01-01-2020, 11:01 AM
आशु से रहा नही गया और वो उठ कर किचन की और चल दिया. पर किचन के अंदर का नज़ारा देख कर वो दरवाजे पर ही रुक गया.
संगीता ने आशु को देख लिया पर वो सौरभ के धक्को में इतना खोई थी कि कुछ देर कुछ नही बोल पाई. अचानक वो बोली, "आअहह तुम्हारा दोस्त देख रहा है....उउउहह हटो"
"देख लेने दो बेचारे को इसने आज तक ब्लू फिल्म नही देखी" सौरभ ने आशु की तरफ आँख मार कर कहा.
आशु ने सौरभ की तरफ थंब्स-अप का इशारा किया और बोला, "लगे रहो गुरु"
"इस से कहो बीच में बोले मत मुझे वैसे ही शरम आ रही है आआहह हो सके तो इसे यहा से भेज दो" संगीता ने कहा.
"मूवी देखनी है तो चुपचाप देखो शोर क्यों मचाते हो" सौरभ ने आशु को फिर से आँख मार कर कहा.
आशु ने अपने मूह पर उंगली रख ली. संगीता ने उसकी तरफ देखा तो उसने गर्दन हिला कर इसारे में पूछा, 'अब ठीक है'
"स्टुपिड कही का आआहह" संगीता बड़बड़ाई.
सौरभ लगातार संगीता की चूत मारे जा रहा था और आशु खड़ा खड़ा खूब तमासा देख रहा था.
"आआहह फीनिस इट अप आआअहह" संगीता कराहते हुए बोली.
"अभी तो शुरूवात हुई है संगीता जी....आअहह" सौरभ ज़ोर-ज़ोर से अपने लंड को पूस करते हुए बोला.
"नहियीईई....आआआहह आय ऍम कमिंग" संगीता ने पहला ऑर्गॅज़म महसूस किया.
"लगता है खूब मज़े ले रही हो...आअहह" सौरभ ने कहा.
"उुउऊहह आअहह ओह ... फक" संगीता ने कहा.
सौरभ के धक्को की स्पीड अचानक बढ़ती चली गयी और स्पीड बढ़ते ही संगीता ने सीरीस ऑफ ऑर्गॅज़म को महसूस किया. सौरभ ने
अचानक संगीता की गान्ड को ज़ोर से जाकड़ लिया और बहुत तेज धक्के मारते हुए उसने अपना पानी संगीता की चूत की गहराई में छोड़ दिया.
"आआहह इट वाज़ आ फॅंटॅस्टिक फक उऊहह" सौरभ ने संगीता की गान्ड को मसल्ते हुए कहा.
सौरभ कुछ देर तक यू ही संगीता की चूत में लंड डाले खड़ा रहा और आशु उन दोनो को आँखे फाडे देखता रहा.
आशु सोच रहा था, "मेरा नंबर कब आएगा."
जब संगीता का नशा उतरा तो उसे अहसास हुआ कि वो किस हालत में है. सौरभ अभी भी उसकी गान्ड पकड़े खड़ा था और उसका लंड किसी तरह से अभी भी संगीता की चूत में टीका हुआ था. आशु दरवाजे पर खड़ा मुस्कुरा रहा था.
"फिर कभी कॉकरोच सताए तो मुझे तुरंत कॉल करना मैं उसकी हड्डी पसली एक कर दूँगा" सौरभ ने कहा.
"तुमने अभी तो उस कॉकरोच को जाने दिया और मेरी हड्डी पसली एक कर दी...ना बाबा ना ऐसी मदद नही चाहिए मुझे" संगीता ने कहा.
कॉकरोच भी जैसे सब सुन रहा था. ना जाने कहा से निकला और फुर्ती से वापिस चीनी के डिब्बे पर चढ़ गया.
"अरे ये तो फिर से आ गया...शुउऊ शुउ" संगीता बोली.
"इस बार मैं मदद करूँगा...ये कॉकरोच बहुत शातिर है" आशु ने कहा.
सौरभ ने धीरे से संगीता की चूत से लंड बाहर खींच लिया और बोला,"हां-हां तुम सम्भालो खबीस कॉकरोच को"
जैसे ही सौरभ ने लंड बाहर निकाला संगीता ने अपनी सलवार उपर करके नाडा बाँध लिया.
