05-01-2020, 01:30 PM
वो
थोड़ी देर में हम दोनों के सामने हाई हील्स का ढेर लगा था।
तीन इंच साढ़े तीन इंच , लेकिन सोफी भी न उसने सेल्स गर्ल को उकसाया,बस यही हैं शो सम स्टिलेटो।
और उस समय वो आगयी ,वही लड़की जो सोफी के साथ थी ,सुरु के पेड़ की तरह छरहरी ,बहुत ही अलग ढंग की नमकीन , वो भी दूकान में दिखी और मुझे देख कर मुस्करायी
।
सेल्स गर्ल स्टिलेटो लेकर आ गयी।
चार इंच ,साढ़े चार इंच , और पेन्सिल हील्स , नीचे खूब नुकीली , ...
सोफी भी न , ... पेन्सिल हील्स सहलाते मुझे आँख मार के बोली ,
" अपने उनके लिए ले लो न पहनने में भी सेक्सी और जब चाहो तो ये पूरा अंदर घुसेड़ सकती हो। "
और हम दोनों खिलखिलाने लगे ,
मैंने भी हाथ में ले कर देखा , पिंक ,डार्क रेड ,मेरे फेवरिट कलर , स्मूथ हाई क्वालिटी लेदर , और हील वाकई लंबी भी थी ,हार्ड भी।
हील टच करते हुए मैंने सोफी से बोला " यार तेरी आइडिया तो धांसू है लेकिन , वो या कोई भी इसे पहनके चलेगा कैसे। "
वो ( वही सोफी की परिचिता /सहेली ) जैसे अपने शूज देखते हुए भी हमारी बात सुन रही थी , मुस्कराके ,मुझे देख के बोली ,
" एकदम आराम से चल सकती है , क्यों नहीं चलिए मैं चल के दिखाती हूँ ,"
और सोफी ने स्टिलेटो ,साढ़े चार इंच वाले उसे पकडा दिए।
और पहन के थोड़ी देर में जब वो चली , हम लोगों से दूर , दूकान के दूसरी तरफ तो बस ,
हम दोनों का कलेजा मुंह में आ गया।
क्या कॉन्फिडेंस , क्या इलेन ,स्टाइल ,बैलेंस ,
लेकिन जिस तरह से टाइट स्कर्ट में उसके छोटे छोटे लेकिन खूब कसे कड़े नितम्ब कसर मसर ,कसर मसर कर रहे थे ,लेफ्ट राइट ,लेफ्ट राइट,...
मुझसे नहीं रहा गया ,मेरे होंठ गोल हुए और मैंने जोर की सीटी मारी , और मेरे मुंह से निकल ही गया ,
" साल्ला ,क्या मस्त पिछवाड़ा है , बहुत मजा आएगा मारनेवाले को। "
लेकिन तब तक वो ,सोफी की फ्रेंड ,हम लोगों की ओर मुड़ चुकी थी और लगता है उसने मेरा कमेंट सुन लिया था ,
जबरदस्त ब्लश किया उसने। गुलाबी गाल एकदम लाल हो गए , गुलाब मात।
लेकिन सोफी हंसती हुयी मेरी तरफ से बोली ,
"सही तो कह रही है , तू। अरे मारने लायक चीज होगी तो मारी ही जायेगी , कब तक बचेगी बिचारी। "
और साथ में सोफी अपनी फ्रेंड से भी बोली ,
" अरे जानू , अब ज़रा फ्रंट व्यू भी तो दिखा दे "
और अब वो दूकान के दूसरे कोने से हम लोगों की ओर फेस करके मटकती चलती साढ़े पांच इंच की स्टिलेटो पहन के आयी ,
बलखाती पतली कमर , छोटे छोटे लेकिन खूब मटकते , उभरते बूब्स , एकदम मस्त ,
मैंने और सोफी ने खड़े होकर जोर जोर से ताली बजायी , जबरदस्त कैट वाक।
और आते ही मैंने हाथ मिलाया ,
मजनू की पसलियां और लैला की उँगलियाँ माफिक ,खूब गोरी गोरी ,पतली लंबी नाजुक उँगलियाँ , जबरदस्त नेल आर्ट।
कुछ पहचानी पहचानी सी वो पकड़ लग रही थी , एक बार मैंने फिर ऊपर से नीचे तक देखा ,कुछ पहचानी सी लग रही थी , लेकिन मैं प्लेस नहीं कर पा रही थी।
मैंने मुड़ के सोफी की ओर देखा तो वो बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कराहट दबा रही थी , किसी तरह बोली
" ऊप्स मैने तुम दोनों को प्रॉपर्ली इंट्रोड्यूस नहीं कराया " लेकिन जब तक सोफी कुछ बोलती ,
मेरे हाथ को पकड़े ' वो बोली '
" नाइस टू मीट यू कोमल सिन्हा ,
आई ऍम मीता , मीता सिन्हा। "
अब मेरी चमकी ,उनकी आँखों की ओर की देखा , वही दुष्ट भोली नाचती हुयी शैतान मासूम मुस्कराहट ,
और अब हम तीनो जोर से हंसे।
सोफी जीत चुकी थी बाजी ,
उसने बोला था उसके 'जादू 'के बाद मैं उन्हें पहचान नहीं पाउंगी।
और सच में ,...
