01-01-2020, 01:15 PM
Update 58
"मैने पढ़ी है ये स्टोरी."
"क्या फिर तो आप सब जानती हैं."
"जी बिल्कुल आपको झीजकने की ज़रूरत नही है. एक खुब्शुरत कहानी पढ़ रहें हैं आप."
"लो जी एक और रेकमेंडेशन मिल गयी. एफ.जे. बडी, जावेद भाई, और मनीस भाई के साथ आपका नाम भी जुड़ गया."
"मैं कुछ समझी नही."
"इन लोगो ने जतिन भाई की ये स्टोरी मुझे रेकमेंड की थी और मैं बस इसी में उलझा हुआ हूँ."
"फिर तो वो इंट्रेस्टिंग लोग हैं."
"कोई इंट्रेस्टिंग नही हैं. दूर रहना आप इन लोगो से. इनका कोई भरोसा नही."
"चलिए आप पढ़िए. मुझे भी पढ़ने दीजिए."
"आपका नाम जान सकता हूँ?"
"रीमा." लड़की ने जवाब दिया.
"ओ.ऍम.जी. कही आप रीमा थे गोल्डन गर्ल तो नही... " गौरव ने कहा.
"जी नही... वैसे कौन है ये?"
"आपने ये स्टोरी आशुतोष के ब्लॉग पर नही पढ़ी."
"नही मेरी एक सहेली ने ये मुझे मैल की थी."
"तभी...पढ़ती तो पहले ही चॅप्टर में जान जाती उस रीमा को."
"आप पढ़िए. मैं अपना नॉवेल पढ़ना चाहती हूँ." रीमा ने कहा.
"मैने अभी पहला चॅप्टर फीनिस किया है. कुछ डिस्कस करें इस बारे में. आपको क्या लगता है क्या ऋतु ग़लत है. और बिल्लू के बारे में क्या कहना है आपका."
"आप पढ़ लीजिए आराम से. मैं अपना नॉवेल पढ़ना चाहती हूँ."
"वैसे उस दोपहर क्या सीन बना था. बिल्लू ने बड़ी चालाकी से ऋतु को एमोशनल करके उसकी ले ली"
रीमा की तो साँसे अटक गयी ये सुन के, "एक्सक्यूस मी मैं सब पढ़ चुकी हूँ. आप आगे पढ़िए ना. पहले ही चॅप्टर पे अटके रहोगे क्या."
"ओह हां अब आगे ही बढ़ना है. क्या कभी आपके सामने ऐसी स्तिथि आई जैसी की ऋतु के सामने आई थी."
"क्या करेंगे जान कर. मैं अपनी पर्सनल लाइफ डिस्कस नही करना चाहती. प्लीज़ अपनी कहानी पढ़िए और मुझे मेरी पढ़ने दीजिये."
"ओके...ओके फाइन वित मी."
गौरव पढ़ने में खो गया. अब इतनी जबरदस्त एरॉटिका पढ़ेगा तो भड़केगा तो है ही. पढ़ते पढ़ते उसका हाथ अपने लिंग पर पहुँच गया और उसे सहलाने लगा.
रीमा की नज़र भी चली गयी गौरव पर और उसकी पेण्ट में बने तंबू पर. वो देख कर हल्का सा मुस्कुरा दी.
गौरव ने देख लिया उसे हंसते हुए और तुरंत अपना हाथ हटा लिया अपने लिंग से.
"ओह सॉरी...ध्यान ही नही रहा की आप बैठी हैं सामने."
"कोई बात नही होता है ऐसा."
"तो क्या बाहर निकाल कर आराम से पढ़ लू"
"क्या मतलब?"
"कुछ नही मैं ये कह रहा था कि मुझे विश्वास नही हुआ कि आपने ये कहानी पढ़ी."
"पूरी पढ़ लेंगे तो विश्वास हो जाएगा. ये मेरी फेवरिट स्टोरी है."
