01-01-2020, 01:05 PM
अंधेरा था चारो तरफ. घनघोर अंधेरा. उसकी आँख खुली तो वो बहुत घबरा गयी. पहले तो उसे लगा कि ये एक सपना है मगर नही ये सपना नही था. वो अंधेरे में हाथ मारते हुए उठ गयी. "कहा हूँ मैं" उसने सोचा.
वो अंधेरे में हाथ मारते हुए इधर उधर भटक रही थी. अचानक वो किसी से टकरा गयी. "क...क...कौन है" और वो वहाँ से पीछे हट गयी.
"पहले तुम बताओ तुम कौन हो?" उसे आवाज़ आई.
"क्या मज़ाक है ये. मैं यहाँ कैसे आई."
"क्या तुम्हारी आँख भी यही खुली है. मुझे भी अभी होश आया और खुद को इस अंधेरी जगह पाया."
तभी एक बल्ब वहाँ जगमगा उठा और कमरे में रोशनी हो गयी. दोनो की नज़र एक दूसरे पर पड़ी. लड़की जवान थी. कोई 21-22 साल की होगी. आदमी 40-45 का लगता था. उन्होने एक दूसरे को देखा और काई सवाल उनके मन में उभर आए.
"वेलकम हियर. स्वागत है आप दोनो का यहाँ." कुर्सी पर बैठा नकाब पोश बोला.
दोनो ये सुन कर हैरान रह गये. उन्हे लगा था कि वो दोनो वहाँ अकेले हैं.
"कौन हो तुम भाई और हमे यहाँ क्यों लाया गया है." आदमी ने पूछा.
"साइको किलर से उसकी पहचान पूछते हो. ज़्यादा सवाल करोगे तो अभी काट डालूँगा."
दोनो ये सुनते ही थर थर काँपने लगते हैं.
"क्या चाहते हैं आप हमसे?" आदमी ने पूछा.
"इस लड़की का रेप करो. ये लड़की बचने को कोशिश करेगी. तुम रेप करने में कामयाब रहे तो तुम्हे छोड़ दूँगा और इस लड़की को काट डालूँगा. अगर ये तुम्हारे रेप अटम्ट से बच जाएगी तो इसे यहाँ से जाने दूँगा और तुम्हे काट डालूँगा. सिंपल सी गेम है चलो शुरू हो जाओ." साइको ने कहा.
दोनो ये सुन कर भोंचके रह गये. "ये क्या बकवास है, तुम ऐसा नही कर सकते हमारे साथ." लड़की ने कहा.
"एक घंटे का वक्त है तुम दोनो के पास ये गेम खेलने का. नही खेलोगे तो दोनो मरोगे. खेल में एक की जान बच सकती है." साइको ने कहा.
"देखो मैं ऐसा नही कर सकता...प्लीज़ हमें जाने दो."
साइको ने बंदूक निकाल ली और आदमी को निशाना बनाया.
"रूको....मैं कोशिश करूँगा." आदमी ने कहा.
"व्हाट! तुम मेरा रेप करोगे इस साइको से डर कर. मैं ये हरगिज़ नही होने दूँगी."
"हा...हा...हा...हे...हे...यही तो सारी गेम है. ये लड़की तो बड़ी जल्दी समझ गयी." साइको क्रूरता से हंस कर बोला. "वक्त बर्बाद मत करो वरना दोनो मारे जाओगे."
आदमी लड़की के पास आया और उसे दबोच लिया, "मुझे यहाँ से जींदा निकलना है."
लड़की ने उसे ज़ोर से धक्का मारा और वो दूर जा कर गिरा. "पागल मत बनो. ये वैसे भी हमें छोड़ने वाला नही है."
लेकिन आदमी उठ कर इस बार बुरी तरह टूट पड़ा लड़की पर. उसने इतना मारा उसे कि वो गिर गयी ज़मीन पर ."मुझे माफ़ करना पर मैं मरना नही चाहता"
लड़की जीन्स पहने थी. आदमी ने जीन्स के बटन खोल कर जीन्स नीचे सरका दी.
"नही रुक जाओ. पागल मत बनो. आय ऍम वर्जिन. ऐसा मत करो."
आदमी ने चार पाँच थप्पड़ जड़ दिए लड़की के मूह पर. "समझने की कोशिश करो मैं मरना नही चाहता.
"बहुत खूब. तुम यहाँ से बाहर ज़रूर निकलोगे." साइको ने कहा.
आदमी ने जीन्स निकाल दी लड़की की और उसकी पॅंटी भी खींच कर फुर्ती से उसके शरीर से अलग कर दी. उसने अपने लंड को बाहर निकाला और लड़की की टांगे फैला कर.................................
"आआअहह नहियीईईईईईईईईईई" लड़की दर्द से कराह उठी.
लेकिन अगले ही पल वो आदमी भी दर्द से चिल्लाया.
"ओह...नो." उसकी गर्दन में चाकू गोंप दिया था साइको ने.
लड़की ने ये सब अपनी आँखो से देखा. इतना शॉक लगा उसे कि वो बेहोश हो गयी.