मेरे कुछ बोलने के पहले सोफी मुस्कराके बोली , मुझसे ज्यादा ही डिजर्व्स कॉम्प्लिमेंट , ऐट्टियूड ,हाउ टू वियर ड्रेस और मेकअप ,
तब तक उन्होंने अपनी हरी हरी आँखों से कांटेक्ट लेंस निकाल लिया था।
शाप गर्ल को मैंने सभी स्टिलेटो और हाई हील्स पैक करने के लिए बोल दिया और साढ़े पांच इंच की हील की ओर इशारा करते हुए ,
उनका पिछवाड़ा थपथपाते हुए मैं बोली ,
" जानते हो ये हील कहां जायेगी , ... ? "
" अच्छी तरह और तुम छोड़ भी दोगी तो मेरी सास नहीं छोड़ने वाली। जाए तो जाए। " हंस के वो बोले।
थोड़ी देर में हम दोनों के सामने हाई हील्स का ढेर लगा था।
तीन इंच साढ़े तीन इंच , लेकिन सोफी भी न उसने सेल्स गर्ल को उकसाया,बस यही हैं शो सम स्टिलेटो।
और उस समय वो आगयी ,वही लड़की जो सोफी के साथ थी ,सुरु के पेड़ की तरह छरहरी ,बहुत ही अलग ढंग की नमकीन , वो भी दूकान में दिखी और मुझे देख कर मुस्करायी
।
सेल्स गर्ल स्टिलेटो लेकर आ गयी।
चार इंच ,साढ़े चार इंच , और पेन्सिल हील्स , नीचे खूब नुकीली , ...
सोफी भी न , ... पेन्सिल हील्स सहलाते मुझे आँख मार के बोली ,
" अपने उनके लिए ले लो न पहनने में भी सेक्सी और जब चाहो तो ये पूरा अंदर घुसेड़ सकती हो। "
और हम दोनों खिलखिलाने लगे ,
मैंने भी हाथ में ले कर देखा , पिंक ,डार्क रेड ,मेरे फेवरिट कलर , स्मूथ हाई क्वालिटी लेदर , और हील वाकई लंबी भी थी ,हार्ड भी।
हील टच करते हुए मैंने सोफी से बोला " यार तेरी आइडिया तो धांसू है लेकिन , वो या कोई भी इसे पहनके चलेगा कैसे। "
वो ( वही सोफी की परिचिता /सहेली ) जैसे अपने शूज देखते हुए भी हमारी बात सुन रही थी , मुस्कराके ,मुझे देख के बोली ,
" एकदम आराम से चल सकती है , क्यों नहीं चलिए मैं चल के दिखाती हूँ ,"
और सोफी ने स्टिलेटो ,साढ़े चार इंच वाले उसे पकडा दिए।
और पहन के थोड़ी देर में जब वो चली , हम लोगों से दूर , दूकान के दूसरी तरफ तो बस ,
हम दोनों का कलेजा मुंह में आ गया।
क्या कॉन्फिडेंस , क्या इलेन ,स्टाइल ,बैलेंस ,
लेकिन जिस तरह से टाइट स्कर्ट में उसके छोटे छोटे लेकिन खूब कसे कड़े नितम्ब कसर मसर ,कसर मसर कर रहे थे ,लेफ्ट राइट ,लेफ्ट राइट,...
