03-01-2020, 10:07 AM
Update 103
अंकिता हॉस्पिटल के कमरे में उदास पड़ी थी.
सुबह उसने गौरव को इग्नोर किया था और ठीक से बात भी नही की थी. लेकिन जबसे उसे गौरव के सस्पेंशन का पता चला था तब से बार-बार दरवाजे की ओर देखती थी. कुछ भी आहट होती थी तो आँखो में उम्मीद लेकर दरवाजे की ओर देखती थी कि कही गौरव तो नही.
"गौरव बहुत बुरा लग रहा है मुझे. तुम्हे बात किए बिना ही भगा दिया यहा से. पता नही क्या हो गया था मुझे. चौहान ने जो कुछ बताया तुम्हारे और उसकी बहन के बारे में वो सब सुन कर बहुत बुरा लगा. तुमने मुझे कुछ क्यों नही बताया जबकि मैने तुमसे पूछा भी था. अच्छा नही लगा ये सब सुन कर." अंकिता मन ही मन सोच रही थी.
अंकिता ने फोन उठाया और गौरव को फोन मिलाया. मगर नेटवर्क बिज़ी होने के कारण फोन मिल नही पाया. गौरव ने भी अंकिता का फोन ट्राइ किया मगर एक बार भी नंबर नही मिला.अक्सर वक्त पड़ने पर कम्यूनिकेशन नही हो पाता. ऐसा ही कुछ अंकिता और गौरव के साथ हो रहा था.
“कही मेडम ने मेरे नंबर पर डाइवर्ट तो नही लगा दिया.” गौरव ने सोचा.
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अंकिता हॉस्पिटल के कमरे में उदास पड़ी थी.
सुबह उसने गौरव को इग्नोर किया था और ठीक से बात भी नही की थी. लेकिन जबसे उसे गौरव के सस्पेंशन का पता चला था तब से बार-बार दरवाजे की ओर देखती थी. कुछ भी आहट होती थी तो आँखो में उम्मीद लेकर दरवाजे की ओर देखती थी कि कही गौरव तो नही.
"गौरव बहुत बुरा लग रहा है मुझे. तुम्हे बात किए बिना ही भगा दिया यहा से. पता नही क्या हो गया था मुझे. चौहान ने जो कुछ बताया तुम्हारे और उसकी बहन के बारे में वो सब सुन कर बहुत बुरा लगा. तुमने मुझे कुछ क्यों नही बताया जबकि मैने तुमसे पूछा भी था. अच्छा नही लगा ये सब सुन कर." अंकिता मन ही मन सोच रही थी.
अंकिता ने फोन उठाया और गौरव को फोन मिलाया. मगर नेटवर्क बिज़ी होने के कारण फोन मिल नही पाया. गौरव ने भी अंकिता का फोन ट्राइ किया मगर एक बार भी नंबर नही मिला.अक्सर वक्त पड़ने पर कम्यूनिकेशन नही हो पाता. ऐसा ही कुछ अंकिता और गौरव के साथ हो रहा था.
“कही मेडम ने मेरे नंबर पर डाइवर्ट तो नही लगा दिया.” गौरव ने सोचा.
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