03-01-2020, 11:45 AM
“ऋतू ये बेसबॉल बॅट देना मुझे” गौरव ने ऋतू से कहा. ऋतू बॅट थामे खड़ी थी.
गौरव ने बात से साइको के घुटने पर ज़ोर दार वार किया. उसकी चीख गूँज उठी चारो तरफ. “दुबारा किसी को भी गाली दी तो अंजाम बुरा होगा. समझ लो तुम.”
“जंगल में ए एस पी साहिबा पर गोली किसने चलाई थी…तुमने या विजय ने.” गौरव ने पूछा.
“विजय ने चलाई थी. डिपार्टमेंट की गोलिया यूज़ की थी साले ने…जंगल का मेरा ठिकाना ख़तरे में आ गया था उसके कारण. तुम लोगो को उसी घटना के बाद जंगल पर शक हुआ. खैर मेरे पास ठिकानो की कमी नही थी पर जंगल का कोई मुक़ाबला नही था.” साइको ने कहा.
“वैसे तो मेरा मन तुम्हारे 1000 टुकड़े करने का है पर कुछ कारण से खुद को रोक रहा हूँ. एक तो मैं तुम्हारे जितना गिरना नही चाहता और हमारे एक साथी को तुरंत हॉस्पिटल पहुँचना होगा. वैसे तो हम सभी को ज़रूरत है मेडिकल अटेन्षन की पर आशुतोष को सबसे ज़्यादा है. ये गेम खेलने के लिए शुक्रिया एसपी साहिब. नाओ गेम ओवर….जिसे याद करना है कर लो मैं कुल्हाड़ी से तुम्हारी गर्दन काटने जा रहा हूँ.”
“मैने सभी सवालो के जवाब दिए हैं. प्लीज़ मुझे क़ानून के हवाले कर दो.” एसपी गिड़गिदाया.
“क़ानून तो आपका है एसपी साहिब. मैं खूब समझ रहा हूँ आपकी बात. मगर मुझे न्याय में देरी बिल्कुल बर्दास्त नही है. यहाँ जो लोग भी मौजूद हैं वो ज्यूरी का हिस्सा हैं. तो मैं सभी से पूछता हूँ कि ज्यूरी का क्या फ़ैसला है.”
“इसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी जाए….” सौरभ ने कहा.
बाकी सब ने भी सौरभ का साथ दिया, “हां इसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी जाए.”
“सॉरी एसपी साहिब ज्यूरी का फ़ैसला टाला नही जा सकता. गो टू हेल…………………” गौरव ने कुल्हाड़ी उपर की तो एसपी ने उठने की कोशिश की. सौरभ ने तुरंत बॅट उठाया और एक ज़ोर दार वार किया उसके माथे पर. बार्ब वाइयर के कारण एसपी का माथा छिल गया और पूरा चेहरा खून से सन गया.
एसपी वापिस ज़मीन पर गिर गया.
“अब दुबारा उठने की कोशिश मत करना मिस्टर साइको…. आक्सेप्ट दा फॅक्ट दट योर गेम ईज़ ओवर….नाओ इट्स टाइम टू गो टू हेल…..बाय….” गौरव ने एक झटके में साइको की गर्दन धड़ से अलग कर दी.
“ऋतू कल सुबह ये न्यूज़ आनी चाहिए कि साइको ने एक और मर्डर कर दिया. एसपी पर साइको पहले भी हमला कर चुका है. इस बार उसने एसपी को जान से मार दिया.” गौरव ने कहा.
“ठीक है काम हो जाएगा.” ऋतू ने कहा.
“पर इस नये इनस्पेक्टर सिकन्दर का क्या करेंगे. उसे कही शक ना हो जाए हम लोगो पर. हमें यहाँ कोई निशान नही छोड़ना चाहिए अपनी मौजूदगी का.” सौरभ ने कहा.
“सौरभ ठीक कह रहा है. साइको को ज़मीन में गाढ दो और यहाँ पर मौजूद हर निशान मिटा दो. कोई नही समझेगा कि हमने ऐसा क्यों किया.” अंकिता ने कहा.
“ठीक है मैं और सौरभ ये काम करते हैं तुम लोग तुरंत हॉस्पिटल पहुँचो.” गौरव ने कहा
“पर मेडिकल अटेन्षन की तुम्हे भी तो ज़रूरत है.” अंकिता ने कहा.
“मुझे आपकी अटेन्षन मिल गयी….बस वही काफ़ी है…सब घाव भर जाएँगे.” गौरव ने हंसते हुए कहा.
“मज़ाक मत करो.”
“अरे हम भी आ जाएँगे हॉस्पिटल आप लोग चलिए. यहाँ का काम निपटाना ज़रूरी है. ऋतू न्यूज़ वाला प्लान कैंसिल. एसपी साहिब को गायब हो जाने दो.”
