01-01-2020, 11:21 AM
"हम एएसपी अंकिता जी से मिलते हैं और उन्हे सारी बात बताते हैं. मुझे यकीन है कि वो हमारी बात समझेंगी."
"ह्म्म कैसी हैं ये अंकिता."
"बहुत कड़क ऑफीसर है. उनके कारण ही मेरी जॉइनिंग हुई है. मुझे यकीन है को वो हमारा साथ देंगी."
"ह्म्म...चलो फिर."
"रुकिये मैं पोलीस की जीप बुलाअता हूँ. एक कॉन्स्टेबल का नंबर है मेरे पास जो की जीप ला सकता है."
आशु कॉन्स्टेबल को फोन मिलाता है और उसे जीप लाने को बोलता है.
"शूकर है उसने तो फोन उठाया...वो 20 मिनट में यहा पहुँच जाएगा."
20 मिनट में तो नही पर आधे घंटे में जीप वहां आ गयी. आशु अपर्णा को लेकर कमरे से बाहर निकला. उसने चारो तरफ देखा... कोई दीखाई नही दिया. आशु ने कमरे का ताला लगाया और अपर्णा के साथ जीप में बैठ गया.
"हमे एएसपी साहिबा के घर ले चलो" आशु ने कॉन्स्टेबल से कहा.
"जी सर"
अंधेरी रात में जीप सड़क पर आगे बढ़े जा रही थी. चारो तरफ सन्नाटा फैला था.
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"ह्म्म कैसी हैं ये अंकिता."
"बहुत कड़क ऑफीसर है. उनके कारण ही मेरी जॉइनिंग हुई है. मुझे यकीन है को वो हमारा साथ देंगी."
"ह्म्म...चलो फिर."
"रुकिये मैं पोलीस की जीप बुलाअता हूँ. एक कॉन्स्टेबल का नंबर है मेरे पास जो की जीप ला सकता है."
आशु कॉन्स्टेबल को फोन मिलाता है और उसे जीप लाने को बोलता है.
"शूकर है उसने तो फोन उठाया...वो 20 मिनट में यहा पहुँच जाएगा."
20 मिनट में तो नही पर आधे घंटे में जीप वहां आ गयी. आशु अपर्णा को लेकर कमरे से बाहर निकला. उसने चारो तरफ देखा... कोई दीखाई नही दिया. आशु ने कमरे का ताला लगाया और अपर्णा के साथ जीप में बैठ गया.
"हमे एएसपी साहिबा के घर ले चलो" आशु ने कॉन्स्टेबल से कहा.
"जी सर"
अंधेरी रात में जीप सड़क पर आगे बढ़े जा रही थी. चारो तरफ सन्नाटा फैला था.
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