03-01-2020, 11:23 AM
कुछ देर बाद एसपी कमरे में दाखिल हुआ.
उसके आते ही ऋतू और गौरव सोफे से उठ कर खड़े हो गये. “गुड ईव्निंग सर मैं रात तक न्यूज़ चॅनेल से हूँ.”
“ह्म्म… तभी आप रात को आ गयी मेरा इंटरव्यू लेने.” एसपी ने हंसते हुए कहा.
“सर आज तो हद हो गयी. शादी के दिन हत्या कर दी एक लड़की की साइको ने. रीमा नाम था उसका. आप ये बतायें आपकी पोलीस फोर्स कुछ कर क्यों नही पा रही है. सभी शहर वासी ख़ौफ़ के साए में जी रहे हैं. आख़िर कब तक चलता रहेगा ये.”
“हमसे ग़लती हो गयी थी साइको का केस इनस्पेक्टर गौरव को दे कर. उसने कुछ भी नही किया साइको को पकड़ने के लिए. अब हमने अपनी भूल सुधार दी है. हमने एक नये होनहार इनस्पेक्टर को ये केस दिया है. सिकन्दर नाम है नये इनस्पेक्टर का. मुझे उम्मीद है कि वो जल्द से जल्द कुछ परिणाम देगा हमें.”
“वो तो अंधेरे में अकेले घूमते रहते हैं सर…वो क्या परिणाम देंगे हमें.” गौरव ने कहा.
“हू आर यू?” एसपी ने गौरव से पूछा.
“सर ये मेरा कॅमरमन है.” ऋतू ने कहा.
“ओके...इस से कहो बीच में ना बोले. सिकन्दर इंटेलिजेंट इनस्पेक्टर है. वो ज़रूर कुछ ना कुछ करेगा. बाकी पोलीस वाले भी इसी काम पर लगे हैं.” एसपी ने कहा.
“सर आपके पीछे जो पैंटिंग तंगी है क्या मैं उसे करीब से देख सकता हूँ. बहुत प्यारी पैंटिंग है ये.” गौरव ने कहा.
“नही देख सकते करीब से…और कुछ. जिस काम के लिए आए हो उस पर ध्यान दो.”
“सॉरी सर…मैं बस वैसे ही…” गौरव ने सॉरी फील किया.
“सर एक बहुत ही सीक्रेट सी बात है. क्या आपके पास आकर कहु. क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं.”
“हां आओ…बेझीजक बताओ बात क्या है.” एसपी ने कहा.
ऋतू एसपी के करीब जा कर बैठ गयी.
“सर मुझे लगता है कि इनस्पेक्टर गौरव ही साइको है…आपको क्या लगता है.” ऋतू ने कहा.
“वैसे उस पर शक की कोई वजह नही है मगर कुछ भी हो सकता है.” एसपी ने कहा.
ऋतू अपना प्लान एक्सेक्यूट करने का मन बना चुकी थी. राइटिंग पॅड के नीचे उसके हाथ में इंजेक्षन था.
“सर वो तस्वीर किसकी है.” ऋतू ने दीवार पर तंगी तस्वीर की ओर इशारा किया.
जैसे ही एसपी ने गर्दन घुमाई ऋतू हरकत में आ गयी. इंजेक्षन एसपी की गर्दन में गाढ़ने ही वाला था कि एसपी ने उसका हाथ पकड़ लिया.
“एक आँख मैं हमेशा पीछे रखता हूँ” एसपी ने कहा.
गौरव फ़ौरन हरकत में आया मगर एसपी ने जेब से बंदूक निकाल कर गोली मार दी गौरव को. 3 बार फाइयर किया एसपी ने गौरव की छाती पर. ज़रा भी आवाज़ नही हुई गोली की. साइलेनसर जो लगा रखा था उसने.
“गौरव!” ऋतू चिल्लाई.
“गौरव…ह्म्म अब पूरी बात समझ में आई. तुम्हारा तो मैं वो हाल करूँगा कि रूह काँप उठेगी तुम्हारी.” एसपी ने ऋतू को कहा.
ऋतू ने एक ज़ोर दार किक मारी एसपी के पेट पर. वो गिर गया मगर उसने निशाना लगा लिया ऋतू पर, “बस अब कोई और हरकत की तो भेजा उड़ा दूँगा.
एसपी उठा फर्श से और बंदूक ताने हुए ऋतू की तरफ बढ़ा. “तुम्हारी पैंटिंग भी बनेगी अब. मुझ पर हाथ उठाने वाले को मैं जींदा नही छोड़ता.”
