01-01-2020, 12:14 PM
Update 46
देखिए मैं किसी मुसीबत में नही फासना चाहती थी. आपसे फोन पर बात करने के बाद मुझे पता चला था कि सुरिंदर मर गया. अब मैं उस रात उसके साथ थी. मुझे डर लग रहा था कि मैं बेकार में मुसीबत में फँस जाउंगी और मेरी बदनामी होगी. इसलिए मैने मोबायल फेंक दिया था."
"देखिए साइको किलर बाहर में सारे आम घूम रहा है. आपको कुछ भी पता हो तो बता दो. मैं यकीन दिलाता हूँ आपको कि आपकी प्राइवसी का ध्यान रखा जाएगा."
"जब मैं सुरिंदर के घर में थी तो मुझे घर के पीछे कुछ आहट सुनाई दी थी. मैने इस बारे में सुरिंदर को बताया भी था. लेकिन उसने ध्यान नही दिया. सब कुछ मेरे जाने के बाद हुआ."
"क्या आपने किसी को देखा वहाँ."
"नही मैने बस दो पोलीस वालो को देखा था."
"वो बेचारे तो खुद मारे गये."
"हां...न्यूज़ पर देखा सब."
"आपको क्या लगता है. सुरिंदर ने झूठी गवाही क्यों दी पोलीस को."
"मुझे खुद यकीन नही था कि वो लड़की खूनी है. और वही हुआ भी. मैने सुरिंदर से इस बारे में पूछा था. लेकिन उसने यही कहा कि उसने खुद उस लड़की को खून करते देखा है. मैने और ज़्यादा इस बारे में उस से बात नही की."
"थॅंक यू वेरी मच मोनिका जी. अब मैं चलता हूँ."
"जो मुझे पता था बता दिया सर. प्लीज़ इस केस में मेरा नाम ना आए. मेरी शादी शुदा जिंदगी का सवाल है."
"मैं समझ रहा हूँ...आप बेफिकर रहें."
आशुतोष उठ कर चल देता है. लेकिन दरवाजे पर आकर पाता है कि बाहर बहुत तेज बारिश हो रही है.
"उफ्फ मैं तो अपनी जीप भी पीछे छोड़ आया. बहुत तेज बारिश हो रही है."
"थोड़ी देर रुक जाइए आप."
"मैं तो रुक जाउन्गा लेकिन ऐसे मौसम में मैं कही बहक ना जाऊ...आप बहुत सुंदर हो."
मोनिका शर्मा जाती है और नज़रे झुका कर कहती है, मज़ाक मत कीजिए."
"मज़ाक नही कर रहा हूँ. आप सच में सुंदर हैं. ऐसे मौसम में कोई भी बहक जाएगा आपको देख के."
मोनिका हस्ने लगती है. "बस...बस आप तो फ्लर्ट कर रहे हैं."
यही दिक्कत है आदमी के मूह से निकला हर सच औरत को फ्लर्ट ही लगता है.
"आपने मेरा डर ही भगा दिया. अगर आपकी जगह कोई और पोलीस वाला आता तो मेरी जान निकल जाती अब तक. मैं वैसे ही कई दिनो से परेशान थी इस बात को लेकर."
आशुतोष मोनिका को बड़े प्यार से देखता है और कहता है, "मोनिका जी ये सच है कि मैं फ्लर्ट हूँ. आदत से थोड़ा मज़बूर हूँ. लेकिन ये बिल्कुल सच है कि आप बहुत ही क्यूट हो. सुरिंदर जैसे लोगो के हाथो में मत पड़ा कीजिए. देखिए ना कितनी बड़ी मक्कारी की है उसने पोलीस डेप्ट के साथ. सोच समझ कर दिल लगाया कीजिए."
"मेरा आगे से ऐसा कोई इरादा नही है. मुझे अपनी ग़लती का अहसास है."
"ऐसा ना कहिए मेरे जैसो का दिल टूट जाएगा." आशुतोष की बात पर मोनिका शर्मा गयी.
