02-01-2020, 10:29 AM
गौरव आशुतोष के पास आया और बोला, "अपने पास जो भी फोटोस थे क्रिमिनल्स के उनमे से कोई नही है साइको."
"सर अभी मैं एक बात सोच रहा था, बुरा ना माने तो बोलूं"
"बेझीजक कुछ भी बोलो यार. चौहान की तरह पागल नही हूँ मैं."
"ए एस पी साहिबा पर पोलीस महकमे की गोली चली थी. अगर अस्यूम करके चलें कि साइको एक पोलीस वाला है तो पीछले दिनो की कुछ बाते गौर की मैने"
"हां हां बोलते जाओ." गौरव ने कहा.
"एक पोलीस वाले पर शक है मुझे. वो है सब इनस्पेक्टर विजय."
"ऐसा कैसे कह सकते हो तुम. मैं जानता हूँ उसे. अच्छा बंदा है वो तो"
"देखिए सर जब मेरे दोस्त सौरभ ने साइको का पेट चीर दिया था तभी से विजय छुट्टी पर चला गया. फोन किया उसने बस की मैं मुंबई शादी में जा रहा हूँ. पूरे 2 हफ्ते बाद लौटा वो ड्यूटी पर. फिर जब ए एस पी साहिबा पर गोली चली थी, तब भी वो गायब था. ये कुछ बाते हैं जो दर्साति हैं कि कुछ गड़बड़ है."
"मान-ना पड़ेगा दिमाग़ तेज चलता है तुम्हारा. यू विल बी वेरी सक्सेस्फुल इन पोलीस डेप्ट. मैं गौर करूँगा इस बात पर. आज ही खबर लेता हूँ विजय की."
"थॅंक यू सर. ये मेरा गेस है. मैं ग़लत भी हो सकता हूँ."
"इन्वेस्टिगेशन में गेस के सहारे ही आगे बढ़ना पड़ता है. जो गेस नही कर सकता वो इन्वेस्टिगेशन भी नही कर सकता. ख़ुशी हुई मुझे तुमसे मिल कर. मैं चलता हूँ अब. बी अलर्ट हियर ऑल दा टाइम."
गौरव अपनी जीप में बैठ कर वापिस चला गया.
"सर जो भी हो. ग़लत वक्त पर आए आप. पता नही कब हटेगा परदा ये अब. रोज रोज कहा अपर्णा जी हमारी तरफ ऐसे देखती हैं. पता नही क्या बात है. "
सौरभ भी टीवी पर साइको द्वारा बनाई गयी वीडियो देख कर परेशान हो गया.
"एक तो ये कमीना इतने वहान्सि तरीके से खून कर रहा है. उपर से ऐसी वीडियो बना कर मीडीया में भेज रहा है. बहुत भयानक खेल, खेल रहा है ये प्यचओ. काश मैं इसे उसी दिन मार डालता."
"सर अभी मैं एक बात सोच रहा था, बुरा ना माने तो बोलूं"
"बेझीजक कुछ भी बोलो यार. चौहान की तरह पागल नही हूँ मैं."
"ए एस पी साहिबा पर पोलीस महकमे की गोली चली थी. अगर अस्यूम करके चलें कि साइको एक पोलीस वाला है तो पीछले दिनो की कुछ बाते गौर की मैने"
"हां हां बोलते जाओ." गौरव ने कहा.
"एक पोलीस वाले पर शक है मुझे. वो है सब इनस्पेक्टर विजय."
"ऐसा कैसे कह सकते हो तुम. मैं जानता हूँ उसे. अच्छा बंदा है वो तो"
"देखिए सर जब मेरे दोस्त सौरभ ने साइको का पेट चीर दिया था तभी से विजय छुट्टी पर चला गया. फोन किया उसने बस की मैं मुंबई शादी में जा रहा हूँ. पूरे 2 हफ्ते बाद लौटा वो ड्यूटी पर. फिर जब ए एस पी साहिबा पर गोली चली थी, तब भी वो गायब था. ये कुछ बाते हैं जो दर्साति हैं कि कुछ गड़बड़ है."
"मान-ना पड़ेगा दिमाग़ तेज चलता है तुम्हारा. यू विल बी वेरी सक्सेस्फुल इन पोलीस डेप्ट. मैं गौर करूँगा इस बात पर. आज ही खबर लेता हूँ विजय की."
"थॅंक यू सर. ये मेरा गेस है. मैं ग़लत भी हो सकता हूँ."
"इन्वेस्टिगेशन में गेस के सहारे ही आगे बढ़ना पड़ता है. जो गेस नही कर सकता वो इन्वेस्टिगेशन भी नही कर सकता. ख़ुशी हुई मुझे तुमसे मिल कर. मैं चलता हूँ अब. बी अलर्ट हियर ऑल दा टाइम."
गौरव अपनी जीप में बैठ कर वापिस चला गया.
"सर जो भी हो. ग़लत वक्त पर आए आप. पता नही कब हटेगा परदा ये अब. रोज रोज कहा अपर्णा जी हमारी तरफ ऐसे देखती हैं. पता नही क्या बात है. "
सौरभ भी टीवी पर साइको द्वारा बनाई गयी वीडियो देख कर परेशान हो गया.
"एक तो ये कमीना इतने वहान्सि तरीके से खून कर रहा है. उपर से ऐसी वीडियो बना कर मीडीया में भेज रहा है. बहुत भयानक खेल, खेल रहा है ये प्यचओ. काश मैं इसे उसी दिन मार डालता."