Thread Rating:
  • 4 Vote(s) - 1.75 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery बात एक रात की - The Immortal Romance - {Completed}
आशुतोष दरवाजा पीट-ता रहा मगर अपर्णा ने दरवाजा नही खोला. वो कुण्डी बंद करके दरवाजे के सहारे ही खड़ी थी. उसका दिल बहुत ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था. प्यार का इज़हार जो कर बैठी थी वो. माथे पर पसीने थे उसके. आशुतोष से नज़रे मिलाना अब मुश्किल था उसके लिए.

 
फँसा ही लिया इसने मुझे अपने जाल में. पर मैं वो घिनोना सपना कभी पूरा नही होने दूँगी. प्यार का ये मतलब नही है कि ये मेरे साथ हवस का नंगा नाच खेलेगा.” अपर्णा ने खुद से कहा.
 
अपर्णा जी प्लीज़ दरवाजा खोलिए. ये सब ठीक नही है. क्यों सता रही हैं आप मुझे.” आशुतोष ने कहा.
 
देखो तुम्हारे साथ और लोग भी हैं. वो लोग सुन लेंगे तो क्या कहेंगे. क्यों मेरी बदनामी करवाने पर तुले हो.”
 
कोई कुछ नही सुन रहा है. आप दरवाजा खोलिए प्लीज़. हमारा बात करना बहुत ज़रूरी है. क्या आप प्यार का इज़हार करके मुझे यू तड़प्ता छोड़ देंगी.”
 
अपर्णा ने दरवाजा खोला और बोली, “ज़्यादा स्मार्ट बन-ने की कोशिश मत करना मेरे साथ. बाकी लड़कियों के साथ जो किया वो मेरे साथ नही चलेगा. क्या मतलब है तड़प्ता छोड़ देने का. इतनी जल्दी तुम ये सब सोचने लग गये.”
 
आशुतोष को कुछ समझ नही आया. वो समझता भी कैसे. उसे अपर्णा के सपने के बारे में कुछ नही पता था.
 
आप क्यों नाराज़ हो रही हैं. क्या आपको नही लगता कि हमें शांति से बैठ कर कुछ प्यारी बाते करनी चाहिए. आज बहुत बड़ा दिन है हमारे लिए.”
 
हां आख़िर कार तुम कामयाब हो गये. हो गया मुझे तुमसे प्यार. पर इस से ज़्यादा कुछ और मत सोचना.”
 
मैं कुछ नही सोच रहा हूँ. मुझे कुछ समझ नही रहा कि आप क्या कहना चाहती हैं.”
 
मुझे नही पता कि इस प्यार का मतलब क्या है. हां पर प्यार कर बैठी हूँ तुमसेपता नही क्यों..जबकि मैं तुमसे दूर रहना चाहती थी.”
 
क्या आप पछता रही हैंअगर ऐसा है तो ये प्यार मत कीजिए. आपको किसी उलझन में नही देखना चाहता हूँ मैं.”
 
तुम मुझे प्यार क्यों करते होक्या बता सकते हो मुझे. झूठ मत बोलना.” अपर्णा ने पूछा.
 
अपर्णा जी आपकी तरह मुझे भी नही पता कि इस प्यार का मतलब क्या है. हां बस प्यार हो गया आपसे. क्यों हुआ ये प्यार इसका जवाब मेरे पास नही है. बस इतना जानता हूँ कि आपकी म्रिग्नय्नि सी आँखो में खो गया हूँ मैं.”
 
मेरी आँखे क्या म्रिग्नय्नि हैं…” अपर्णा ने पूछा.
 
आपको नही पता क्या? …मुझे डुबो दिया म्रिग्नय्नि आँखो में और खुद अंजान बनी बैठी हैं आप.”
 
ये फ्लर्ट है या प्यार…”
 
आपको क्या लगता है…” आशुतोष ने हंसते हुए कहा.
 
मुझे लगता है कि तुम मेरे साथ कोई खेल, खेल रहे हो.” अपर्णा ने कहा.
 
प्यार करते हैं हम आपसे, कोई मज़ाक नही. और हमें कोई खेल, खेलना नही आता. दिल में प्यार रखते हैं आपके लिएअपना दिल निकाल कर आपके कदमो में रख देंगे.”
 
ये सुन कर एक मध्यम सी मुस्कान उभर आई अपर्णा के होंटो पर. आशुतोष वो मुस्कान बस देखता ही रह गया.
 
ऐसे क्या देख रहे हो.”
 
अगर थप्पड़ नही मारेंगी तो एक बात कहूँ.”
 
अब थप्पड़ क्यों मारूँगी तुम्हे…”
 
बहुत प्यारी मुस्कान है आपकी. बहुत दिनो बाद आपके होंटो पर ये मुस्कान देखी मैने. हमेशा यू ही मुस्कुराती रहना आप.”
 
अपर्णा की आँखे टपक गयी ये सुन कर. आशुतोष ने भी उसके आंशु देख लिए.
 
क्या हुआक्या मैने कुछ ग़लत कहा. देखिए मेरी बातों में ज़रा सा भी फ्लर्ट नही है. आपको प्यार करता हूँ. कभी झूठी तारीफ़ नही करूँगाफ्लर्ट झूठा होता है और प्यार सच्चा.”
 
मम्मी, पापा मेरी वजह से मारे गये. ये खाली घर खाने को दौड़ता है. हर तरफ उनकी यादें बिखरी पड़ी हैं. बहुत ही दुखी हूँ मैं. ऐसे में भी क्यों मुस्कुरा उठी तुम्हारी बात पर पता नही मुझे…”
 
ये तो अच्छी बात है. सब कुछ भूल कर हमें आगे बढ़ना होगा.”
 
हमें मतलब?” अपर्णा ने अपने आँसू पोंछते हुए कहा
 
क्या इस प्यार में अकेले चलेंगी आपक्या मुझे हक़ नही कि आपके साथ चलूं कदम से कदम मिला कर.”
Like Reply


Messages In This Thread
RE: बात एक रात की - The Immortal Romance - {Completed} - by usaiha2 - 02-01-2020, 05:50 PM



Users browsing this thread: 10 Guest(s)