01-01-2020, 11:30 AM
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श्रद्धा भोलू के बिस्तर पर सो चुकी थी. भोलू की भी आँख लग गयी थी. भोलू को टॉयलेट का प्रेशर हुआ तो उसकी आँख खुल गयी.
"नींद ही आ गयी थी" भोलू ने आँखे मलते हुए कहा.
भोलू टॉयलेट से वापिस आया तो उसकी नज़र श्रद्धा पर गयी. वो पेट के बल पड़ी थी. उसकी नंगी गान्ड भोलू पर अजीब सा असर कर रही थी.
भोलू के लंड में हरकत होने लगी.
"क्या करूँ...कैसे सेक्सी पोज़ में लेटी हुई है ये...अब कोई गान्ड ना मारे तो क्या करे."
भोलू का लंड पूरा तन गया. भोलू श्रद्धा के उपर लेट गया. उसका लंड श्रद्धा की गान्ड पर लेट गया.
श्रद्धा गहरी नींद में थी और वो यू ही पड़ी रही.
भोलू ने हाथ पे थूक लगाया और श्रद्धा की गान्ड फैला कर उसके होल को चिकना कर दिया. थोड़ा सा थूक उसने अपने लंड पर भी रगड़ लिया. फिर उसने दोनो हाथो से गान्ड को फैलाया और लंड को श्रद्धा की गान्ड के छेद पर टीका दिया. श्रद्धा की गान्ड पीछले 2 दिन की थुकाइ से थोड़ा खुली हुई थी. जैसे ही भोलू ने धक्का मारा आधा लंड श्रद्धा की गान्ड में घुस गया.
"उूउऊययययययीीईईईई मा कौन है...कौन है." श्रद्धा की आँख खुल गयी.
"मैं हूँ भोलू...हे..हे..हे"
"आआहह क्या कर रहे हो तुम ऊओ."
"सोती हुई लड़की की गान्ड मार रहा हूँ...आअहह.. ऊऊहह"
"आआहह....ऊऊहह ऐसा क्यों कर रहे हो तुम."
भोलू ने पूरा लंड श्रद्धा की गान्ड में घुस्सा दिया और बोला,"तुम्हारी गान्ड अछी लगती है इसलिए."
"ऊओह मुझे उठा कर नही डाल सकते थे...मुझे डरा दिया."
"तेरी गान्ड देख कर कुछ होश ही नही रहा.... थूक लगा कर घुस्सा दिया"
"तुम हमेशा चालाकी से गान्ड मारते हो आआहह"
भोलू ने लंड बाहर की और खींचा और दुबारा अंदर डाल दिया, "तेरी गान्ड के लिए कुछ भी करूँगा आअहह."
भोलू तेज तेज श्रद्धा की गान्ड ठोकने लगा. कमरे में श्रद्धा की सिसकिया गूंजने लगी.
"कुतिया बन जा और ज़्यादा मज़ा आएगा तुझे क्या बोलती है आअहह"
"किसी कुतिया की ले ले जाके मैं कुतिया नही बनूँगी आअहह"
"कुतिया तो तू है ही बन-ने की क्या ज़रूरत है आअहह" भोलू श्रद्धा की गान्ड में लंड अंदर धकेलते हुए बोला.
"तो तू कौन सा कुत्ते से कम है...आअहह"
भोलू ने अपनी स्पीड बढ़ा दी. हर धक्के के साथ श्रद्धा की गान्ड चालक रही थी. श्रद्धा ने मद-होशी में बिस्तर की चादर को मुथि में कश लिया था.
भोलू श्रद्धा की गान्ड में झाड़ गया. दोनो यू ही पड़े रहे. कब दोनो को नींद आ गयी पता ही नही चला. भोलू का लंड श्रद्धा की गान्ड की गहराई में ही सो गया.
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श्रद्धा भोलू के बिस्तर पर सो चुकी थी. भोलू की भी आँख लग गयी थी. भोलू को टॉयलेट का प्रेशर हुआ तो उसकी आँख खुल गयी.
"नींद ही आ गयी थी" भोलू ने आँखे मलते हुए कहा.
भोलू टॉयलेट से वापिस आया तो उसकी नज़र श्रद्धा पर गयी. वो पेट के बल पड़ी थी. उसकी नंगी गान्ड भोलू पर अजीब सा असर कर रही थी.
भोलू के लंड में हरकत होने लगी.
"क्या करूँ...कैसे सेक्सी पोज़ में लेटी हुई है ये...अब कोई गान्ड ना मारे तो क्या करे."
भोलू का लंड पूरा तन गया. भोलू श्रद्धा के उपर लेट गया. उसका लंड श्रद्धा की गान्ड पर लेट गया.
श्रद्धा गहरी नींद में थी और वो यू ही पड़ी रही.
भोलू ने हाथ पे थूक लगाया और श्रद्धा की गान्ड फैला कर उसके होल को चिकना कर दिया. थोड़ा सा थूक उसने अपने लंड पर भी रगड़ लिया. फिर उसने दोनो हाथो से गान्ड को फैलाया और लंड को श्रद्धा की गान्ड के छेद पर टीका दिया. श्रद्धा की गान्ड पीछले 2 दिन की थुकाइ से थोड़ा खुली हुई थी. जैसे ही भोलू ने धक्का मारा आधा लंड श्रद्धा की गान्ड में घुस गया.
"उूउऊययययययीीईईईई मा कौन है...कौन है." श्रद्धा की आँख खुल गयी.
"मैं हूँ भोलू...हे..हे..हे"
"आआहह क्या कर रहे हो तुम ऊओ."
"सोती हुई लड़की की गान्ड मार रहा हूँ...आअहह.. ऊऊहह"
"आआहह....ऊऊहह ऐसा क्यों कर रहे हो तुम."
भोलू ने पूरा लंड श्रद्धा की गान्ड में घुस्सा दिया और बोला,"तुम्हारी गान्ड अछी लगती है इसलिए."
"ऊओह मुझे उठा कर नही डाल सकते थे...मुझे डरा दिया."
"तेरी गान्ड देख कर कुछ होश ही नही रहा.... थूक लगा कर घुस्सा दिया"
"तुम हमेशा चालाकी से गान्ड मारते हो आआहह"
भोलू ने लंड बाहर की और खींचा और दुबारा अंदर डाल दिया, "तेरी गान्ड के लिए कुछ भी करूँगा आअहह."
भोलू तेज तेज श्रद्धा की गान्ड ठोकने लगा. कमरे में श्रद्धा की सिसकिया गूंजने लगी.
"कुतिया बन जा और ज़्यादा मज़ा आएगा तुझे क्या बोलती है आअहह"
"किसी कुतिया की ले ले जाके मैं कुतिया नही बनूँगी आअहह"
"कुतिया तो तू है ही बन-ने की क्या ज़रूरत है आअहह" भोलू श्रद्धा की गान्ड में लंड अंदर धकेलते हुए बोला.
"तो तू कौन सा कुत्ते से कम है...आअहह"
भोलू ने अपनी स्पीड बढ़ा दी. हर धक्के के साथ श्रद्धा की गान्ड चालक रही थी. श्रद्धा ने मद-होशी में बिस्तर की चादर को मुथि में कश लिया था.
भोलू श्रद्धा की गान्ड में झाड़ गया. दोनो यू ही पड़े रहे. कब दोनो को नींद आ गयी पता ही नही चला. भोलू का लंड श्रद्धा की गान्ड की गहराई में ही सो गया.
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