01-01-2020, 01:14 PM
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New cheractor – Thired Hero
गौरव पांडे
रात के 10 बज रहे थे और एक ट्रेन देहरादून की तरफ बढ़ रही थी. सुबह 7 बजे तक ही पहुँच पाएगी ट्रेन देहरादून.
एक हसीन सी लड़की कोई 21 साल की अपनी सीट पर बैठ कर नॉवेल पढ़ रही थी. नॉवेल का नाम था 'दा टाइम मशीन'. अकेली थी वो एसी-2 के उस बर्थ में. खोई थी नॉवेल में पूरी तरह.
अचानक ट्रेन रुकी और मामला बिगड़ गया. ढेर सारा सामान लेकर आ गया एक लड़का. कोई 25-26 साल का था दिखने में.
"उफ्फ इतना सारा समान कहा अड्जस्ट होगा. एक बेग मैं छोड़ सकता था. ट्रेन चल पड़ी और वो लड़का समान अड्जस्ट करने में लग गया. बहुत तूफान मचा रखा था उसने बर्थ में.
"एक्सक्यूस मी. यहाँ कोई और भी है. यू आर डिसटरबिंग मी."
"आप पे तो सबसे पहले नज़र गयी थी. सॉरी समान ज़्यादा था. हो गया अड्जस्ट अब. प्लीज़ कंटिन्यू वित योर नॉवेल. बाय दा वे आइ ऍम गौरव. गौरव पांडे. देहरादून जा रहा हूँ. क्या आप भी वही जा रही हैं."
"जी हां. अब डिस्टर्ब मत करना. आय ऍम रीडिंग."
"ऑफ कोर्स" गौरव हंस दिया. "ह्म्म टाइम मशीन पढ़ रही हैं आप. गुड. एच.जी वेल्स का ये नॉवेल पीछले साल पढ़ा था मैने. बहुत इंट्रेस्टिंग है."
लड़की ने गौरव की बातो का कोई जवाब नही दिया और नॉवेल पढ़ने में व्यस्त हो गयी. "स्टुपिड" उसने मन ही मन कहा.
"शूकर है भाई मोबायल है. मैं भी छोटी सी भूल पढ़ता हूँ बैठ कर. आप भी पढ़िए हम भी पढ़ते हैं. गौरव बोल कर लड़की के सामने वाली सीट पर बैठ गया.
लड़की ने उत्सुकता से उसकी और देखा और बोली, "आप छोटी सी भूल पढ़ रहे हैं. किस बारे में है ये?"
"जी हां. ये एक लड़की की कहानी है जो की छोटी सी भूल करके फँस जाती है. सिंपल सी स्टोरी है कोई ऐसी वैसी बात नही है इसमे. कॉलेज की एक लड़की एग्ज़ॅम मे ग़लती करके पछताती है. नकल करते पकड़ी जाती है." गौरव झूठी कहानियाँ सुना देता है. अब कैसे बताए कि वो एरॉटिक स्टोरी पढ़ रहा है...