देखिए मैं किसी मुसीबत में नही फासना चाहती थी. आपसे फोन पर बात करने के बाद मुझे पता चला था कि सुरिंदर मर गया. अब मैं उस रात उसके साथ थी. मुझे डर लग रहा था कि मैं बेकार में मुसीबत में फँस जाउंगी और मेरी बदनामी होगी. इसलिए मैने मोबायल फेंक दिया था."
"देखिए साइको किलर बाहर में सारे आम घूम रहा है. आपको कुछ भी पता हो तो बता दो. मैं यकीन दिलाता हूँ आपको कि आपकी प्राइवसी का ध्यान रखा जाएगा."
"जब मैं सुरिंदर के घर में थी तो मुझे घर के पीछे कुछ आहट सुनाई दी थी. मैने इस बारे में सुरिंदर को बताया भी था. लेकिन उसने ध्यान नही दिया. सब कुछ मेरे जाने के बाद हुआ."
"क्या आपने किसी को देखा वहाँ."
"नही मैने बस दो पोलीस वालो को देखा था."
"वो बेचारे तो खुद मारे गये."
"हां...न्यूज़ पर देखा सब."
"आपको क्या लगता है. सुरिंदर ने झूठी गवाही क्यों दी पोलीस को."
"मुझे खुद यकीन नही था कि वो लड़की खूनी है. और वही हुआ भी. मैने सुरिंदर से इस बारे में पूछा था. लेकिन उसने यही कहा कि उसने खुद उस लड़की को खून करते देखा है. मैने और ज़्यादा इस बारे में उस से बात नही की."
"थॅंक यू वेरी मच मोनिका जी. अब मैं चलता हूँ."
"जो मुझे पता था बता दिया सर. प्लीज़ इस केस में मेरा नाम ना आए. मेरी शादी शुदा जिंदगी का सवाल है."
"मैं समझ रहा हूँ...आप बेफिकर रहें."
आशुतोष उठ कर चल देता है. लेकिन दरवाजे पर आकर पाता है कि बाहर बहुत तेज बारिश हो रही है.
"उफ्फ मैं तो अपनी जीप भी पीछे छोड़ आया. बहुत तेज बारिश हो रही है."
"थोड़ी देर रुक जाइए आप."
"मैं तो रुक जाउन्गा लेकिन ऐसे मौसम में मैं कही बहक ना जाऊ...आप बहुत सुंदर हो."
मोनिका शर्मा जाती है और नज़रे झुका कर कहती है, मज़ाक मत कीजिए."
"मज़ाक नही कर रहा हूँ. आप सच में सुंदर हैं. ऐसे मौसम में कोई भी बहक जाएगा आपको देख के."
मोनिका हस्ने लगती है. "बस...बस आप तो फ्लर्ट कर रहे हैं."
यही दिक्कत है आदमी के मूह से निकला हर सच औरत को फ्लर्ट ही लगता है.
"आपने मेरा डर ही भगा दिया. अगर आपकी जगह कोई और पोलीस वाला आता तो मेरी जान निकल जाती अब तक. मैं वैसे ही कई दिनो से परेशान थी इस बात को लेकर."
आशुतोष मोनिका को बड़े प्यार से देखता है और कहता है, "मोनिका जी ये सच है कि मैं फ्लर्ट हूँ. आदत से थोड़ा मज़बूर हूँ. लेकिन ये बिल्कुल सच है कि आप बहुत ही क्यूट हो. सुरिंदर जैसे लोगो के हाथो में मत पड़ा कीजिए. देखिए ना कितनी बड़ी मक्कारी की है उसने पोलीस डेप्ट के साथ. सोच समझ कर दिल लगाया कीजिए."
"मेरा आगे से ऐसा कोई इरादा नही है. मुझे अपनी ग़लती का अहसास है."
"ऐसा ना कहिए मेरे जैसो का दिल टूट जाएगा." आशुतोष की बात पर मोनिका शर्मा गयी.