01-01-2020, 12:40 PM
Update 52
"मेडम आपको चोट तो नही आई."
"उतरो तो सही पहले मेरे उपर से तुम."
आशुतोष फ़ौरन एक तरफ़ लूड़क जाता है.
"क्या करना चाह रहे थे एग्ज़ॅक्ट्ली तुम."
"सॉरी मेडम आप गिरने लगी थी. आपको थामने के चक्कर में मैं भी गिर गया."
"आअहह कमर तोड़ दी तुमने मेरी. वैसे मैं बच जाती शायद.... स्टुपिड"
"सॉरी मेडम मैं तो बस....."
"शूट अप... मुझे किसी की मदद की ज़रूरत नही कभी भी समझे तुम. आगे से ऐसा किया तो सस्पेंड कर दूँगी तुम्हे."
"मेरी तो नौकरी हर वक्त तलवार की धार पर लटकी है." आशुतोष धीरे से बड़बड़ाया.
"क्या कहा तुमने?"
"कुछ नही मैं सोच रहा था कि किस तरफ गया होगा वो पोलीस पर गोली चलाने वाला. जंगल तो बहुत बड़ा है ये. हमें किस तरफ जाना चाहिए."
"जिस तरफ मैं चलूंगी तुम उस तरफ चलोगे बस. बाकी बाते भूल जाओ."
"कयामत से भी कुछ ज़्यादा है मेडम साहिबा संभाल कर रहना होगा इनसे वरना नौकरी गयी समझो." आशुतोष ने सोचा.
"क्या सोच रहे हो चलो अब या फिर इन्विटेशन देना पड़ेगा तुम्हे"
"चलिए मेडम...आप मुझे पिस्टल दिलवा दीजिए एक ऐसे मोको पर ज़रूरत पड़ जाती है."
"देखेंगे वापिस जा करो अभी चुपचाप आगे बढ़ो"
..............................
"मेडम आपको चोट तो नही आई."
"उतरो तो सही पहले मेरे उपर से तुम."
आशुतोष फ़ौरन एक तरफ़ लूड़क जाता है.
"क्या करना चाह रहे थे एग्ज़ॅक्ट्ली तुम."
"सॉरी मेडम आप गिरने लगी थी. आपको थामने के चक्कर में मैं भी गिर गया."
"आअहह कमर तोड़ दी तुमने मेरी. वैसे मैं बच जाती शायद.... स्टुपिड"
"सॉरी मेडम मैं तो बस....."
"शूट अप... मुझे किसी की मदद की ज़रूरत नही कभी भी समझे तुम. आगे से ऐसा किया तो सस्पेंड कर दूँगी तुम्हे."
"मेरी तो नौकरी हर वक्त तलवार की धार पर लटकी है." आशुतोष धीरे से बड़बड़ाया.
"क्या कहा तुमने?"
"कुछ नही मैं सोच रहा था कि किस तरफ गया होगा वो पोलीस पर गोली चलाने वाला. जंगल तो बहुत बड़ा है ये. हमें किस तरफ जाना चाहिए."
"जिस तरफ मैं चलूंगी तुम उस तरफ चलोगे बस. बाकी बाते भूल जाओ."
"कयामत से भी कुछ ज़्यादा है मेडम साहिबा संभाल कर रहना होगा इनसे वरना नौकरी गयी समझो." आशुतोष ने सोचा.
"क्या सोच रहे हो चलो अब या फिर इन्विटेशन देना पड़ेगा तुम्हे"
"चलिए मेडम...आप मुझे पिस्टल दिलवा दीजिए एक ऐसे मोको पर ज़रूरत पड़ जाती है."
"देखेंगे वापिस जा करो अभी चुपचाप आगे बढ़ो"
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