"मैने पढ़ी है ये स्टोरी."
"क्या फिर तो आप सब जानती हैं."
"जी बिल्कुल आपको झीजकने की ज़रूरत नही है. एक खुब्शुरत कहानी पढ़ रहें हैं आप."
"लो जी एक और रेकमेंडेशन मिल गयी. एफ.जे. बडी, जावेद भाई, और मनीस भाई के साथ आपका नाम भी जुड़ गया."
"मैं कुछ समझी नही."
"इन लोगो ने जतिन भाई की ये स्टोरी मुझे रेकमेंड की थी और मैं बस इसी में उलझा हुआ हूँ."
"फिर तो वो इंट्रेस्टिंग लोग हैं."
"कोई इंट्रेस्टिंग नही हैं. दूर रहना आप इन लोगो से. इनका कोई भरोसा नही."
"चलिए आप पढ़िए. मुझे भी पढ़ने दीजिए."
"आपका नाम जान सकता हूँ?"
"रीमा." लड़की ने जवाब दिया.
"ओ.ऍम.जी. कही आप रीमा थे गोल्डन गर्ल तो नही... " गौरव ने कहा.
"जी नही... वैसे कौन है ये?"
"आपने ये स्टोरी आशुतोष के ब्लॉग पर नही पढ़ी."
"नही मेरी एक सहेली ने ये मुझे मैल की थी."
"तभी...पढ़ती तो पहले ही चॅप्टर में जान जाती उस रीमा को."
"आप पढ़िए. मैं अपना नॉवेल पढ़ना चाहती हूँ." रीमा ने कहा.
"मैने अभी पहला चॅप्टर फीनिस किया है. कुछ डिस्कस करें इस बारे में. आपको क्या लगता है क्या ऋतु ग़लत है. और बिल्लू के बारे में क्या कहना है आपका."
"आप पढ़ लीजिए आराम से. मैं अपना नॉवेल पढ़ना चाहती हूँ."
"वैसे उस दोपहर क्या सीन बना था. बिल्लू ने बड़ी चालाकी से ऋतु को एमोशनल करके उसकी ले ली"
रीमा की तो साँसे अटक गयी ये सुन के, "एक्सक्यूस मी मैं सब पढ़ चुकी हूँ. आप आगे पढ़िए ना. पहले ही चॅप्टर पे अटके रहोगे क्या."
"ओह हां अब आगे ही बढ़ना है. क्या कभी आपके सामने ऐसी स्तिथि आई जैसी की ऋतु के सामने आई थी."
"क्या करेंगे जान कर. मैं अपनी पर्सनल लाइफ डिस्कस नही करना चाहती. प्लीज़ अपनी कहानी पढ़िए और मुझे मेरी पढ़ने दीजिये."
"ओके...ओके फाइन वित मी."
गौरव पढ़ने में खो गया. अब इतनी जबरदस्त एरॉटिका पढ़ेगा तो भड़केगा तो है ही. पढ़ते पढ़ते उसका हाथ अपने लिंग पर पहुँच गया और उसे सहलाने लगा.
रीमा की नज़र भी चली गयी गौरव पर और उसकी पेण्ट में बने तंबू पर. वो देख कर हल्का सा मुस्कुरा दी.
गौरव ने देख लिया उसे हंसते हुए और तुरंत अपना हाथ हटा लिया अपने लिंग से.
"ओह सॉरी...ध्यान ही नही रहा की आप बैठी हैं सामने."
"कोई बात नही होता है ऐसा."
"तो क्या बाहर निकाल कर आराम से पढ़ लू"
"क्या मतलब?"
"कुछ नही मैं ये कह रहा था कि मुझे विश्वास नही हुआ कि आपने ये कहानी पढ़ी."
"पूरी पढ़ लेंगे तो विश्वास हो जाएगा. ये मेरी फेवरिट स्टोरी है."