उसके आते ही ऋतू और गौरव सोफे से उठ कर खड़े हो गये. “गुड ईव्निंग सर मैं रात तक न्यूज़ चॅनेल से हूँ.”
“ह्म्म… तभी आप रात को आ गयी मेरा इंटरव्यू लेने.” एसपी ने हंसते हुए कहा.
“सर आज तो हद हो गयी. शादी के दिन हत्या कर दी एक लड़की की साइको ने. रीमा नाम था उसका. आप ये बतायें आपकी पोलीस फोर्स कुछ कर क्यों नही पा रही है. सभी शहर वासी ख़ौफ़ के साए में जी रहे हैं. आख़िर कब तक चलता रहेगा ये.”
“हमसे ग़लती हो गयी थी साइको का केस इनस्पेक्टर गौरव को दे कर. उसने कुछ भी नही किया साइको को पकड़ने के लिए. अब हमने अपनी भूल सुधार दी है. हमने एक नये होनहार इनस्पेक्टर को ये केस दिया है. सिकन्दर नाम है नये इनस्पेक्टर का. मुझे उम्मीद है कि वो जल्द से जल्द कुछ परिणाम देगा हमें.”
“वो तो अंधेरे में अकेले घूमते रहते हैं सर…वो क्या परिणाम देंगे हमें.” गौरव ने कहा.
“हू आर यू?” एसपी ने गौरव से पूछा.
“सर ये मेरा कॅमरमन है.” ऋतू ने कहा.
“ओके...इस से कहो बीच में ना बोले. सिकन्दर इंटेलिजेंट इनस्पेक्टर है. वो ज़रूर कुछ ना कुछ करेगा. बाकी पोलीस वाले भी इसी काम पर लगे हैं.” एसपी ने कहा.
“सर आपके पीछे जो पैंटिंग तंगी है क्या मैं उसे करीब से देख सकता हूँ. बहुत प्यारी पैंटिंग है ये.” गौरव ने कहा.
“नही देख सकते करीब से…और कुछ. जिस काम के लिए आए हो उस पर ध्यान दो.”
“सॉरी सर…मैं बस वैसे ही…” गौरव ने सॉरी फील किया.
“सर एक बहुत ही सीक्रेट सी बात है. क्या आपके पास आकर कहु. क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं.”
“हां आओ…बेझीजक बताओ बात क्या है.” एसपी ने कहा.
ऋतू एसपी के करीब जा कर बैठ गयी.
“सर मुझे लगता है कि इनस्पेक्टर गौरव ही साइको है…आपको क्या लगता है.” ऋतू ने कहा.
“वैसे उस पर शक की कोई वजह नही है मगर कुछ भी हो सकता है.” एसपी ने कहा.
ऋतू अपना प्लान एक्सेक्यूट करने का मन बना चुकी थी. राइटिंग पॅड के नीचे उसके हाथ में इंजेक्षन था.
“सर वो तस्वीर किसकी है.” ऋतू ने दीवार पर तंगी तस्वीर की ओर इशारा किया.
जैसे ही एसपी ने गर्दन घुमाई ऋतू हरकत में आ गयी. इंजेक्षन एसपी की गर्दन में गाढ़ने ही वाला था कि एसपी ने उसका हाथ पकड़ लिया.
“एक आँख मैं हमेशा पीछे रखता हूँ” एसपी ने कहा.
गौरव फ़ौरन हरकत में आया मगर एसपी ने जेब से बंदूक निकाल कर गोली मार दी गौरव को. 3 बार फाइयर किया एसपी ने गौरव की छाती पर. ज़रा भी आवाज़ नही हुई गोली की. साइलेनसर जो लगा रखा था उसने.
“गौरव!” ऋतू चिल्लाई.
“गौरव…ह्म्म अब पूरी बात समझ में आई. तुम्हारा तो मैं वो हाल करूँगा कि रूह काँप उठेगी तुम्हारी.” एसपी ने ऋतू को कहा.
ऋतू ने एक ज़ोर दार किक मारी एसपी के पेट पर. वो गिर गया मगर उसने निशाना लगा लिया ऋतू पर, “बस अब कोई और हरकत की तो भेजा उड़ा दूँगा.
एसपी उठा फर्श से और बंदूक ताने हुए ऋतू की तरफ बढ़ा. “तुम्हारी पैंटिंग भी बनेगी अब. मुझ पर हाथ उठाने वाले को मैं जींदा नही छोड़ता.”