"अरे ये क्या गजब कर रही हैं आप रहने दीजिए ना ये सलवार नीचे मेरी मदद भी तो देख लीजिए" आशु ने कहा.
"लगता है ये कॉकरोच तुम दोनो के साथ है...आज तक मैने इसे यहा नही देखा...जो भी हो अब ये नही बचेगा." संगीता ने अपने हाथ में अपनी चप्पल ले कर कहा.
संगीता ने कॉकरोच पर वार किया पर शरारती कॉकरोच चप्पल लगने से पहले ही वहां से रफू चक्कर हो गया. वो स्लॅब के नीचे कही घुस गया. संगीता हाथ में चप्पल लिए स्लॅब के आगे झुक कर कॉकरोच को ढूँढने लगी.
"ओफ क्या मजेदार झुकी है...इसी पोज़िशन में बस सलवार नीचे कर ले तो मज़ा आ जाए." आशु ने मन ही मन कहा.
आशु संगीता की गान्ड पर अपना तना हुआ लंड लगा कर सॅट गया और बोला,"मैं कुछ मदद करूँ"
"जी नही आपके दोस्त ने बहुत मदद कर ली हट जाओ मेरे पीछे से." संगीता ने कहा.
सौरभ ने आशु को पकड़ा और उसे खींच कर संगीता के पीछे से हटाया और उसके कान में बोला,"तुझे नही देगी ये चल निकलते हैं यहा से कही कुछ गड़बड़ हो जाए"
"गुरु प्लीज़ थोड़ा ट्राइ तो करने दो...तुम्हे मिल गयी तो मुझे भी मिल सकती है" आशु ने कहा.
"तुम दोनो अब जाओ यहा से...भैया वापिस आएँगे तो उन्हे मेसेज दे दूँगी अपना नाम और मोबायल नो बता दो." संगीता ने कहा.
"इसका मतलब हमे चाय नही मिलने वाली" आशु ने कहा.
संगीता ने गहरी साँस ली और बोली,"ठीक है बैठो 2 मिनट अभी लाती हूँ चाय"
"मैं आपके हाथो की चाय पी कर ही जाउन्गा" आशु ने कहा और सौरभ के साथ बाहर आ गया.
संगीता ने आशु को देख लिया पर वो सौरभ के धक्को में इतना खोई थी कि कुछ देर कुछ नही बोल पाई. अचानक वो बोली, "आअहह तुम्हारा दोस्त देख रहा है....उउउहह हटो"
"देख लेने दो बेचारे को इसने आज तक ब्लू फिल्म नही देखी" सौरभ ने आशु की तरफ आँख मार कर कहा.
आशु ने सौरभ की तरफ थंब्स-अप का इशारा किया और बोला, "लगे रहो गुरु"
"इस से कहो बीच में बोले मत मुझे वैसे ही शरम आ रही है आआहह हो सके तो इसे यहा से भेज दो" संगीता ने कहा.
"मूवी देखनी है तो चुपचाप देखो शोर क्यों मचाते हो" सौरभ ने आशु को फिर से आँख मार कर कहा.
आशु ने अपने मूह पर उंगली रख ली. संगीता ने उसकी तरफ देखा तो उसने गर्दन हिला कर इसारे में पूछा, 'अब ठीक है'
"स्टुपिड कही का आआहह" संगीता बड़बड़ाई.
सौरभ लगातार संगीता की चूत मारे जा रहा था और आशु खड़ा खड़ा खूब तमासा देख रहा था.
"आआहह फीनिस इट अप आआअहह" संगीता कराहते हुए बोली.
"अभी तो शुरूवात हुई है संगीता जी....आअहह" सौरभ ज़ोर-ज़ोर से अपने लंड को पूस करते हुए बोला.
"नहियीईई....आआआहह आय ऍम कमिंग" संगीता ने पहला ऑर्गॅज़म महसूस किया.
"लगता है खूब मज़े ले रही हो...आअहह" सौरभ ने कहा.
"उुउऊहह आअहह ओह ... फक" संगीता ने कहा.
