01-01-2020, 04:43 PM
अंकिता और गौरव थाने वापिस आ गये. अंकिता बिना कुछ कहे अपने केबिन की तरफ चली गयी. गौरव ने कुछ भी कहना ठीक नही समझा क्योंकि ए एस पी साहिबा सारा गुस्सा उस पर निकाल सकती थी.
अंकिता ने थोड़ी देर बाद खुद ही गौरव को अपने पास बुला लिया.
"कहिए मेडम क्या हुक्म है?" गौरव ने कहा.
"केस फाइल पढ़के तुम्हे क्या लगता है" अंकिता ने पूछा.
"देखिए मेडम अभी तक तो मुझे बस 2 बाते ही काम की लगी हैं. एक विटनेस है अपर्णा जिसने साइको को देखा है. जितने भी क्रिमिनल्स की फोटोस हमारे पास हैं वो सभी अपर्णा को दिखानी होंगी. शायद ये साइको कोई पुराना मुजरिम हो. दूसरी बात काम की है उस आदमी का नाम जो उस रात सुरिंदर से मिलने आया था. लेकिन वो नाम अधूरा है. केके का कुछ भी मतलब हो सकता है. मैं कल अपर्णा से मिलूँगा. उसे सभी क्रिमिनल्स की फोटोस देखाउन्गा. हो सकता है उनमे से ही हो कोई साइको. इसी बहाने अपर्णा से मुलाकात भी हो जाएगी."
"क्या तुम जानते हो अपर्णा को."
"जी हां. कॉलेज में पढ़ते थे हम साथ."
"इस चौहान ने कोई काम ढंग का नही किया. क्रिमिनल्स की फोटोस तो बहुत पहले दिखानी चाहिए थी अपर्णा को."
"एक बात और है मेडम. ज़्यादा तर मर्डर जंगल के आस पास हुए हैं. ज़रूर कुछ गड़बड़ है जंगल में."
"ओह हां आशुतोष भी यही कह रहा था."
"कौन आशुतोष मेडम?"
"सब इनस्पेक्टर है वो. अभी थोड़े दिन पहले ही जॉइन किया है उसने. मैने उसे 24 घंटे अपर्णा की प्रोटेक्शन की ड्यूटी पर लगा दिया है."
"ये काम किसी नौसिखिए को नही देना चाहिए था मेडम."
"मेरी जड्ज्मेंट पर सवाल मत करना कभी. इज़ देट क्लियर."
"जी मेडम सब कुछ क्लियर है"
"देखो एक बात ध्यान से सुनो. एक बात और है जो तुम्हे फाइल में नही मिलेगी." अंकिता ने जंगल की घटना सुनाई.
"उस साइको ने जो गोली चलाई थी मुझ पर वो पोलीस महकमे की है. मुझे यहाँ किसी पर विश्वास नही है. इसलिए आशुतोष को अपर्णा की सुरक्षा पर लगाया है. और इसी लिए तुम्हारा सस्पेंशन कैंसिल करवा कर तुम्हे ये केस सौंपा है. अब समझे कुछ. बिना सोचे समझे कुछ मत बोला करो." अंकिता ने कहा.
"सॉरी मेडम" गौरव का चेहरा लटक गया.
"इट्स ओके...पर आगे से ध्यान रखना. मेरे सामने सोच समझ कर बोलना."
"ध्यान रखूँगा मेडम."
"ये अपर्णा को फोटोस दिखाने वाला आइडिया अच्छा है. यही काम करो पहले" अंकिता ने कहा.
"बिल्कुल मेडम. पर ये काम कल ही हो पाएगा. सभी क्रिमिनल्स की फोटोस उपलब्ध नही है आज."
"तब तक फील्ड एंक्वाइरी करो. किसी को कुछ तो पता होगा साइको के बारे में."
"वही करने जा रहा हूँ मेडम. आप इज़ाज़त दे तो मैं चलु."
