01-01-2020, 11:35 AM
"मैं जा रहा हूँ भाई यहा से मुझसे ये सब नही देखा जाता" सौरभ ने कहा.
"अरे तुझे क्यों बुरा लग रहा है...अच्छा बैठ अब नही करूँगा ऐसा" बबलू ने कहा.
ये सुन कर सरिता ने भी राहत की साँस ली.
बबलू अब सरिता की गान्ड को सहलाने लगा. "साड़ी में ये गान्ड अच्छी लगती है खि...खि..खि." बबलू हँसने लगा.
"क्या हम दूसरे कमरे में चलें यहा मुझे शरम आ रही है इनके सामने" सरिता ने कहा.
सौरभ ने सरिता की बात सुन ली. "ऐसा करता हूँ मैं ही दूसरे कमरे में चला जाता हूँ." सौरभ ने कहा और लड़-खड़ाते हुए वहाँ से चल दिया.
"अरे यार तू कहा जा रहा है...रुक ना देख मैं कैसे लेता हूँ इस आइटम की" बबलू सरिता की गान्ड पर चुटकी मार कर बोला.
"आउच.." सरिता कराह उठी.
सौरभ बबलू की बात अनसुनी करके वहाँ से चला गया. दूसरे कमरे में आ कर वो बिस्तर पर गिर गया. नशे के कारण उसका सर घूम रहा था. वो आँखे बंद करके चुपचाप लेट गया.
"तुझे आज हो क्या गया है क्यों इतने नखरे कर रही है...पता है ना तुझे मुझे ये सब पसंद नही." बबलू ने सरिता को पीछे से ज़ोर से जाकड़ के उसके कान में कहा.
"एक तो इतनी रात को बुलेट हो मुझे...उपर से अपने दोस्त के सामने ये सब हरकते करते हो..किसे अच्छा लगेगा." सरिता ने कहा.
"बहुत बोल रही है आज हा रुक अभी मज़ा चखाता हूँ" बबलू ने कहा.
बबलू ने एक स्केल उठाया और सरिता को बोला, "चल झुक."
सरिता को समझ नही आया कि आख़िर वो करना क्या चाहता है.
बबलू ने सरिता को फोर्स्फुली झुकाया और उसकी साड़ी पेटिकोट सहित उपर उठा दी. सरिता ने ब्लू पॅंटी पहनी हुई थी बबलू ने वो भी नीचे सरका दी. अब सरिता की नंगी गान्ड बबलू के सामने थी.
बबलू ने स्केल को हवा में हिलाया और ज़ोर से सरिता की गान्ड पर मार दिया.
"आअहह ये क्या कर रहे हो?" सरिता कराह उठी.
"तेरा नखरा उतार रहा हूँ... अब बोल" बबलू ने कहा और स्केल को एक बार फिर सरिता की गान्ड पर जड़ दिया.
सरिता की गान्ड लाल हो गयी. "क्या बात है...बस दो बार की पीटाई में ही ये गान्ड लाल हो गयी...अभी तो बहुत पीटाई बाकी है...हे..हे..हा..हा."
"तुम पागल हो गये हो आज आआहह" सरिता की गान्ड पर एक और वार हुआ.
"क्या बात है...क्या चलकती है तेरी गान्ड स्केल पड़ने से...मज़ा आ गया...वाओ." बबलू ने कहा और एक बार फिर से सरिता की गान्ड पर स्केल दे मारा.
"ऊओह.... यू आर सिक आहह."
सरिता के कराहने की आवाज़ सौरभ को भी सुनाई दे रही थी. "क्या कर रहा है ये" सौरभ बड़बड़ाया.
"अब मज़ा आएगा तेरी मारने में." बबलू ने कहा.
बबलू ने अपनी पेण्ट की चैन खोली और अपने तने हुए लंड को बाहर खींच लिया.
"अरे तुझे क्यों बुरा लग रहा है...अच्छा बैठ अब नही करूँगा ऐसा" बबलू ने कहा.
ये सुन कर सरिता ने भी राहत की साँस ली.
बबलू अब सरिता की गान्ड को सहलाने लगा. "साड़ी में ये गान्ड अच्छी लगती है खि...खि..खि." बबलू हँसने लगा.
"क्या हम दूसरे कमरे में चलें यहा मुझे शरम आ रही है इनके सामने" सरिता ने कहा.
सौरभ ने सरिता की बात सुन ली. "ऐसा करता हूँ मैं ही दूसरे कमरे में चला जाता हूँ." सौरभ ने कहा और लड़-खड़ाते हुए वहाँ से चल दिया.
"अरे यार तू कहा जा रहा है...रुक ना देख मैं कैसे लेता हूँ इस आइटम की" बबलू सरिता की गान्ड पर चुटकी मार कर बोला.
"आउच.." सरिता कराह उठी.
सौरभ बबलू की बात अनसुनी करके वहाँ से चला गया. दूसरे कमरे में आ कर वो बिस्तर पर गिर गया. नशे के कारण उसका सर घूम रहा था. वो आँखे बंद करके चुपचाप लेट गया.
"तुझे आज हो क्या गया है क्यों इतने नखरे कर रही है...पता है ना तुझे मुझे ये सब पसंद नही." बबलू ने सरिता को पीछे से ज़ोर से जाकड़ के उसके कान में कहा.
"एक तो इतनी रात को बुलेट हो मुझे...उपर से अपने दोस्त के सामने ये सब हरकते करते हो..किसे अच्छा लगेगा." सरिता ने कहा.
"बहुत बोल रही है आज हा रुक अभी मज़ा चखाता हूँ" बबलू ने कहा.
बबलू ने एक स्केल उठाया और सरिता को बोला, "चल झुक."
सरिता को समझ नही आया कि आख़िर वो करना क्या चाहता है.
बबलू ने सरिता को फोर्स्फुली झुकाया और उसकी साड़ी पेटिकोट सहित उपर उठा दी. सरिता ने ब्लू पॅंटी पहनी हुई थी बबलू ने वो भी नीचे सरका दी. अब सरिता की नंगी गान्ड बबलू के सामने थी.
बबलू ने स्केल को हवा में हिलाया और ज़ोर से सरिता की गान्ड पर मार दिया.
"आअहह ये क्या कर रहे हो?" सरिता कराह उठी.
"तेरा नखरा उतार रहा हूँ... अब बोल" बबलू ने कहा और स्केल को एक बार फिर सरिता की गान्ड पर जड़ दिया.
सरिता की गान्ड लाल हो गयी. "क्या बात है...बस दो बार की पीटाई में ही ये गान्ड लाल हो गयी...अभी तो बहुत पीटाई बाकी है...हे..हे..हा..हा."
"तुम पागल हो गये हो आज आआहह" सरिता की गान्ड पर एक और वार हुआ.
"क्या बात है...क्या चलकती है तेरी गान्ड स्केल पड़ने से...मज़ा आ गया...वाओ." बबलू ने कहा और एक बार फिर से सरिता की गान्ड पर स्केल दे मारा.
"ऊओह.... यू आर सिक आहह."
सरिता के कराहने की आवाज़ सौरभ को भी सुनाई दे रही थी. "क्या कर रहा है ये" सौरभ बड़बड़ाया.
"अब मज़ा आएगा तेरी मारने में." बबलू ने कहा.
बबलू ने अपनी पेण्ट की चैन खोली और अपने तने हुए लंड को बाहर खींच लिया.