Thread Rating:
  • 4 Vote(s) - 2 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मेहमान बेईमान
#68
मनीष ने अपनी उंगली बाहर निकाल ली और साबुन को लेकर मेरे नितंब के अंदर छेद पर रगड़ कर लगा दिया. और मुझे फिर घुमा कर खड़ा कर दिया और मेरी योनि पर जो हल्के हल्के बॉल उगे हुए थे उन पर हाथ फिरते हुए “निशा डार्लिंग बाल सॉफ नही किए तुमने ?” मैं मनीष के जवाब से शर्मा गयी “नही कर पाई” मैने अपनी उखड़ती हुई सांसो को संभालते हुए कह दिया. “कोई बात नही, बालो मे भी बोहोत खूबसूरत है” कहते हुए मनीष ने अपना एक हाथ मेरी योनि पर फेरा ओर मेरी योनि के अंदर अपनी उंगली डाल कर उसके अंदर घुमाने लगे.

योनि मे मनीष की उंगली जाते ही मेरे मुँह से फिर एक सिसकारी सी निकल गयी. थोड़ी देर यूँ ही अपनी उंगली को मेरी योनि से खेलने के बाद मनीष ने मेरे पैरो मे भी साबुन लगाया ओर मुझे शवर के नीचे खड़ा कर दिया ओर मेरे बूब्स मसल मसल कर सॉफ करने लगे. मनीष का हाथ कभी मेरे उरोज पर होता तो कभी मेरे नितंब पर तो कभी मेरी योनि पर जब पूरी तरह से हम दोनो के शरीर से साबुन सॉफ हो गया तो मनीष ने मुझे फिर से मुझे अपनी गोद मे उठा लिया. मैं शरमाते हुए मनीष के सीने से चिपक गयी ओर मनीष के चेस्ट को किस करने लगी
[+] 3 users Like Deadman2's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मेहमान बेईमान - by Deadman2 - 10-01-2020, 08:45 PM
RE: मेहमान बेईमान - by Newdevil - 18-07-2021, 03:03 PM



Users browsing this thread: 10 Guest(s)