03-01-2020, 10:45 AM
“ह्म्म ठीक है तुम निकलो मैं भी निकलता हूँ. पूजा को कॉलेज से पिक करना है. हमारा आज बाहर डिन्नर का प्रोग्राम है.” सौरभ ने कहा.
सौरभ टाइम से पूजा के कॉलेज पहुँच गया. कॉलेज से लड़कियों की भीड़ बाहर आ रही थी. मगर सौरभ को पूजा कही नज़र नही आ रही थी.
“कम ऑन जान कहा रह गयी तुम…जल्दी आओ…हमें खूब एंजाय करना है आज.”
मगर कॉलेज के गेट से सभी बाहर आ गये पर पूजा नही आई. वॉचमेन ने गेट बंद कर दिया. सौरभ ने वॉचमेन से पूछा, “कोई लड़की अंदर तो नही रह गयी.”
“नही मैं चेक करके आया हूँ. सब जा चुके हैं.”
“ऐसा कैसे हो गया मैं तो बाहर ही खड़ा था.”
सौरभ ने श्रद्धा को फोन मिलाया.
“हेलो श्रद्धा…पूजा घर पहुँच गयी क्या?”
“नही वो तो नही आई अब तक…क्यों क्या हुआ सब ठीक तो है.”
“मैं बाद में बात करता हूँ…अभी थोड़ा बिज़ी हूँ.”
सौरभ को टेन्षन होने लगी कि पूजा कहा गयी.
“कहाँ गयी होगी मेरी जान. ऐसे तो कभी कही नही जाती. उसे पता भी था कि मैं उसे लेने आउन्गा.”
सौरभ सोच में पड़ गया.
तभी अचानक उसे ख्याल आया कि कही पूजा को साइको ने तो किडनॅप नही कर लिया. ये ख्याल आते ही उसकी रूह काँप उठी. पूजा से बहुत प्यार करता था सौरभ उसके लिए कोई भी बुरी बात नही सोच सकता था.
सौरभ ने गौरव को फोन मिलाया और उसे सारी बात बता दी.
“अगर पूजा को साइको ने किडनॅप किया है तो वो ज़रूर तुझसे कॉंटॅक्ट करेगा. तू ऐसा कर अपने घर जा. हो सकता है वहाँ उसने कोई मेसेज छोड़ा हो तेरे लिए.”
“यार मेरे हाथ पाँव काम नही कर रहे. पूजा को कुछ हो गया तो मैं कही का नही रहूँगा.”
“समझ सकता हूँ सौरभ. तुम ऐसा करो अपने घर पहुँचो. मैं भी वही पहुँचता हूँ.” गौरव ने कहा.
सौरभ तुरंत बायक स्टार्ट करके अपने घर की तरफ चल दिया. घर पहुँच कर जैसे ही उसने अपना दरवाजा खोला उसे दरवाजे के पास एक काग़ज़ पड़ा मिला उस पर कुछ लिखा था. सौरभ ने उसे उठाया और पढ़ने लगा.
“मिस्टर सौरभ, कैसे हो तुम. तुमने मुझे बहुत परेशान किया है. मगर अब मेरी बारी है. कब से तुम्हारे लिए एक प्लान ढूंड रहा था. समझ में नही आ रहा था कि कैसी मौत दी जाए तुम्हे. तुम पर नज़र रखी तो पता चला कि तुम एक लड़की पर फिदा हो. मेरा काम आसान हो गया.पूजा मेरे कब्ज़े में है. बिल्कुल नंगी पड़ी है मेरे सामने. वैसे मैं अपने विक्टिम से सेक्स नही करता पर तुम्हारी पूजा ने तो खड़ा कर दिया मेरा लंड. बला की खूबसूरत है साली. मन कर रहा है इसकी लेने का. ले लूँ क्या हाहहहाहा. मेरे दूसरे लेटर का इंतेज़ार करना. और हां अपने दोस्त गौरव से बोलना कि रीमा की शादी में ज़रूर जाए. वहां उसके लिए कुछ ख़ास करने वाला हूँ मैं हिहिहीही.”
