01-01-2020, 12:10 PM
"ओह रहने दीजिए आपकी समझ में नही आएगा...अच्छा ये बताए कि आपके भाई ने अपर्णा पाठक के खिलाफ झूठी गवाही क्यों दी...क्या दुश्मनी थी सुरिंदर की अपर्णा से."
"वो सब मुझे नही पता...मेरी इस बारे में ज़्यादा बात नही हुई सुरिंदर से."
"कुछ तो मालूम होगा आपको. देखिए सुरिंदर ने ये सब किसी के कहने पे किया है. क्या आप हमें बता सकती हैं कि कौन ऐसा शख्स है जो सुरिंदर से ये काम करवा सकता है."
"देखिए मैं सच कह रही हूँ...मुझे इस बारे में कुछ नही पता. आप अपना वक्त बर्बाद कर रहे हैं."
"अच्छा एक काम कीजिए मुझे सुरिंदर के सभी दोस्तो के नाम पते दे दीजिए...शायद कुछ बात बन जाए."
"देखिए मैं उसके सभी दोस्तो को नही जानती...कुछ का मुझे पता है लेकिन उनके भी अड्रेस मेरे पास नही हैं."
"सुरिंदर का किसी लड़की से अफेर था क्या."
"मेरी जानकारी में तो नही था" सोनिया ने कहा.
"ह्म्म...लेकिन आपका अफेर अच्छा चल रहा है क्यों...क्या आपके पति से बात हो सकती है अभी."
"किस बारे में?"
"जान-ना चाहता हूँ कि ये नरेश उनका कितना अच्छा दोस्त है."
"उसका आपके केस से क्या लेना देना."
"लेना देना है सोनिया जी आप नही समझेंगी...चलिए आज नही तो कल बात कर लेंगे उनसे."
"देखिए आप नरेश के बारे में उनसे कुछ ना कहे उन्हे बुरा लगेगा. मैने उनसे पूछे बिना नरेश को यहाँ रोक लिया था."
"अच्छा ऐसा है क्या...कहीं उनसे पूछे बिना कुछ और तो नही किया आपने, नरेश के लिए?"चौहान ने शरारती अंदाज़ में पूछा.
"मैं समझी नही आपका मतलब." सोनिया ने कहा.
"जैसे कि कही आप नरेश के उपर तो नही चढ़ि या फिर कही नरेश तो आपके उपर नही चढ़ा....हे..हे..हे...ऐसा ही कुछ कुछ"
"कैसी बाते करते हैं आप...नही ऐसा कुछ नही था."
"फिर आपके पति से बात करने में क्या हर्ज़ है...मैं कल शाम को आउन्गा." चौहान सोफे से उठ जाता है.
सोनिया भी फ़ौरन उठ जाती है. "देखिए आप उनसे मिलिए ज़रूर लेकिन नरेश के बारे में कुछ ना बोले तो सही रहेगा. आप नही जानते वो बहुत शक्की किस्म के हैं. बेकार में मेरी शादी शुदा जिंदगी में दिक्कत आ जाएगी."
"वो सब मुझे नही पता...मेरी इस बारे में ज़्यादा बात नही हुई सुरिंदर से."
"कुछ तो मालूम होगा आपको. देखिए सुरिंदर ने ये सब किसी के कहने पे किया है. क्या आप हमें बता सकती हैं कि कौन ऐसा शख्स है जो सुरिंदर से ये काम करवा सकता है."
"देखिए मैं सच कह रही हूँ...मुझे इस बारे में कुछ नही पता. आप अपना वक्त बर्बाद कर रहे हैं."
"अच्छा एक काम कीजिए मुझे सुरिंदर के सभी दोस्तो के नाम पते दे दीजिए...शायद कुछ बात बन जाए."
"देखिए मैं उसके सभी दोस्तो को नही जानती...कुछ का मुझे पता है लेकिन उनके भी अड्रेस मेरे पास नही हैं."
"सुरिंदर का किसी लड़की से अफेर था क्या."
"मेरी जानकारी में तो नही था" सोनिया ने कहा.
"ह्म्म...लेकिन आपका अफेर अच्छा चल रहा है क्यों...क्या आपके पति से बात हो सकती है अभी."
"किस बारे में?"
"जान-ना चाहता हूँ कि ये नरेश उनका कितना अच्छा दोस्त है."
"उसका आपके केस से क्या लेना देना."
"लेना देना है सोनिया जी आप नही समझेंगी...चलिए आज नही तो कल बात कर लेंगे उनसे."
"देखिए आप नरेश के बारे में उनसे कुछ ना कहे उन्हे बुरा लगेगा. मैने उनसे पूछे बिना नरेश को यहाँ रोक लिया था."
"अच्छा ऐसा है क्या...कहीं उनसे पूछे बिना कुछ और तो नही किया आपने, नरेश के लिए?"चौहान ने शरारती अंदाज़ में पूछा.
"मैं समझी नही आपका मतलब." सोनिया ने कहा.
"जैसे कि कही आप नरेश के उपर तो नही चढ़ि या फिर कही नरेश तो आपके उपर नही चढ़ा....हे..हे..हे...ऐसा ही कुछ कुछ"
"कैसी बाते करते हैं आप...नही ऐसा कुछ नही था."
"फिर आपके पति से बात करने में क्या हर्ज़ है...मैं कल शाम को आउन्गा." चौहान सोफे से उठ जाता है.
सोनिया भी फ़ौरन उठ जाती है. "देखिए आप उनसे मिलिए ज़रूर लेकिन नरेश के बारे में कुछ ना बोले तो सही रहेगा. आप नही जानते वो बहुत शक्की किस्म के हैं. बेकार में मेरी शादी शुदा जिंदगी में दिक्कत आ जाएगी."