“ओके एज यू विश.” ऋतू ने कहा.
गौरव ने बात से साइको के घुटने पर ज़ोर दार वार किया. उसकी चीख गूँज उठी चारो तरफ. “दुबारा किसी को भी गाली दी तो अंजाम बुरा होगा. समझ लो तुम.”
“जंगल में ए एस पी साहिबा पर गोली किसने चलाई थी…तुमने या विजय ने.” गौरव ने पूछा.
“विजय ने चलाई थी. डिपार्टमेंट की गोलिया यूज़ की थी साले ने…जंगल का मेरा ठिकाना ख़तरे में आ गया था उसके कारण. तुम लोगो को उसी घटना के बाद जंगल पर शक हुआ. खैर मेरे पास ठिकानो की कमी नही थी पर जंगल का कोई मुक़ाबला नही था.” साइको ने कहा.
“वैसे तो मेरा मन तुम्हारे 1000 टुकड़े करने का है पर कुछ कारण से खुद को रोक रहा हूँ. एक तो मैं तुम्हारे जितना गिरना नही चाहता और हमारे एक साथी को तुरंत हॉस्पिटल पहुँचना होगा. वैसे तो हम सभी को ज़रूरत है मेडिकल अटेन्षन की पर आशुतोष को सबसे ज़्यादा है. ये गेम खेलने के लिए शुक्रिया एसपी साहिब. नाओ गेम ओवर….जिसे याद करना है कर लो मैं कुल्हाड़ी से तुम्हारी गर्दन काटने जा रहा हूँ.”
“मैने सभी सवालो के जवाब दिए हैं. प्लीज़ मुझे क़ानून के हवाले कर दो.” एसपी गिड़गिदाया.
“क़ानून तो आपका है एसपी साहिब. मैं खूब समझ रहा हूँ आपकी बात. मगर मुझे न्याय में देरी बिल्कुल बर्दास्त नही है. यहाँ जो लोग भी मौजूद हैं वो ज्यूरी का हिस्सा हैं. तो मैं सभी से पूछता हूँ कि ज्यूरी का क्या फ़ैसला है.”
“इसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी जाए….” सौरभ ने कहा.
बाकी सब ने भी सौरभ का साथ दिया, “हां इसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी जाए.”
“सॉरी एसपी साहिब ज्यूरी का फ़ैसला टाला नही जा सकता. गो टू हेल…………………” गौरव ने कुल्हाड़ी उपर की तो एसपी ने उठने की कोशिश की. सौरभ ने तुरंत बॅट उठाया और एक ज़ोर दार वार किया उसके माथे पर. बार्ब वाइयर के कारण एसपी का माथा छिल गया और पूरा चेहरा खून से सन गया.
एसपी वापिस ज़मीन पर गिर गया.
“अब दुबारा उठने की कोशिश मत करना मिस्टर साइको…. आक्सेप्ट दा फॅक्ट दट योर गेम ईज़ ओवर….नाओ इट्स टाइम टू गो टू हेल…..बाय….” गौरव ने एक झटके में साइको की गर्दन धड़ से अलग कर दी.
“ऋतू कल सुबह ये न्यूज़ आनी चाहिए कि साइको ने एक और मर्डर कर दिया. एसपी पर साइको पहले भी हमला कर चुका है. इस बार उसने एसपी को जान से मार दिया.” गौरव ने कहा.
“ठीक है काम हो जाएगा.” ऋतू ने कहा.
“पर इस नये इनस्पेक्टर सिकन्दर का क्या करेंगे. उसे कही शक ना हो जाए हम लोगो पर. हमें यहाँ कोई निशान नही छोड़ना चाहिए अपनी मौजूदगी का.” सौरभ ने कहा.
“सौरभ ठीक कह रहा है. साइको को ज़मीन में गाढ दो और यहाँ पर मौजूद हर निशान मिटा दो. कोई नही समझेगा कि हमने ऐसा क्यों किया.” अंकिता ने कहा.
“ठीक है मैं और सौरभ ये काम करते हैं तुम लोग तुरंत हॉस्पिटल पहुँचो.” गौरव ने कहा
“पर मेडिकल अटेन्षन की तुम्हे भी तो ज़रूरत है.” अंकिता ने कहा.
“मुझे आपकी अटेन्षन मिल गयी….बस वही काफ़ी है…सब घाव भर जाएँगे.” गौरव ने हंसते हुए कहा.
“मज़ाक मत करो.”
“अरे हम भी आ जाएँगे हॉस्पिटल आप लोग चलिए. यहाँ का काम निपटाना ज़रूरी है. ऋतू न्यूज़ वाला प्लान कैंसिल. एसपी साहिब को गायब हो जाने दो.”
“ओके एज यू विश.” ऋतू ने कहा.