सौरभ की आँखे गुस्से से लाल हो गयी. “तुझे वो मौत दूँगा मैं कि तेरी रूह काँप उठेगी साले कुत्ते कमिने साइको.” सौरभ चिल्लाया.
सौरभ टाइम से पूजा के कॉलेज पहुँच गया. कॉलेज से लड़कियों की भीड़ बाहर आ रही थी. मगर सौरभ को पूजा कही नज़र नही आ रही थी.
“कम ऑन जान कहा रह गयी तुम…जल्दी आओ…हमें खूब एंजाय करना है आज.”
मगर कॉलेज के गेट से सभी बाहर आ गये पर पूजा नही आई. वॉचमेन ने गेट बंद कर दिया. सौरभ ने वॉचमेन से पूछा, “कोई लड़की अंदर तो नही रह गयी.”
“नही मैं चेक करके आया हूँ. सब जा चुके हैं.”
“ऐसा कैसे हो गया मैं तो बाहर ही खड़ा था.”
सौरभ ने श्रद्धा को फोन मिलाया.
“हेलो श्रद्धा…पूजा घर पहुँच गयी क्या?”
“नही वो तो नही आई अब तक…क्यों क्या हुआ सब ठीक तो है.”
“मैं बाद में बात करता हूँ…अभी थोड़ा बिज़ी हूँ.”
सौरभ को टेन्षन होने लगी कि पूजा कहा गयी.
“कहाँ गयी होगी मेरी जान. ऐसे तो कभी कही नही जाती. उसे पता भी था कि मैं उसे लेने आउन्गा.”
सौरभ सोच में पड़ गया.
तभी अचानक उसे ख्याल आया कि कही पूजा को साइको ने तो किडनॅप नही कर लिया. ये ख्याल आते ही उसकी रूह काँप उठी. पूजा से बहुत प्यार करता था सौरभ उसके लिए कोई भी बुरी बात नही सोच सकता था.
सौरभ ने गौरव को फोन मिलाया और उसे सारी बात बता दी.
“अगर पूजा को साइको ने किडनॅप किया है तो वो ज़रूर तुझसे कॉंटॅक्ट करेगा. तू ऐसा कर अपने घर जा. हो सकता है वहाँ उसने कोई मेसेज छोड़ा हो तेरे लिए.”
“यार मेरे हाथ पाँव काम नही कर रहे. पूजा को कुछ हो गया तो मैं कही का नही रहूँगा.”
“समझ सकता हूँ सौरभ. तुम ऐसा करो अपने घर पहुँचो. मैं भी वही पहुँचता हूँ.” गौरव ने कहा.
सौरभ तुरंत बायक स्टार्ट करके अपने घर की तरफ चल दिया. घर पहुँच कर जैसे ही उसने अपना दरवाजा खोला उसे दरवाजे के पास एक काग़ज़ पड़ा मिला उस पर कुछ लिखा था. सौरभ ने उसे उठाया और पढ़ने लगा.
“मिस्टर सौरभ, कैसे हो तुम. तुमने मुझे बहुत परेशान किया है. मगर अब मेरी बारी है. कब से तुम्हारे लिए एक प्लान ढूंड रहा था. समझ में नही आ रहा था कि कैसी मौत दी जाए तुम्हे. तुम पर नज़र रखी तो पता चला कि तुम एक लड़की पर फिदा हो. मेरा काम आसान हो गया.पूजा मेरे कब्ज़े में है. बिल्कुल नंगी पड़ी है मेरे सामने. वैसे मैं अपने विक्टिम से सेक्स नही करता पर तुम्हारी पूजा ने तो खड़ा कर दिया मेरा लंड. बला की खूबसूरत है साली. मन कर रहा है इसकी लेने का. ले लूँ क्या हाहहहाहा. मेरे दूसरे लेटर का इंतेज़ार करना. और हां अपने दोस्त गौरव से बोलना कि रीमा की शादी में ज़रूर जाए. वहां उसके लिए कुछ ख़ास करने वाला हूँ मैं हिहिहीही.”
सौरभ की आँखे गुस्से से लाल हो गयी. “तुझे वो मौत दूँगा मैं कि तेरी रूह काँप उठेगी साले कुत्ते कमिने साइको.” सौरभ चिल्लाया.