02-01-2020, 03:16 PM
Update 85
“नज़र तो बहुत कुछ आया मगर अंगूर कुछ इस तरह ज़ोर मार रहें हैं आपके टॉप के पीछे से कि देखता ही रह गया. दे आर वेरी शार्प, कही फाड़ ना दें आपके टॉप को.”
“अच्छा.”
“जी हां, वैसे आप बहुत अच्छी लग रही हैं.”
“फ्लर्ट में तो माहिर हैं आप. बैठिए आप मैं चाय लाती हूँ. कुछ तो लेना ही पड़ेगा आपको.”
गौरव ने आगे बढ़ कर सिमरन का हाथ पकड़ लिया और इस से पहले की वो कुछ समझ पाती उसके होंटो को अपने होंटो में जाकड़ लिया.
“उम्म्म्म… छोड़िए.” सिमरन ने कहा.
“चाय क्यों ला रही हैं. मैं बहुत कुछ लेने वाला हूँ आप चिंता ना करें. …”
“वैसे चाय के बाद मैं ज़्यादा एग्ज़ाइटेड फील करती हूँ…सोच लीजिए.”
“उफ्फ अगर ऐसा है तो चाय मुझे भी दीजिए…वैसे चाय में कुछ मिलाती तो नही हैं आप .. …”
“नही बस सिंपल चाय लेती हूँ मैं.”
“कूल, ले आइए चाय, आय ऍम वेटिंग.”
गौरव सोफे पर बैठ गया. सिमरन किचन में चली गयी.
कुछ देर बाद सिमरन चाय ले कर आई. एक कप उसने गौरव को दे दिया और एक कप खुद लेकर गौरव के सामने दूसरे सोफे पर बैठ गयी.
गौरव को ना जाने क्यों सिमरन पर कुछ शक हो रहा था. वो सोफे से उठा और बोला, “आइए अपने कप एक्सचेंज कर लेते हैं, इस से प्यार बढ़ता है.”
गौरव को लग रहा था कि अगर उसने उसके कप में कुछ मिलाया होगा तो वो कप एक्सचेंज करने से मना कर देगी. मगर सिमरन ने चुपचाप मुस्कुराते हुए कप एक्सचेंज कर लिए.
“ह्म्म अच्छी चाय बनाई है आपने. देखने वाली बात अब ये है की आप कितनी एग्ज़ाइट होती हैं चाय पे कर. शायद मुझे एग्ज़ाइट्मेंट में एक ब्लो जॉब मिल जाए.”
“हाहाहा…इतनी भी एग्ज़ाइट नही होती हूँ मैं की किसी का डिक मूह में ले लूँ.”
“वैसे इतना एग्ज़ाइट करने के लिए क्या करना होगा मुझे, आइ वॉंट टू प्लेस माय डिक बेटवीन योर ब्यूटिफुल लिप्स.” गौरव ने हंसते हुए कहा.
“तुम कुछ नही कर सकते, आइ डॉन’ट लाइक सकिंग. …” सिमरन भी हंसते हुए बोली.
गौरव सिमरन के पास आया और उसे उसका हाथ पकड़ कर सोफे से उठा लिया और बोला, “आपको क्या पसंद है और क्या नही वो सब हम बाद में देखेंगे, मुझे अपने अंगूर दे दीजिए फिलहाल …”
“अंगूर खट्टे हुए तो ?”
“इतनी सुंदर बगिया के अंगूर खट्टे हो ही नही सकते.” गौरव ने कहा और सिमरन के टॉप को उतारने लगा.
“वैसे चख कर देख लेता हूँ अभी ..”
“बड़े उतावले हो रहे हैं आप. रुकिये थोड़ी देर. थोड़ा बात चीत तो कर लें.”
“बात चीत भी होती रहेगी और काम भी होता रहेगा …” गौरव ने कहा और एक झटके में सिमरन का टॉप उतार कर सोफे पर फेंक दिया.
“अरे ये अंगूर तो बिना ब्रा के ही टॉप के पीछे छुपे थे. तभी कहु क्यों टक्कर मार रहे हैं टॉप में. यू हॅव गॉट ब्यूटिफुल बूब्स सिमरन.”
“अच्छा”
“हां, बहुत सुंदर हैं…लेट मी सक देम नाओ.” गौरव ने सिमरन के बायें बूब्स को थाम लिया और उसके निपल्स को चूसने लगा.
“आअहह….इतनी जल्दी सब शुरू हो जाएगा मैने सोचा नही था.”
“आपने मुझे घर बुला लिया अपने तो जल्दी तो मुझे करनी ही थी हहहे.”
“यू आर डर्टी कॉप.”
“आइ नो, बट आय ऍम हार्मलेस…”
“आअहह दाँत मार दिए और बोलते हो हार्मलेस …”
“सॉरी…सॉरी…सॉरी हड़बड़ी में गड़बड़ी हो गयी.” गौरव ने हंसते हुए कहा.
