग ही मिल कर आए है” विकास ने अनिता की तरफ इशारा करते हुए कहा.
“भाभी जी भैया झूठ बोल रहे है घंटो हमारी होने वाली भाभी के साथ फ़ोन पर लगे रहते है. किसी की भी नही सुनते है” अनिता ने भी हंसते हुए लहजे मे कहा.
“तो यानी आप हमे कुछ नही बताना चाहते हो, सब कुछ प्राइवेट रखना है.. ह्म्म..” मैने भी अब खींचाई करने वाले अंदाज मे कहा.
अनिता हम दोनो की बाते सुन कर मंद मंद मुस्कुराए जा रही थी.
“नही भाभी ऐसी कोई बात नही है..” विकास ने शरमाते हुए कहा.
“अच्छा वैसे करती क्या है हमारी होने वाली देवरानी जी ? यही गाँव मे ही है ?”
“नही भाभी जी वो इस समय कोटा मे है और वहाँ से इंजिनियरिंग कर रही है. और वही हॉस्टिल मे ही रह रही है”
“अच्छा तो इंजिनियर से शादी हो रही है हमरे देवर जी की..” कह कर मैं मुस्कुरा दी.
तब तक मम्मी भी आ गयी चाइ नाश्ता ले कर. मैने आगे बढ़ कर मम्मी के हाथ से चाइ नाश्ता ले कर वही मेज पर रख लिया. “मम्मी मनीष नही आए ?” मैने मनीष को ना पाते हुए थोड़ा बेचैन होते हुए कहा.
“अरे भाभी जी आ जाएगे क्यू इतना बेचैन हो रही है” अनिता ने इस बार मेरी चुटकी लेते हुए कहा
“हां भाई साहब अब ये दोनो आ गये है तो काफ़ी मदद मिलेगी शादी के काम काज मे. आप लोग बैठिए ना जब तक मैं ज़रा दूसरे और काम देख लेती हू.” मम्मी कह कर वहाँ से दूसरी तरफ चली गयी.
“अच्छा तुम जब तक बहू से बैठ कर बात करो मैं भी ज़रा मनीष से मिल लेता हू” अपनी पत्नी से कह कर शर्मा अंकल बाहर की तरफ चले गये जहा पर मनीष खड़े हुए थे. वो अब भी मनीष और पापा से बात करते हुए मेरी छाती की तरफ ही नज़रे चुरा कर देखते और गंदी सी स्माइल पास कर देते मेरी तरफ.
देखने से शर्मा अंकल की एज करीब 50-55 साल के आस-पास होगी पर उनका शरीर एक दम कसा हुआ था. शरीर की डील डोल देखने से पता चलता था कि वो अब भी कसरत वगेरह करते है जिस से उनका शरीर एक दम कसा हुआ है. अपनी तरफ उनको यूँ घूरता हुआ देख कर मुझे बड़ा अजीब लग रहा था. पर जिस तरह से मम्मी जी उनकी रेस्पेक्ट कर रही थी. मैं एक दम स्पीचलेस हो गयी थी. कि क्या काहु क्या ना कहु उनकी इस हरकत के बारे मे. जितनी उमर शर्मा जी की लग रही थी उस से भी कम उनकी वाइफ की लग रहीथी देखने से उनकी वाइफ की एज करीब ज़्यादा से ज़्यादा 35-36 साल के करीब ही लग रही थी. मैं उनकी पत्नी को बड़ी हैरानी से देख रही थी. थोड़ी देर हम दोनो ने आपस मे बात चीत भी की और वहाँ पर मौजूद बाकी लोगो से भी.
थोड़ी ही देर मे धीरे धीरे करके सारी भीड़ कम होती चली गयी. मैं भी अब काफ़ी तक गयी थी. और कपड़े चेंज करके फ्रेश होना चाहती थी. अभी मैं सोच ही रही थी कि तभी मुझे मम्मी ने आवाज़ लग दी “निशा बेटी सुन ज़रा इधर आ” मम्मी की आवाज़ सुन कर मैं वाहा जहाँ पर बुला रही थी आ गयी. अंदर सब घर वाले ही बचे हुए थे जहा पर विकास मेरे देवर, अनिता चाचा जी की लड़की और चाची बैठे हुए थे. “अरे बेटा चल कुछ नाश्ता पानी कर ले, भीड़ भाड़ के चक्कर मे तूने और मनीष ने कुछ खाया पीया ही नही है. मैं ज़रा मनु को बुला कर लाती हू” मम्मी ने बड़े प्यार से मेरे सर पर हाथ फिराते हुए कहा और मनीष को बुलाने के लिए जाने लगी तभी चाची जी भी उनके साथ हो ली. मनीष का घर का नाम मनु था.
मम्मी और चाची के वहाँ से जाने के बाद अब हम तीन लोग ही बचे थे.
“तो देवर राजा जी कैसी है हमारी आने वाली देवरानी?” मैने विकास से चुटकी लेते हुए कहा.
“अब भाभी जी मुझे कैसे पता होगा कि कैसी है मुझे तो केवल उसकी फोटो दिखाई गयी थी. बाकी तो ये लोग ही मिल कर आए है” विकास ने अनिता की तरफ इशारा करते हुए कहा.
“भाभी जी भैया झूठ बोल रहे है घंटो हमारी होने वाली भाभी के साथ फ़ोन पर लगे रहते है. किसी की भी नही सुनते है” अनिता ने भी हंसते हुए लहजे मे कहा.
“तो यानी आप हमे कुछ नही बताना चाहते हो, सब कुछ प्राइवेट रखना है.. ह्म्म..” मैने भी अब खींचाई करने वाले अंदाज मे कहा.
अनिता हम दोनो की बाते सुन कर मंद मंद मुस्कुराए जा रही थी.
“नही भाभी ऐसी कोई बात नही है..” विकास ने शरमाते हुए कहा.
“अच्छा वैसे करती क्या है हमारी होने वाली देवरानी जी ? यही गाँव मे ही है ?”
“नही भाभी जी वो इस समय कोटा मे है और वहाँ से इंजिनियरिंग कर रही है. और वही हॉस्टिल मे ही रह रही है”
“अच्छा तो इंजिनियर से शादी हो रही है हमरे देवर जी की..” कह कर मैं मुस्कुरा दी.
तब तक मम्मी भी आ गयी चाइ नाश्ता ले कर. मैने आगे बढ़ कर मम्मी के हाथ से चाइ नाश्ता ले कर वही मेज पर रख लिया. “मम्मी मनीष नही आए ?” मैने मनीष को ना पाते हुए थोड़ा बेचैन होते हुए कहा.
“अरे भाभी जी आ जाएगे क्यू इतना बेचैन हो रही है” अनिता ने इस बार मेरी चुटकी लेते हुए कहा