मुझसे नहीं रहा गया ,मेरे होंठ गोल हुए और मैंने जोर की सीटी मारी , और मेरे मुंह से निकल ही गया ,
" साल्ला ,क्या मस्त पिछवाड़ा है , बहुत मजा आएगा मारनेवाले को। "
लेकिन तब तक वो ,सोफी की फ्रेंड ,हम लोगों की ओर मुड़ चुकी थी और लगता है उसने मेरा कमेंट सुन लिया था ,
जबरदस्त ब्लश किया उसने। गुलाबी गाल एकदम लाल हो गए , गुलाब मात।
लेकिन सोफी हंसती हुयी मेरी तरफ से बोली ,
"सही तो कह रही है , तू। अरे मारने लायक चीज होगी तो मारी ही जायेगी , कब तक बचेगी बिचारी। "
और साथ में सोफी अपनी फ्रेंड से भी बोली ,
" अरे जानू , अब ज़रा फ्रंट व्यू भी तो दिखा दे "
और अब वो दूकान के दूसरे कोने से हम लोगों की ओर फेस करके मटकती चलती साढ़े पांच इंच की स्टिलेटो पहन के आयी ,
बलखाती पतली कमर , छोटे छोटे लेकिन खूब मटकते , उभरते बूब्स , एकदम मस्त ,
मैंने और सोफी ने खड़े होकर जोर जोर से ताली बजायी , जबरदस्त कैट वाक।
और आते ही मैंने हाथ मिलाया ,
मजनू की पसलियां और लैला की उँगलियाँ माफिक ,खूब गोरी गोरी ,पतली लंबी नाजुक उँगलियाँ , जबरदस्त नेल आर्ट।
कुछ पहचानी पहचानी सी वो पकड़ लग रही थी , एक बार मैंने फिर ऊपर से नीचे तक देखा ,कुछ पहचानी सी लग रही थी , लेकिन मैं प्लेस नहीं कर पा रही थी।
मैंने मुड़ के सोफी की ओर देखा तो वो बड़ी मुश्किल से अपनी मुस्कराहट दबा रही थी , किसी तरह बोली
" ऊप्स मैने तुम दोनों को प्रॉपर्ली इंट्रोड्यूस नहीं कराया " लेकिन जब तक सोफी कुछ बोलती ,
मेरे हाथ को पकड़े ' वो बोली '
" नाइस टू मीट यू कोमल सिन्हा ,
आई ऍम मीता , मीता सिन्हा। "
अब मेरी चमकी ,उनकी आँखों की ओर की देखा , वही दुष्ट भोली नाचती हुयी शैतान मासूम मुस्कराहट ,
और अब हम तीनो जोर से हंसे।
सोफी जीत चुकी थी बाजी ,
उसने बोला था उसके 'जादू 'के बाद मैं उन्हें पहचान नहीं पाउंगी।
और सच में ,...
मेरे कुछ बोलने के पहले सोफी मुस्कराके बोली , मुझसे ज्यादा ही डिजर्व्स कॉम्प्लिमेंट , ऐट्टियूड ,हाउ टू वियर ड्रेस और मेकअप ,
तब तक उन्होंने अपनी हरी हरी आँखों से कांटेक्ट लेंस निकाल लिया था।
शाप गर्ल को मैंने सभी स्टिलेटो और हाई हील्स पैक करने के लिए बोल दिया और साढ़े पांच इंच की हील की ओर इशारा करते हुए ,
उनका पिछवाड़ा थपथपाते हुए मैं बोली ,
" जानते हो ये हील कहां जायेगी , ... ? "
" अच्छी तरह और तुम छोड़ भी दोगी तो मेरी सास नहीं छोड़ने वाली। जाए तो जाए। " हंस के वो बोले।