“नज़र तो बहुत कुछ आया मगर अंगूर कुछ इस तरह ज़ोर मार रहें हैं आपके टॉप के पीछे से कि देखता ही रह गया. दे आर वेरी शार्प, कही फाड़ ना दें आपके टॉप को.”
“अच्छा.”
“जी हां, वैसे आप बहुत अच्छी लग रही हैं.”
“फ्लर्ट में तो माहिर हैं आप. बैठिए आप मैं चाय लाती हूँ. कुछ तो लेना ही पड़ेगा आपको.”
गौरव ने आगे बढ़ कर सिमरन का हाथ पकड़ लिया और इस से पहले की वो कुछ समझ पाती उसके होंटो को अपने होंटो में जाकड़ लिया.
“उम्म्म्म… छोड़िए.” सिमरन ने कहा.
“चाय क्यों ला रही हैं. मैं बहुत कुछ लेने वाला हूँ आप चिंता ना करें. …”
“वैसे चाय के बाद मैं ज़्यादा एग्ज़ाइटेड फील करती हूँ…सोच लीजिए.”
“उफ्फ अगर ऐसा है तो चाय मुझे भी दीजिए…वैसे चाय में कुछ मिलाती तो नही हैं आप .. …”
“नही बस सिंपल चाय लेती हूँ मैं.”
“कूल, ले आइए चाय, आय ऍम वेटिंग.”
गौरव सोफे पर बैठ गया. सिमरन किचन में चली गयी.
कुछ देर बाद सिमरन चाय ले कर आई. एक कप उसने गौरव को दे दिया और एक कप खुद लेकर गौरव के सामने दूसरे सोफे पर बैठ गयी.
गौरव को ना जाने क्यों सिमरन पर कुछ शक हो रहा था. वो सोफे से उठा और बोला, “आइए अपने कप एक्सचेंज कर लेते हैं, इस से प्यार बढ़ता है.”
गौरव को लग रहा था कि अगर उसने उसके कप में कुछ मिलाया होगा तो वो कप एक्सचेंज करने से मना कर देगी. मगर सिमरन ने चुपचाप मुस्कुराते हुए कप एक्सचेंज कर लिए.
“ह्म्म अच्छी चाय बनाई है आपने. देखने वाली बात अब ये है की आप कितनी एग्ज़ाइट होती हैं चाय पे कर. शायद मुझे एग्ज़ाइट्मेंट में एक ब्लो जॉब मिल जाए.”
“हाहाहा…इतनी भी एग्ज़ाइट नही होती हूँ मैं की किसी का डिक मूह में ले लूँ.”
“वैसे इतना एग्ज़ाइट करने के लिए क्या करना होगा मुझे, आइ वॉंट टू प्लेस माय डिक बेटवीन योर ब्यूटिफुल लिप्स.” गौरव ने हंसते हुए कहा.
“तुम कुछ नही कर सकते, आइ डॉन’ट लाइक सकिंग. …” सिमरन भी हंसते हुए बोली.
गौरव सिमरन के पास आया और उसे उसका हाथ पकड़ कर सोफे से उठा लिया और बोला, “आपको क्या पसंद है और क्या नही वो सब हम बाद में देखेंगे, मुझे अपने अंगूर दे दीजिए फिलहाल …”
“अंगूर खट्टे हुए तो ?”
“इतनी सुंदर बगिया के अंगूर खट्टे हो ही नही सकते.” गौरव ने कहा और सिमरन के टॉप को उतारने लगा.
“वैसे चख कर देख लेता हूँ अभी ..”
“बड़े उतावले हो रहे हैं आप. रुकिये थोड़ी देर. थोड़ा बात चीत तो कर लें.”
“बात चीत भी होती रहेगी और काम भी होता रहेगा …” गौरव ने कहा और एक झटके में सिमरन का टॉप उतार कर सोफे पर फेंक दिया.
“अरे ये अंगूर तो बिना ब्रा के ही टॉप के पीछे छुपे थे. तभी कहु क्यों टक्कर मार रहे हैं टॉप में. यू हॅव गॉट ब्यूटिफुल बूब्स सिमरन.”
“अच्छा”
“हां, बहुत सुंदर हैं…लेट मी सक देम नाओ.” गौरव ने सिमरन के बायें बूब्स को थाम लिया और उसके निपल्स को चूसने लगा.
“आअहह….इतनी जल्दी सब शुरू हो जाएगा मैने सोचा नही था.”
“आपने मुझे घर बुला लिया अपने तो जल्दी तो मुझे करनी ही थी हहहे.”
“यू आर डर्टी कॉप.”
“आइ नो, बट आय ऍम हार्मलेस…”
“आअहह दाँत मार दिए और बोलते हो हार्मलेस …”
“सॉरी…सॉरी…सॉरी हड़बड़ी में गड़बड़ी हो गयी.” गौरव ने हंसते हुए कहा.