"ये काम अच्छा है. शिकार को यहाँ लाओ उठा कर और आराम से जब मन करे काट डालो. ये लड़की तो बेहोश हो गयी शायद. बहुत काम आएगी ये....हे...हे...हे"
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वो अंधेरे में हाथ मारते हुए इधर उधर भटक रही थी. अचानक वो किसी से टकरा गयी. "क...क...कौन है" और वो वहाँ से पीछे हट गयी.
"पहले तुम बताओ तुम कौन हो?" उसे आवाज़ आई.
"क्या मज़ाक है ये. मैं यहाँ कैसे आई."
"क्या तुम्हारी आँख भी यही खुली है. मुझे भी अभी होश आया और खुद को इस अंधेरी जगह पाया."
तभी एक बल्ब वहाँ जगमगा उठा और कमरे में रोशनी हो गयी. दोनो की नज़र एक दूसरे पर पड़ी. लड़की जवान थी. कोई 21-22 साल की होगी. आदमी 40-45 का लगता था. उन्होने एक दूसरे को देखा और काई सवाल उनके मन में उभर आए.
"वेलकम हियर. स्वागत है आप दोनो का यहाँ." कुर्सी पर बैठा नकाब पोश बोला.
दोनो ये सुन कर हैरान रह गये. उन्हे लगा था कि वो दोनो वहाँ अकेले हैं.
"कौन हो तुम भाई और हमे यहाँ क्यों लाया गया है." आदमी ने पूछा.
"साइको किलर से उसकी पहचान पूछते हो. ज़्यादा सवाल करोगे तो अभी काट डालूँगा."
दोनो ये सुनते ही थर थर काँपने लगते हैं.
"क्या चाहते हैं आप हमसे?" आदमी ने पूछा.
"इस लड़की का रेप करो. ये लड़की बचने को कोशिश करेगी. तुम रेप करने में कामयाब रहे तो तुम्हे छोड़ दूँगा और इस लड़की को काट डालूँगा. अगर ये तुम्हारे रेप अटम्ट से बच जाएगी तो इसे यहाँ से जाने दूँगा और तुम्हे काट डालूँगा. सिंपल सी गेम है चलो शुरू हो जाओ." साइको ने कहा.
दोनो ये सुन कर भोंचके रह गये. "ये क्या बकवास है, तुम ऐसा नही कर सकते हमारे साथ." लड़की ने कहा.
"एक घंटे का वक्त है तुम दोनो के पास ये गेम खेलने का. नही खेलोगे तो दोनो मरोगे. खेल में एक की जान बच सकती है." साइको ने कहा.
"देखो मैं ऐसा नही कर सकता...प्लीज़ हमें जाने दो."
साइको ने बंदूक निकाल ली और आदमी को निशाना बनाया.
"रूको....मैं कोशिश करूँगा." आदमी ने कहा.
"व्हाट! तुम मेरा रेप करोगे इस साइको से डर कर. मैं ये हरगिज़ नही होने दूँगी."
"हा...हा...हा...हे...हे...यही तो सारी गेम है. ये लड़की तो बड़ी जल्दी समझ गयी." साइको क्रूरता से हंस कर बोला. "वक्त बर्बाद मत करो वरना दोनो मारे जाओगे."
आदमी लड़की के पास आया और उसे दबोच लिया, "मुझे यहाँ से जींदा निकलना है."
लड़की ने उसे ज़ोर से धक्का मारा और वो दूर जा कर गिरा. "पागल मत बनो. ये वैसे भी हमें छोड़ने वाला नही है."
लेकिन आदमी उठ कर इस बार बुरी तरह टूट पड़ा लड़की पर. उसने इतना मारा उसे कि वो गिर गयी ज़मीन पर ."मुझे माफ़ करना पर मैं मरना नही चाहता"
लड़की जीन्स पहने थी. आदमी ने जीन्स के बटन खोल कर जीन्स नीचे सरका दी.
"नही रुक जाओ. पागल मत बनो. आय ऍम वर्जिन. ऐसा मत करो."
आदमी ने चार पाँच थप्पड़ जड़ दिए लड़की के मूह पर. "समझने की कोशिश करो मैं मरना नही चाहता.
"बहुत खूब. तुम यहाँ से बाहर ज़रूर निकलोगे." साइको ने कहा.
आदमी ने जीन्स निकाल दी लड़की की और उसकी पॅंटी भी खींच कर फुर्ती से उसके शरीर से अलग कर दी. उसने अपने लंड को बाहर निकाला और लड़की की टांगे फैला कर.................................
"आआअहह नहियीईईईईईईईईईई" लड़की दर्द से कराह उठी.
लेकिन अगले ही पल वो आदमी भी दर्द से चिल्लाया.
"ओह...नो." उसकी गर्दन में चाकू गोंप दिया था साइको ने.
लड़की ने ये सब अपनी आँखो से देखा. इतना शॉक लगा उसे कि वो बेहोश हो गयी.
"ये काम अच्छा है. शिकार को यहाँ लाओ उठा कर और आराम से जब मन करे काट डालो. ये लड़की तो बेहोश हो गयी शायद. बहुत काम आएगी ये....हे...हे...हे"
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