"येस ऑफ कोर्स...गुड लक."
गौरव कमरे से बाहर आ गया. "भोलू जीप लग्वाओ मेरी हमें फील्ड में निकलना है."
अंकिता ने थोड़ी देर बाद खुद ही गौरव को अपने पास बुला लिया.
"कहिए मेडम क्या हुक्म है?" गौरव ने कहा.
"केस फाइल पढ़के तुम्हे क्या लगता है" अंकिता ने पूछा.
"देखिए मेडम अभी तक तो मुझे बस 2 बाते ही काम की लगी हैं. एक विटनेस है अपर्णा जिसने साइको को देखा है. जितने भी क्रिमिनल्स की फोटोस हमारे पास हैं वो सभी अपर्णा को दिखानी होंगी. शायद ये साइको कोई पुराना मुजरिम हो. दूसरी बात काम की है उस आदमी का नाम जो उस रात सुरिंदर से मिलने आया था. लेकिन वो नाम अधूरा है. केके का कुछ भी मतलब हो सकता है. मैं कल अपर्णा से मिलूँगा. उसे सभी क्रिमिनल्स की फोटोस देखाउन्गा. हो सकता है उनमे से ही हो कोई साइको. इसी बहाने अपर्णा से मुलाकात भी हो जाएगी."
"क्या तुम जानते हो अपर्णा को."
"जी हां. कॉलेज में पढ़ते थे हम साथ."
"इस चौहान ने कोई काम ढंग का नही किया. क्रिमिनल्स की फोटोस तो बहुत पहले दिखानी चाहिए थी अपर्णा को."
"एक बात और है मेडम. ज़्यादा तर मर्डर जंगल के आस पास हुए हैं. ज़रूर कुछ गड़बड़ है जंगल में."
"ओह हां आशुतोष भी यही कह रहा था."
"कौन आशुतोष मेडम?"
"सब इनस्पेक्टर है वो. अभी थोड़े दिन पहले ही जॉइन किया है उसने. मैने उसे 24 घंटे अपर्णा की प्रोटेक्शन की ड्यूटी पर लगा दिया है."
"ये काम किसी नौसिखिए को नही देना चाहिए था मेडम."
"मेरी जड्ज्मेंट पर सवाल मत करना कभी. इज़ देट क्लियर."
"जी मेडम सब कुछ क्लियर है"
"देखो एक बात ध्यान से सुनो. एक बात और है जो तुम्हे फाइल में नही मिलेगी." अंकिता ने जंगल की घटना सुनाई.
"उस साइको ने जो गोली चलाई थी मुझ पर वो पोलीस महकमे की है. मुझे यहाँ किसी पर विश्वास नही है. इसलिए आशुतोष को अपर्णा की सुरक्षा पर लगाया है. और इसी लिए तुम्हारा सस्पेंशन कैंसिल करवा कर तुम्हे ये केस सौंपा है. अब समझे कुछ. बिना सोचे समझे कुछ मत बोला करो." अंकिता ने कहा.
"सॉरी मेडम" गौरव का चेहरा लटक गया.
"इट्स ओके...पर आगे से ध्यान रखना. मेरे सामने सोच समझ कर बोलना."
"ध्यान रखूँगा मेडम."
"ये अपर्णा को फोटोस दिखाने वाला आइडिया अच्छा है. यही काम करो पहले" अंकिता ने कहा.
"बिल्कुल मेडम. पर ये काम कल ही हो पाएगा. सभी क्रिमिनल्स की फोटोस उपलब्ध नही है आज."
"तब तक फील्ड एंक्वाइरी करो. किसी को कुछ तो पता होगा साइको के बारे में."
"वही करने जा रहा हूँ मेडम. आप इज़ाज़त दे तो मैं चलु."
"येस ऑफ कोर्स...गुड लक."
गौरव कमरे से बाहर आ गया. "भोलू जीप लग्वाओ मेरी हमें फील्ड में निकलना है."