03-01-2020, 11:11 AM
Update 110
सौरभ ने जब गौरव को देखा ऐसी हालत में तो बोला, “क्या हुआ भाई…सब ठीक तो है.”
“भाई बस कुछ पूछो मत मुझसे अभी…कुछ भी नही बता पाउन्गा मैं.”
“समझ रहा हूँ कुछ-कुछ”
“छोड़ ये सब…अपनी पूरी टीम को इकट्ठा करना होगा हमें.”
“ऐसा करते हैं आशुतोष के घर चलते हैं. वही बुला लेते हैं सब को.”
“ठीक है.”
सौरभ ने जब गौरव को देखा ऐसी हालत में तो बोला, “क्या हुआ भाई…सब ठीक तो है.”
“भाई बस कुछ पूछो मत मुझसे अभी…कुछ भी नही बता पाउन्गा मैं.”
“समझ रहा हूँ कुछ-कुछ”
“छोड़ ये सब…अपनी पूरी टीम को इकट्ठा करना होगा हमें.”
“ऐसा करते हैं आशुतोष के घर चलते हैं. वही बुला लेते हैं सब को.”
“ठीक है.”