सौरभ के धक्को की स्पीड अचानक बढ़ती चली गयी और स्पीड बढ़ते ही संगीता ने सीरीस ऑफ ऑर्गॅज़म को महसूस किया. सौरभ ने
अचानक संगीता की गान्ड को ज़ोर से जाकड़ लिया और बहुत तेज धक्के मारते हुए उसने अपना पानी संगीता की चूत की गहराई में छोड़ दिया.
"आआहह इट वाज़ आ फॅंटॅस्टिक फक उऊहह" सौरभ ने संगीता की गान्ड को मसल्ते हुए कहा.
सौरभ कुछ देर तक यू ही संगीता की चूत में लंड डाले खड़ा रहा और आशु उन दोनो को आँखे फाडे देखता रहा.
आशु सोच रहा था, "मेरा नंबर कब आएगा."
जब संगीता का नशा उतरा तो उसे अहसास हुआ कि वो किस हालत में है. सौरभ अभी भी उसकी गान्ड पकड़े खड़ा था और उसका लंड किसी तरह से अभी भी संगीता की चूत में टीका हुआ था. आशु दरवाजे पर खड़ा मुस्कुरा रहा था.
"फिर कभी कॉकरोच सताए तो मुझे तुरंत कॉल करना मैं उसकी हड्डी पसली एक कर दूँगा" सौरभ ने कहा.
"तुमने अभी तो उस कॉकरोच को जाने दिया और मेरी हड्डी पसली एक कर दी...ना बाबा ना ऐसी मदद नही चाहिए मुझे" संगीता ने कहा.
कॉकरोच भी जैसे सब सुन रहा था. ना जाने कहा से निकला और फुर्ती से वापिस चीनी के डिब्बे पर चढ़ गया.
"अरे ये तो फिर से आ गया...शुउऊ शुउ" संगीता बोली.
"इस बार मैं मदद करूँगा...ये कॉकरोच बहुत शातिर है" आशु ने कहा.
सौरभ ने धीरे से संगीता की चूत से लंड बाहर खींच लिया और बोला,"हां-हां तुम सम्भालो खबीस कॉकरोच को"
जैसे ही सौरभ ने लंड बाहर निकाला संगीता ने अपनी सलवार उपर करके नाडा बाँध लिया.
"अरे ये क्या गजब कर रही हैं आप रहने दीजिए ना ये सलवार नीचे मेरी मदद भी तो देख लीजिए" आशु ने कहा.
"लगता है ये कॉकरोच तुम दोनो के साथ है...आज तक मैने इसे यहा नही देखा...जो भी हो अब ये नही बचेगा." संगीता ने अपने हाथ में अपनी चप्पल ले कर कहा.
संगीता ने कॉकरोच पर वार किया पर शरारती कॉकरोच चप्पल लगने से पहले ही वहां से रफू चक्कर हो गया. वो स्लॅब के नीचे कही घुस गया. संगीता हाथ में चप्पल लिए स्लॅब के आगे झुक कर कॉकरोच को ढूँढने लगी.
"ओफ क्या मजेदार झुकी है...इसी पोज़िशन में बस सलवार नीचे कर ले तो मज़ा आ जाए." आशु ने मन ही मन कहा.
आशु संगीता की गान्ड पर अपना तना हुआ लंड लगा कर सॅट गया और बोला,"मैं कुछ मदद करूँ"
"जी नही आपके दोस्त ने बहुत मदद कर ली हट जाओ मेरे पीछे से." संगीता ने कहा.
सौरभ ने आशु को पकड़ा और उसे खींच कर संगीता के पीछे से हटाया और उसके कान में बोला,"तुझे नही देगी ये चल निकलते हैं यहा से कही कुछ गड़बड़ हो जाए"
"गुरु प्लीज़ थोड़ा ट्राइ तो करने दो...तुम्हे मिल गयी तो मुझे भी मिल सकती है" आशु ने कहा.
"तुम दोनो अब जाओ यहा से...भैया वापिस आएँगे तो उन्हे मेसेज दे दूँगी अपना नाम और मोबायल नो बता दो." संगीता ने कहा.
"इसका मतलब हमे चाय नही मिलने वाली" आशु ने कहा.
संगीता ने गहरी साँस ली और बोली,"ठीक है बैठो 2 मिनट अभी लाती हूँ चाय"
"मैं आपके हाथो की चाय पी कर ही जाउन्गा" आशु ने कहा और सौरभ के साथ बाहर आ गया.